हाथरस,जन सामना। एचएमएआई यूनिट की बैठक वरिष्ठ होम्योपैथ डॉ. ताराचंद अरोड़ा की अध्यक्षता में मथुरा रोड स्थित रवि हॉस्पिटल पर संपन्न हुई। जिसमें जिले के कई होम्योपैथिक चिकित्सकों ने भाग लिया। एचएमएआई यूनिट ने आयुर्वेद चिकित्सा विधा के परास्नातक चिकित्सकों को सर्जरी करने के अधिकार को बहाल करने पर आयुष मंत्रालय, भारत सरकार की भूरि-भूरि प्रशंसा की। जिले के सभी होम्योपैथिक चिकित्सकों ने आयुष मंत्रालय भारत सरकार से मांग की है कि होम्योपैथिक चिकित्सा विधा के परास्नातक छात्रों के लिए भी एमएस कोर्स का प्रावधान हो, साथ ही अन्य परास्नातक पाठ्यक्रम जैसे पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी, डर्मेटोलॉजी, कम्युनिटी मेडिसिन, फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी, स्त्री एवं प्रसूति रोग में भी पाठ्यक्रम शुरू किए जाएं, जिससे होम्योपैथिक चिकित्सकों को भी चिकित्सा के अतिरिक्त क्षेत्रों में कार्य करने का मौका मिलेगा, साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी गरीब जनता को उच्च स्तरीय चिकित्सा मिलेगी। देश में हो रही चिकित्सकों की कमी को पूरा किया जा सकेगा। यूनिट के अध्यक्ष डॉ. रवि चौधरी व सचिव डॉ. राकेश गुप्ता ने सभी चिकित्सकों का आभार जताया। बैठक में डॉ. यू. एस. गौड, डॉ. एचके शर्मा, डॉ. इंद्र वार्ष्णेय, डॉ. कुणाल वार्ष्णेय, डॉ. गोपाल ठेनुआ, डॉ. आकाश गुप्ता, डॉ. शशांक मोहता, डा. नीलम सिंह, डॉ. आनंद माहोर, डॉ. हर्ष गर्ग, डॉ. मुकेश चंद्रा आदि उपस्थित थे।