कानपुर,जन सामना। अपने निर्धारित कार्यक्रमानुसार आज दिनांक 8 फरवरी सोमवार को कुली बाजार के राईन हाल में शहर के अमन व सौहार्द के प्रतीक रहे शहर क़ाज़ी कानपुर हज़रत मौलाना मोहम्मद आलम रज़ा खां नूरी अलैहिर्रमा व मरहूम अनवर महबूब खान की याद में मुशायरा व कवि सम्मेलन शहर क़ाज़ी कानपुर जनाब मौलाना मुफ्ती मोहम्मद साकिब अदीब मिस्बाही की अध्यक्षता में कुल हिंद जमीयतुल अवाम के बैनर तले आयोजित किया गया।जिसमें शहर के नामवर शोरा व उलमाए किराम ने अपने कलाम के जरयह शहर क़ाज़ी साहब को श्रद्धांजलि अर्पित की । इस अवसर पर वक्ताओं ने पूर्व शहर क़ाज़ी साहब व उनके साथी अनवर महबूब खान के कारनामों को याद करते हुए कहा कि जब भी शहर में हालात बिगड़े शहर क़ाज़ी साहब और अनवर साहब सबसे आगे आकर अमनो अमान के लिए फिजा हमवार करते नजर आए। हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई एकता अखंडता के लिए उन्होंने बहुत प्रयास किए उनकी सोच थी, कि सभी धर्मों के लोग आपस में मेल मोहब्बत के वातावरण में स्वतंत्र होकर अपने अपने धर्मों की मान्यताओं के अनुसार ज़िन्दगी गुजारे सभी एक दूसरे के धर्म का सम्मान करें। ताकि सुंदर वातावरण स्थापित हो सके। इसके लिए उन्होंने तमाम धर्मों के संगठनों के साथ काम भी किया इसी लिए आज उनके जाने से हर किसी की आंखों में आसूं है चाहे वह जिस धर्म का मानने वाला हूं । हम उनके मिशने अमनो मोहब्बत को आम करें एकता अखंडता के लिए काम करें और हर धर्म के अनुयायियों से प्रेम की भावना जगाए यही शहर क़ाज़ी साहब को सच्ची श्रद्धांजलि होगी साथ ही शहर काजी नूरी साहब के उत्तराधिकारी शहर काजी मौलाना मुफ्ती साकिब अदीब मिस्बाही के नेतृत्व में शहर में अमन व अमान बहाल रखने में हर मौके पर काम किया जाएगा। इस मौके पर कार्यक्रम संयोजक शहर काजी के प्रवक्ता महबूब आलम खान, मुफ्ती शहर मुफ्ती हनीफ बरकाती, नायब काजी कारी सगीर आलम, हबीबी मौलाना नौशाद रजा, अजहरी मौलाना गुलाम मुस्तफा मुफ्ती, रफी अहमद, शायर शब्बीर, कानपुर शायर शादाब, राजधानवी शायर जमीर जायसी, कवि गुरु प्रकाश श्रीवास्तव, डॉ हरनारायण मिश्रा, मौलाना जियाउर रहमान, मौलाना हाफिज शबनूर हाफिज फिरोज, मौलाना हनीफ मौलाना, जका उल्ला कारी एहसान अखलाक, वसीम खान फैजान गनी आदि थे।