पंचायत चुनाव को लेकर गरमाया माहौल
रसूलाबाद/ कानपुर देहात, संतोष गुप्ता। प्रदेश शासन द्वारा मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य तेजी के साथ शुरू करा दिए जाने से अब यह संभावना बलबती हो रही है कि मतदाता पुनरीक्षण कार्य पूरा होते ही सरकार किसी भी समय त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा कर सकती है ।इसी गतिविधियों के बीच वर्तमान ग्राम प्रधानों को मात्र परिसीमन का यह भय सता रहा है कि सीट किस आरक्षित वर्ग की होगी को लेकर उहापोह की स्थितियां है ।फिर भी वर्तमान व सम्भावित उम्मीदवारों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए खेमेबंदी कराना चालू कर जिन मतदाताओं को अपने कार्यकाल में तरजीह नही दी उन्हें सम्मान देना चालू कर दिया है । भले ही चुनाव अभी दूर है फिर भी कुछ जिला पंचायत सदस्यों व हारे हुए लोगो ने महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए साड़ियां वितरित करना चालू कर दिया है। मतदाता पुरीक्षण का कार्य तेजी से चलने के कारण ग्राम प्रधानों ने अपने अपने खास लोगो या जो गांव से दूर शहरों में रह रहे है उनके भी वोट बढ़वाने के प्रयास तेजी के साथ शुरू कर दिए है । ग्रामीण अंचलों में जबरजस्त खेमेबंदी के बीच यह शहरी वोट ग्राम प्रधानी के चुनाव में निर्णायक की भूमिका अदा करते है । रसूलाबाद विकाश खण्ड में ज्यादातर वर्तमान ग्राम प्रधानों को विकाश कार्यो में भेदभाव के कारण चुनाव हारना तय माना जा रहा है। हालात यह है कि कल तक सीधे मुंह बात न करने वाले ग्राम प्रधान फिर से सामाजिक रिश्तों में मतदाताओं को चाचा दाऊ जैसे शब्दों से पुकार कर उनकी सहानुभूति लेने की कोशिश करने लगे है ।जिला पंचायत सदस्यों के क्षेत्रो में भी अधिकतर जीते सदस्यों से जनता नाराज देखी जा रही है। जिसके कारण सदस्यों के चेहरों पर अभी से ही हवाइयां उड़ती देखी जा रही है ।
रसूलाबाद विकाश खण्ड में शौचालयों के नाम पर बहुत बड़ा घोटाला किया गया है ज्यादातर ग्राम पंचायतों में अभी भी शौचालयों का निर्माण अधूरा ही देखा जा रहा है। ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों के लिए आगामी पंचायत चुनाव बदलाव की बयार निश्चित ला रहे है ।विरहुन जिला पंचायत सीट पर इस बार ज्यादा घमासान होने की उम्मीद देखी जा रही हांलाकि अभी यह तय नही है कि किस वर्ग के लोगो के लिए सीट आरक्षित होगी फिर भी क्षेत्र में एक नया प्रत्याशी पुष्प दीप यादव पूरी ताकत के साथ अभी से ही होर्डिंग कटआउटो से अपने क्षेत्र की हर सड़क से लेकर गली तक पाटे हुए देखे जा रहे हार जीत तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन इतना जरूर तय है कि यह भावी प्रत्याशी सबके समीकरण अवश्य गड़बड़ाने में अहम भूमिका अदा करेगा ।त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव शीघ्र होने की सुगबुगाहट के बीच ग्राम प्रधानों ने जनता को आवासीय व कृषि भूमि के पट्टे देने के लिए पत्रावलियों को बनाने की प्रक्रियाएं चालू कर अपने वोटों के बढ़ाने की गतिविधियां तेजी के साथ शुरू कर दी है । रसूलाबाद तहसील के नयाब तहसीलदार मनोज रावत ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य क्रम घोषित कर दिया है ।यह कार्यक्रम एक अक्टूबर से 29 दिसम्बर तक चलेगा ।आगे की रणनीति राज्य निर्वाचन आयोग तय करेगा कि कब चुनाव होगा । इस कार्यक्रम से ग्राम प्रधानों व जिला पंचायतों में खलबली अवश्य मची हुई है ।