कानपुर देहात। जिलाधिकारी डा0 दिनेश चन्द्र ने बताया कि जनपद कानपुर देहात में पराली जलाने की घटनाओं की सैटेलाइट के माध्यम से निगरानी की जा रही है। जिसके द्वारा जनपद में दिनाॅंक 28 अक्टूबर 2020 तक 16 घटनायें बुलेटिन संख्या 26 तक घटित हुई है। जिसमें 14 घटनायंे मक्का पराली 01 घटना धान पराली एवं 01 घटना कूडा जलाने की पायी गई है। जिलाधिकारी द्वारा राजस्व विभाग, ग्राम विकास एवं पंचायती राज विभाग एवं कृषि विभाग पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया गया है कि वह अपने क्षेत्रीय कर्मचारियों को सतत् निगरानी हेतु अपने स्तर से निर्देशित करें तथा अनुश्रवण भी करें। यदि किसी क्षेत्र में घटनाओं की पुनरावृत्ति होती है तो पुलिस टीम के माध्यम से कठोर कार्यवाही की जाये।
मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय द्वारा भी सम्बन्धित विभागों को तीन स्तरों पर कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है। जिसमें लगातार प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाये, ग्राम पंचायत स्तर पर निगरानी टीम के माध्यम से घटनाओं को रोका जाये तथा जुर्माना एवं दण्डात्मक कार्यवाही की जाये। जिला प्रशासन द्वारा सभी ग्राम पंचायत अध्यक्ष से अपील भी की गयी है कि वे पराली न जलने दें। पराली को गौशाला में भेजने की व्यवस्था करें यदि किसी ग्राम पंचायत में पराली जलाने की घटना की पुनरावृत्ति होती है तो उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए कठोर कार्यवाही की जायेगी। हार्वेस्टर मालिकों को भी आगाह किया जाता है कि वे बिना पराली प्रबन्धन यन्त्र के कटाई कार्य न करें अन्यथा उनकी मशीन को सीज करते हुए दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी द्वारा कडे़ सन्देश में कहा गया है कि किसी भी दशा में पराली जलाने की घटनाओं को रोका जायेगा।
जनपद में कुल 13 फार्म मशीनरी बैंक, 43 कस्टम हायरिंग सेन्टर, 6 ग्राम पंचायतों के पास पराली प्रबन्धन के यन्त्र है तथा व्यक्तिगत रूप से 17 किसानों के पास इन सीटू योजना के यन्त्र है। जिनका प्रयोग किराये पर लेकर हार्वेस्टर मालिक तथा इच्छुक किसान भाई कर सकते है। किराये पर पराली प्रबन्धन के कृषि यन्त्र लेने हेतु कृषि विभाग के कर्मचारी से सम्पर्क कर सूचना प्राप्त कर सकते है।