हाथरस, जन सामना। इटावा पुलिस द्वारा महिला व शिक्षक के खिलाफ थर्ड डिग्री प्रयोग करने, उनके सम्मानजनक जीवन जीने के मानव अधिकारों के हनन, पुलिस की बर्बर कार्यवाही एवं पीड़ित परिवारों को पांच-पांच लाख रूपया मुआवजा देने की मांग के साथ प्रकरण की राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग में शिकायत कर दर्ज करायी गई है। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वाष्र्णेय ने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग में दर्ज कराई शिकायत में कहा कि इटावा पत्ता बाग निवासी शिक्षक दंपति संगीता, उनके पति अरुण एवं दूसरे किराएदार अजय कुमार व वंदना की पिटाई कर उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन कर घिनौना कृत्य किया गया है। उपरोक्त प्रकरण थाना फ्रेंड्स कॉलोनी जनपद इटावा का है। महिला सिपाही प्रियंका द्वारा पत्ता बाग में बुधवार को उसी मकान में किराए पर रहने वाले शिक्षक दंपति संगीता व उनके पति अरुण एवं दूसरे किराएदार अजय कुमार व वंदना की पिटाई कर उनको थाने ले जाकर उनको थर्ड डिग्री देकर टॉर्चर किया गया। थाना प्रभारी वीरेन्द्र बहादुर सिंह व अन्य सिपाहियों के साथ दंपतियों को बुरी तरह से मारा पीटा गया और थाने में उनको थर्ड डिग्री टॉर्चर देकर उनका उत्पीड़न किया गया, जिससे उक्त दंपति के सम्मानजनक जीवन जीने के संविधान द्वारा प्रदत्त मानव अधिकारों का हनन किया गया है। शिकायत में कहा गया है कि थाने में जूतों पर महिला की नाक रगड़वाई गई, बहुत ही घिनौना कृत्य इन शिक्षकों के साथ किया गया है। उक्त प्रकरण जब मीडिया के माध्यम से हो हल्ला हुआ तो उस स्थिति में एसएसपी इटावा ने थाना प्रभारी, एसएसआई वीरेन्द्र बहादुर सिंह को लाइन हाजिर और महिला सिपाही प्रियंका को सस्पेंड कर दिया गया है। यह उक्त कार्यवाही केवल आक्रोश को शांत करने के उद्देश्य से की गई है। एडीएचआर राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वाष्र्णेय ने मांग की है कि उक्त प्रकरण की जांच आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों से करा कर पीड़ित परिवारों के मानवाधिकार के हनन की रक्षा कर 5-5 लाख रुपए का मुआवजा व दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाये|