Monday, November 18, 2024
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पालिका की चुंगी को कराया अवैध कब्जा मुक्तःबुलडोजर चला

हाथरस, नीरज चक्रपाणि। शहर में नजूल की जमीनों पर अवैध तरीके से कब्जा जमाए बैठे अवैध कब्जेधारियों के खिलाफ अब प्रशासन द्वारा कार्यवाही करना शुरू कर दिया गया है और इसी के तहत आज तहसील सदर के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के निर्देशन में प्रशासन व नगर पालिका की टीम द्वारा किला खाई के पास में अवैध तरीके से नजूल भूमि पर किए गए कब्जे पर बुलडोजर चलवाते हुए उक्त भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया है। प्रशासन की कार्यवाही से अवैध कब्जे धारियों में भारी खलबली मच गई है।नगर पालिका परिषद द्वारा वर्षों पूर्व शहर में सात स्थानों पर चुंगियों का निर्माण कराया गया था और चुंगियों के बंद हो जाने के बाद उक्त चुंगियों व उनकी जमीनों पर अवैध कब्जे धारियों द्वारा कब्जे कर लिए गए थे तथा अवैध कब्जे धारियों को नगर पालिका प्रशासन द्वारा बार-बार नोटिस देने व चेतावनी देने आदि के बावजूद भी उक्त लोगों द्वारा उक्त जमीनों व भूमि से कब्जे नहीं हटाये जा रहे थे। बल्कि पालिका प्रशासन को धमकी दे रहे थे और पालिका द्वारा कई बार जमीनों को कब्जा मुक्त कराने का प्रयास किया गया था।  तहसील सदर के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट एवं आईएएस अधिकारी प्रेम प्रकाश मीणा के नेतृत्व में तहसील प्रशासन व नगर पालिका की टीम द्वारा सुबह 8 बजे शहर के वार्ड संख्या 12 स्थित किला खाई के पास बनी नगर पालिका परिषद की चुंगी की जमीन को अवैध कब्जा मुक्त कराते हुए उक्त भूमि पर बने मकान पर बुलडोजर चलवा कर उसे ध्वस्त करा दिया गया और उसे कब्जा मुक्त कराया गया। प्रशासन की कार्यवाही से अवैध कब्जे धारियों में भारी खलबली मच गई है। पालिका की जमीन पर पिछले 7 साल से अवैध कब्जा चला आ रहा था जिसे आज ध्वस्त कराया गया है। तहसील सदर के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट एवं आईएएस अधिकारी प्रेमप्रकाश मीणा ने बताया कि नगर पालिका परिषद द्वारा शहर में चुंगियों का निर्माण कराया गया था। जिन पर अवैध कब्जा कर लिया गया है और अभी तक तीन चुंगियों को कब्जा मुक्त किया जा चुका है तथा बाकी की सभी अवैध कब्जा जमाए बैठे लोगों को नोटिस दिया जा चुका है और अगले दो हफ्तों में ही बाकी चुंगियों से भी कब्जों को हटवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि किला खाई के पास चुंगी की जमीन पर 7 साल से अवैध कब्जा चला आ रहा था और यह जमीन नगर पालिका के नाम से दर्ज थी और 2013 से ही अनुबंध निरस्त होने के बावजूद भी 7 साल से कब्जा नहीं छोड़ा जा रहा था। जिसे आज कब्जा मुक्त करा दिया गया।