कानपुर। कोरोना महामारी से बचाने एवं विश्व कल्याण की कामना के लिए आर्य समाज ने ‘अंतरराष्ट्रीय यज्ञ दिवस’ के रूप घर.घर यज्ञ.हर घर यज्ञ अभियान के तहत शहर में हजारों घरों में ‘रोग निवारण यज्ञ’ किया गया।देश मे बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए ‘रोग निवारण यज्ञ’ के रूप में मनाने का फैसला किया गया और नारा दिया| कोरोना से युद्ध, वातावरण करो शुद्ध । इसी के तहत शहर एवं देश सहित दुनिया के 100 से अधिक देशो मे दस हजार से भी अधिक आर्य समाज मन्दिरों में आर्य समाज की शिक्षण सस्थानो में,गुरुकुलों में अनाथालयों सहित लाखों लोगों ने एक साथ एक समय प्रात़ः9 से 10 बजे इस यज्ञ में सहभागिता करते हुए कोरोना से युद्ध, वातावरण करो शुद्ध का आह्वान करते हुए वेद के विशेष मंत्रों से आहुतियां देकर यज्ञ किया और केवल देश को ही नहीं अपितु पूरे विश्व को महामारी से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की।प्रांतीय वैदिक धर्म प्रचार.प्रसार समिति के संयोजक प्रकाश वीर आर्य एवं आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश के अतंरग सदस्य प0 श्याम प्रकाश शास्त्री ने बताया कि सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के आह्वान पर वैश्विक महामारी से मुक्ति, पर्यावरण शुद्धि एवं मनोबल वृद्धि को लेकर वैदिक परंपरा का निर्वहन कर वैज्ञानिक पद्धति से एक संकल्प के तहत विशेष औषधियों आम की समिधाओं, नीम की पत्ती,तुलसी और गिलोय से युक्त सामग्री एवं गोघृत से यज्ञ वेदी में आहुतियां डाली गई। श्री आर्य ने बताया कि जब हम वेद मंत्र बोलते हैं तब हमारी आत्मिक एवं आध्यात्मिक शुद्धि होती है उन्होंने एक रिसर्च का हवाला देते हुए बताया कि हम जहां यज्ञ कर रहे होते हैं उसके 100 मीटर के क्षेत्र में 23 दिन तक 90ः से भी ज्यादा प्रदूषण नहीं रहता है क्योंकि यज्ञ करने से वातावरण में एथिलीन एवं प्रोपिलीन ऑक्साइड गैस निकलती है जो सीएससी को समाप्त कर देता है। यज्ञ एक प्राचीन सैनेटाइजर है। कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए वैक्सीनेशन के साथ.साथ प्रत्येक घर में यज्ञ अवश्य होना चाहिए।अथर्ववेद अध्याय.दो के सूत्र 31 में स्पष्टता से लिखा है कि यज्ञ मे कृमि नाशक औषधियों को जलाने से धुआं सूक्ष्म होकर संक्रमण करने वाले कीटाणुओं का नाश करता है। यज्ञ समाप्ति पर कोरोना महामारी से विश्व को मुक्त करने और दिवगंत हुए लाखों लोगों की सदगति हेतु सामूहिक प्रार्थना करने के साथ ही ईश्वर से सबके भाव उज्जवल करने और मानसिक बल देने की कामना की| प्रमुख रुप से आर्य समाज के प्रधान वीरेंद्र मल्होत्रा,श्रुती आर्य,प्रकाश वीर आर्य, शुभकुमार वोहरा,चन्द्र कान्ता गेरा,डा0सन्तोष अरोडा,अनील चोपडा,बाल गोबिन्द अवस्थी,पुरोहित सत्यकेतु शास्त्री,वीरा चोपडा,अनिल पुरवार आदि ने अपने घरो मे सपरिवार यज्ञो का आयोजन कर आहुतियां दी।