कानपुर,जन सामना। शहर में टाप्पे बाजों का गैंग सक्रिय है। जिसने यह गैंग घरेलू महिलाओं को अपना शिकार बना रहा है। यह टापे बाज आपके घर पर किसी भी शक्ल में आ सकते हैं। जैसे कि किसी मिस्त्री या प्लंबर की शक्ल में आ सकते हैं। कुछ इसी तरह की घटना यशोदा नगर निवासी एक महिला के साथ हुई। महिला अनामिका ने घर में पानी के लीकेज के लिए प्लंबर पवन को काम के लिए बुलाया। पवन प्लंबर ने नल में फिटिंग का सामान चंद्रा हार्डवेयर की दुकान से लाकर काम को किया। जिसमें की पवन प्लंबर से महिला अनामिका ने काम करवाने के बाद पवन प्लंबर ने काम की लेबर ₹800 बताई। जिसे महिला अनामिका ने बिना किसी मोल भाव के दे दिया। और जो सामान चंद्रा हार्डवेयर से आया था। उस सामान में कुछ सामान बच गया। जिसे पवन प्लंबर ने कहा कि यह सामान दुकान का बचा है। इसको वापस करके चंद्रा हार्डवेयर के पैसे देने हैं। मानवता दिखाते हुए महिला अनामिका ने दूसरे दिन सुबह पवन प्लंबर को फोन करके कहा कि चंद्रा हार्डवेयर का हिसाब कर दीजिए। महिला अनामिका ने ₹2000 पवन प्लंबर को दिए। और पवन प्लंबर ने चंद्रा हार्डवेयर को ₹1550 में हिसाब कर दिया। और वहां से बगैर हिसाब का पर्चा दिए महिला को चला गया। जब महिला अनामिका ने पवन प्लंबर को फोन किया। की हिसाब कितने का हुआ है बता दीजिए। तब पवन प्लंबर अपने आप को यात्रा में कहने की बात कहने लगा। और कहे लगा आपके ₹450 बाद में दे देंगे। तब महिला अनामिका ने कहां की मुझे कहीं जाना है। पैसे दे दीजिए फिर कई बार फोन करने के बाद पवन प्लंबर से जब महिला अनामिका ने कहां से चंदा हार्डवेयर से कहकर हमें ₹450 दिला दीजिए। आप अपना लेना देना उनसे करते रहिएगा। उसके बाद पवन प्लंबर अपनी टाप्पे बाजी का खेल शुरू होता है। पवन प्लंबर ने कहां की 500 का एक नोट चल नहीं रहा है। तो महिला अनामिका ने कहा की वापस कर दीजिए हम दूसरा नोट दे देंगे। लेकिन जब किसी दूसरे लड़के को पवन प्लंबर ने भेजा और जब ₹500 नोट महिला अनामिका ने देखा और कहां की यह नोट मेरा नहीं है। जिसके बाद पवन प्लंबर ने कहां की मेरे पास यही नोट हम दूसरा नोट नहीं देंगे। यह नोट पानी से धुला हुआ है। पवन प्लंबर ने अपनी हरकत से सिद्ध कर दिया, कि घरेलू महिला को सक्रिय रहना पड़ेगा। पूरी घटना में महिला अनामिका ने इंसानियत और मानवता दिखाई है। सबसे बड़ी बात यह है पवन प्लंबर जैसे व्यक्तियों की वजह से आज के समय में किसी मिस्त्री या प्लंबर के ऊपर कोई भरोसा नहीं करता है।काम करने वाला व्यक्ति दुकानदार से यही कहता है, किसी सही मिस्त्री को भेजना काम के लिए किसी गलत व्यक्ति को ना भेज देना जो घर में चोरी यह गलत हरकत करें। क्योंकि यह टापें बाज पवन प्लंबर की सूरत में कोई भी हो सकता है।