फिरोजाबाद,जन सामना। नगर निगम बोर्ड़ की बैठक हंगामे के बीच गुरूवार को सम्पन्न हुई। बैठक में सर्व सम्मति से उतार चढ़ाव के बीच 14 प्रस्ताव पास हो गये। जवकि दो प्रस्ताव विचाराधीन रहे। जिसमें एक प्रस्ताव को लेकर काफी हंगामा भी हुआ लेकिन उसे निर्णायक टीम के ऊपर छोड़ दिया गया। नगर निगम बोर्ड़ की बैठक गुरूवार को नगर के पालीवालऑडिटोरियम में बंदे मातरम के साथ सुवह लगभग 12 बजे आरम्भ हुई। बैठक में सर्व प्रथम एजेंडे की प्रतियां निगम के सभी पार्षदों को वितरित की गई। इसके बाद एक-एक कर प्रस्तावों पर विचार एवं सहमति ली गई। कुछ प्रस्ताव बिना किसी हंगामे के सर्व सम्मति से पास हो गये। जवकि कुछ प्रस्तावों को लेकर सदन में जमकर हंगामा भी हुआ। कई बार पार्षद अपनी-अपनी सीटों से उठकर गैलरी में भी आ गये और उन्होंने कई प्रस्तावों का विरोध किया। हालांकि उन्हें अन्य पार्षदों व निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा समझा बुझाकर बैठाया गया। नगर निगम के कार्यशाला विभाग में ठेका मिस्त्री व ठेका हैल्परांे की संख्या बढ़ाने को लेकर सदन में हंगामा हुआ। नगर आयुक्त विजय कुमार ने पार्षदो को आश्वासन दिया कि कार्य बढ़ने के कारण ही मिस्त्री व हैल्पर की संख्या बढ़ाई गई है। इसी प्रकार प्रकाष विभाग में ठेका कर्मियों के बढने को लेकर हंगामा हुआ। जिसे भी अधिकारियों ने समझाबुझाकर शांत कराया। सबसे अधिक हंगामा प्रस्ताव संख्या 15 बार्ड़ संख्या 51 की पार्षद बिनीता अग्रवाल के प्रस्ताव गल्ला मंड़ी में अयोध्या राजगद्दी चेक व भगवान राम का एक भव्य स्वागत द्वार व राजगद्दी निर्माण को लेकर हुआ। जिसमें भाजपा पार्षद अजय गुप्ता ने अपने समर्थकों के साथ जोरदार हंगामा किया गया। जिसको लेकर महिला पार्षद बिनीता अग्रवाल ने भगवान श्रीराम की जय, भारत माता की जय के जयकारे लगाना षुरू कर दिया। जिसका समर्थन महिला पार्षद पूनम षर्मा एवं अन्य महिला पार्षदों ने किया। जवकि भाजपा पार्षद अजय गुप्ता, सपा के देषदीपक यादव एवं उनके साथ कई अन्य दलों के पार्षद विरोध में रहे। अंत में इस प्रस्ताव पर महापौर नूतन राठौर व नगर आयुक्त विजय कुमार ने 15 दिन के अन्दर जांच कमेटी बनाकर निर्णय लेने का आष्वासन दिया। जिसके बाद हंगामा शांत हुआ। अंत में आक्रोशित महिला पार्षद बिनीता अग्रवाल ने भाजपा पार्षद अजय गुप्ता व अन्य विरोधियों को राम विरोधी बताया। कुल मिलाकर बोर्ड़ की बैठक में हंगामे के बीच 14 प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हो गये। जवकि दो प्रस्ताव विचाराधीन रहे।
नामित पार्षद पुत्र को किया सदन से बाहर
नगर निगम बोर्ड़ की बैठक के षुरूआती समय में नामित पार्षद नेत्रपाल सिंह राजपूत के स्थान पर बोर्ड़ की बैठक में भाग लेने के लिये उनके पुत्र देवेन्द्र राजपूत पहुंचे लेकिन पूछताछ के बाद नगर आयुक्त विजय कुमार ने उन्हें सदन से वाहर का रास्ता दिखा दिया।