ग्रामीणों द्वारा 02 वर्ष से प्रयास के बाद भी सफाईकर्मी की तैनाती नहीं
जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर खोल रहे हैं स्वच्छ भारत अभियान की पोल
प्रयागराज, जन सामना संवाददाता। भारत सरकार ने आज ही के दिन से 02 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय स्तर का अभियान स्वच्छ भारत अभियान की शुरूवात की थी। जिसका उद्देश्य गलियों, सड़कों तथा अधोसंरचना को साफ-सुथरा करना और कूड़ा साफ रखना है। लेकिन इसका असर विकास खण्ड भगवतपुर की ग्राम पंचायत अहमदपुर असरौली में कही नजर नहीं आ रहा है। ग्राम पंचायत में सफाई के नाम पर कही कोई इंतजाम नहीं है। उसका कारण है ग्राम पंचायत में अभी तक कोई भी सफाईकर्मी की तैनाती नहीं है। जिसकी शिकायत ग्रामीणों के द्वारा क्षेत्रीय विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह कैबिनेट मंत्री के साथ जिले के उच्च अधिकारियों से भी की है। लेकिन उसके बावजूद इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
युवा नेता मो0 मोनिस ने बताया दिनांक 20 फरवरी 2020 को लगभग 30 से 35 लोगों ने श्रीकांत यादव सहायक विकास अधिकारी (पं0) ब्लाक भगवतपुर को लिखित शिकायती पत्र सौंप कर हमारी ग्राम पंचायत अहमदपुर असरौली में सफाईकर्मी की नियुक्ति करने का अनुरोध किया था लेकिन उसके बाद से अभी तक सफाईकर्मी की तैनाती नहीं की गई है।
इस बारे में एडीओ पंचायत से बात करने पर उन्होंने बताया कि सफाईकर्मी दिलीप कुश्वाहा को ग्राम पंचायत अहमदपुर असरौली में नियुक्ति करा दी गई है। जब इस बारे में ग्राम प्रधान अहमदपुर असरौली से बात की गई तो उन्होंने साफ इंकार करते हुये कहा कि बहुत शिकायत करने पर सिर्फ फोटो खिचाने भर के लिये सफाईकर्मी को भेजा जाता है, कागजों तक ही सफाईकर्मी नियुक्त होगा लेकिन हमारे ग्राम पंचायत में अभी तक कोई भी सफाईकर्मी की नियुक्ति नहीं की गई है।
अब समझने वाली बात यह है कि स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर भी ब्लाक भगवतपुर के अधिकारी झूठ बोलने से परहेज नहीं कर रहे ग्राम प्रधान अहमदपुर असरौली और ग्रामीण कह रहे है गाँव में कोई सफाईकर्मी नहीं है। लेकिन शायद कागजों पर नियुक्त हो चुका है जैसा कि एडीओ पंचायत कह रहे है। अब ऐसे में कैसे महात्मा गांधी जी का स्वच्छ भारत अभियान का सपना साकार होगा? जब गाँवों में सफाई व्यवस्था का कोई इंतजाम नहीं है।