Saturday, April 27, 2024
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सी.एल.टी.एस की पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला सम्पन्न

2017.04.15. 2 ssp knpd 1अक्टूबर माह तक जनपद को पूरी तरह से ओडीएफ करना है यही प्रशिक्षण व कार्यशाला का उद्देश्य: विवेक गंगवार
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। प्रभारी जिलाधिकारी/सीडीओ केके गुप्ता ने समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु सभी आवश्यक कार्यवाईयां पूरी करने के उद्देश्य से अकबरपुर भुगनियांपुर स्थित पीसीएसबी मेमोरिएल कालेज में पांच दिन से चल रहे समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता (सी.एल.टी.एस.) के अन्तर्गत प्रशिक्षण ले रहे 200 से अधिक प्रशिक्षणार्थियों का आवाहन करते हुए कहा कि प्रशिक्षण में बतायी गयी जानकारियों को ठीक से अमल में लाकर जनपद के सभी विकास खंडों में जहां पर ड्यूटी लगायी गयी है। जिसमें ट्रिगनर, सफाई कर्मचारी, रोजगार सेवक, शिक्षा प्रेरक, पांच पांड़व के भांति लगाये गये है। जिनका काम अपने क्षेत्र में जाकर आमजन को खुले में शौच नहीं करने के लिए प्रेरित करें तथा प्रत्येक दशा में अक्टूबर माह तक जनपद को पूरी तरह से ओडीएफ कराने में सहयोग करें। प्रशिक्षणार्थी पूरे मनोयोग के साथ प्रषिक्षण में दी जा रही जानकारियों व तौर तरीकों को आत्मसात करें तथा फील्ड में जाकर लोगों को प्रेरित कर ओडीएफ के प्रति जागरूक करें। 2017.04.15. 2 ssp knpd 2खुले में शौच जाने की परम्परा कई बीमारियों की जनक है। खुले में शौच करने से बच्चों से लेकर महिलाओं, किशोरियों, वृद्धों सभी के लिए हानिकारक है। इस बात को आदमी जानते हुए भी कि खुले में शौच जाना उसके व अन्य लोगों की सेहत के लिए हानिकारक है उस पर अंकुश नहीं लगाता है परिणाम स्वरूप नाना प्रकार की बीमारियों को बढ़ावा मिलता है। इसमें ग्राम प्रधान से लेकर समस्त अधिकारी जी जान से लगकर खुले में शौच जाने वालों पर नियन्त्रण करने का प्रयास करें ताकि जनपद को पूर्णतः ओडीएफ बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षणार्थी प्रत्येक माह के प्रथम सोमवार को प्रातः 11 बजे विकास भवन में आकर बिना निमंत्रण, बिना किसी सूचना के अवश्य आयेंगे तथा उनके द्वारा ड्यूटी के दौरान की जा रही कार्यवाही को विस्तार से बतायेंगे।
मुख्य विकास अधिकारी केके गुप्ता ने कहा कि प्रशिक्षण व कार्यशाला का उद्देश्य से समस्त जनपद में सीएलटीएस विधा के अन्तर्गत समूह में विकास खंडबार प्रशिक्षण देने तथा सभी ग्राम पंचायतों में स्वच्छता के प्रति अलख जलाकर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य व खुले में शौच से जनपद को मुक्त कराने की कल्पना को साकार करने के उद्देश्य से विश्व बैंक के सहयोग से 5 दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यशाला को प्रशिक्षण देते हुए विष्व बैंक के प्रतिनिधि विवेक गंगवार ने कहा कि स्वयं सेवक के रूप में पांच दिन तक प्रशिक्षण लिए प्रशिक्षणार्थी से कहा कि वे संगठित होकर संगठन के रूप में अनुषासित होकर क्षेत्र में कार्य करंेगे। लोगों को बतायेंगे दुनिया चांद पर मकान बनाने की बात कर रहा है और हम आप लोगों को आपके क्षेत्र में आकर घर में पाखाना/ शौचालय बनाने के लिए अनुरोध कर रहे है तथा जनपद को ओडीएफ कराने के लिए कार्य कर रहे है। कृपा सहयोग दें अन्यथा की दशा में हमें जिला प्रशासन से शिकायत करनी पड़ेगी जिसका खामियाजा जिनके यहां शौचालय नही है या खुले में शौच कर रहे है, भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहाकि देश व प्रदेश सरकार स्वच्छता के लिए निरंतर निर्देश दे रही है। जिसका अनुपालन ग्रामवासियों व क्षेत्रवासियों को भी करना है। उन्होंने कहा कि तालियां बजाकर के साथ ही व्यवहार में भी बताई गयी ट्रेंनिग को उतारकर ओडीएफ के संकल्प को पूरा करना है। सीएलटीएस कार्यक्रम में विभिन्न प्रशिक्षण व कन्ट्रोलरूम का अहम रोल है। कन्ट्रोलरूम के जरिए जनपद की समस्त ग्रामसभाओं में संचालित सीएलटीएस की माॅनीटरिंग आसानी से की जा सकती है। सीएलटीएस से सम्बन्धित अधिकारियों, खण्ड विकास अधिकारियों व पर्यवेक्षकों आदि समय समय पर अपने निर्देशों में ये भी बताते रहे कि वे स्वच्छ भारत मिशन की गाइड लाइन को विधिवत पढ़ते रहे तथा उसके अनुरूप कार्याे का क्रियान्वयन करें। स्वच्छता, साफ सफाई और खुले में शौच जाने की प्रथा को समाप्त करने को बढ़ावा देकर लोगों के सामान्य जीवन स्तर में सुधार लाना है। इसके अलावा जागरूकता सृजन व स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से स्थाई स्वच्छता व आदते अपनाकर समुदाय और संस्थाओं को पे्ररित करना है। पारिस्थितिकीय रूप से सुरक्षित एवं स्थाई स्वच्छता के लिए कम लागत, प्रभावी संगत प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना है। यह प्रशिक्षण व कार्यशाला क्षेत्र में कार्य के दौरान मील का पत्थर साबित होगी। किसी भी ग्राम सभा में निवास करने वाले समुदाय की मनोवृत्ति को बदलकर ही हम उन्हें शौचालय बनवाने और उसके इस्तेमाल करने हेतु पे्ररित करने के साथ ही उसको खुले में शौच करने से रोक सकते हैं। इस मौके पर डीपीआरओ अजय श्रीवास्तव, समाजसेवी कंचन मिश्रा, प्रधानाचार्य रमाकांत तिवारी, समाजसेवा के क्षेत्र में जनपद में ओडीएफ के रूप में कार्य कर रहे हीरा मोती के रूप में जाने जाने वाले पर्यारण मित्र नवीन दीक्षित व डा. राजेश शर्मा, सागर आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी ने प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र, डयूटी पहचान पत्र आदि भी भंेट किया। इसके अलावा विश्व बैंक के कन्संटेन्ट जिन्होंने मेहन व लगन के साथ प्रशिक्षण दिया उनको सीडीओ द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया।
यह भी गौरतलब हो कि शौचालय निर्माण में ग्राम प्रधान भी खूब धांधली करवा रहे हैं और उनका साथ स्थानीय स्तर के कर्मचारी भी साथ देकर अपनी जेब भर रहे हैं। इतना ही नहीं जो भी शिकायत भ्रष्टाचार से जुड़ी रहती है उसे स्थानीय स्तर के कर्मचारी या अधिकारी अपनी कलम की जादूगरी दिखाते हुए रफादफा कर देते हैं।