मौदहा/हमीरपुर, जन सामना। बिहार विधानसभा चुनाव तक पूरे भारतवर्ष मे देश के गरीबो को केन्द्रीय सरकार द्वारा 5 किलो प्रति व्यक्ति अनाज के साथ एक किलो चना भी खैरात मे दिया जा रहा है। जाहिर है कि यह वही चना है जिसे चने की एमएसपी के चलते भारी कमीशन वसूलकर खरीद केन्द्रो से खरीदा गया और वह भी बिना किसी मानक के वहीं कीडा लगा एवं मिटटी मिला तथा छन्ने के नीचे का छोटा छोटा चना जिसे जानवर भी न खाये। सरकार द्वारा गरीबो पर विशेष दया करते हुये एक किलो के बजाय 2 किलो चना पूरे जिले मे प्रति कार्ड बटवाये जा रहे है। जिसपर डाक्टरो का कहना है कि इसको खाने से एलर्जी जैसी बीमारी होने की पूरी सम्भावना है। वहीं कोटेदारो को आपूर्ति करने वाली सस्था आरएफसी द्वारा नाम न छापने की शर्त पर बताया गया कि चना खराब होने के कारण मार्केटिंग इस्पेक्टर ने चना आपूर्ति की बेहद खराब स्थिति से उच्चाधिकारियो को अवगत कराया था। जिसके चलते दो दिन ट्रकों से माल नही उतराया। किन्तु विभाग के ही उच्चाधिकारियों द्वारा दबाव बनाकर ट्रकों से माल उतराया गया। अब यहां प्रश्न यह उठता है कि क्या ऐसा ही चना बिहार मे भी बांटा जा रहा है।