वन क्षेत्राधिकारी राष्ट्रीय चम्बल सेंचुरी का कार्यालय ड्यूटी टाइम में बना दारू का अड्डा
क्लास वन रैंक के अधिकारी से लेकर फॉरेस्ट गार्ड सहित 5 कर्मचारी अधिकारी कार्यालय में पीते नजर आए दारू, कैमरे में हुए कैद
रेंजर जैसे बड़े पद पर तैनात है अधिकारी और कर्मचारी
डिस्ट्रिक्ट फॉरेस्ट ऑफीसर ने मामले की गंभीरता को समझते हुए उच्च अधिकारियों को जानकारी एवं जांच कर कार्रवाई की बात कही है
इटावा। इटावा जनपद में वाइल्ड लाइफ क्षेत्रीय वन अधिकारी का कार्यालय दोपहर में ही दारू का अड्डा बन गया। दोपहर लगभग 2:00 बजे से 2:30 के मध्य दारू की बोतलें खुली, जाम से जाम टकराने लगे। जब इस बात की जानकारी मिलते ही मीडिया के कुछ लोग कार्यालय पहुंचे दरवाजा खोल के देखा तो वहां पर पांच कर्मचारी एवं अधिकारी सहित पैक लगा रहे थे। जिनमें से दो क्लास वन अफ़सर रैंक के अधिकारी (वन रेंजर) एवं तीन फारेस्ट गार्ड इसमें शामिल थे। जिनमें एक फॉरेस्ट गार्ड मीडिया के कैमरे को धक्का मार कर भाग खड़ा हुआ। अन्य चार शेष लोगों में दोनों अधिकारियों ने शराब पी रखी थी कि वह अपना नाम भी भूल गए।
डिप्टी रेंजर सर्वेश भदोरिया अपना नाम भूल गए, जब उनसे उनका नाम पूछा तो वह अपना नाम राम किशन बताने लगे। दूसरे वन रेंजर अमित तिवारी से जब उनका नाम पूछा तो उन्होंने भी कुछ सेकंड सोचने के बाद याद करने के बाद भी अपना नाम राम कुमार गलत बताया। नशा इतना अधिक था कि नाम भूल गए और वहां से चलते बने। मौका पाकर अन्य फारेस्ट गॉर्ड भी धीरे से भाग गए।
जब इस तरह से आपतिजनक क्रिया की जानकारी डीएफओ राजेश सिंह वर्मा को हुई तो उन्होंने आनन-फानन में उच्च अधिकारियों को जानकारी से अवगत कराते हुए मीडिया को बताया कि इसकी जांच कर कार्रवाई करवाने की बात कही है साथ ही इस पूरे घटनाक्रम को उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराने की बात करते हुए इस कार्य की निंदा भी की।
शराब पीने वालों में शामिल लोगों के नाम– वन रक्षक धर्मेन्द्र कुमार, वन रक्षक अज्ञात नाम, वन दरोगा अभिषेक कुमार, वन क्षेत्राधिकारी सर्वेश भदौरिया), फारेस्ट डिप्टी रेंजर अमित तिवारी।