Monday, November 18, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों व वेसहारा महिलाओं को मिला सरकार का साथ

कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों व वेसहारा महिलाओं को मिला सरकार का साथ

कानपुर देहात। जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में जनपद स्तर पर कोविड.19 से प्रभावित बच्चों तथा महिलाओं के प्रकरणों में निगरानी व आवश्यक कार्यवाही हेतु एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में यह बताया गया कि महामारी के दौरान परित्यक्त, अनाथ, परिवार से बिछड़े या किसी भी प्रकार से परिवार विहीन अथवा देखरेख व संरक्षण की स्थिति में आने वाले बच्चों के बारे में सूचना एकत्र करने हेतु एक रणनीति बनायी जायेगी। ताकि इन बच्चों का भविष्य सुधर सके और यह अपने आप को बेसहारा महसूस न कर सके। साथ ही इन बच्चों को अवैध रूप से कोई गोद ले न सके। न ही इनके साथ कोई जादती हो सके, साथ ही वेसहारा महिलाओं को भी इसके अन्तर्गत संरक्षित किया जायेगा। इसके लिए जनपद स्तर पर एक टास्क फोर्स का गठन किया जायेगा। जिसमें जिलाधिकारी अध्यक्ष, मुख्य विकास अधिकारी सदस्य, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति सदस्य, जिला प्रोबेशन अधिकारी/जिला बाल संरक्षण अधिकारी सदस्य, सचिव, जिला कार्यक्रम अधिकारी आई0सी0डी0एस0 सदस्य, केन्द्र प्रशासक, वन स्टाप सेन्टर सदस्य आदि सामिल है। यदि महामारी के दौरान परित्यक्त अनाथ, परिवार से बिछड़े या किसी प्रकार से परिवार विहीन अथवा देख रेख की स्थिति में आने वाले बच्चों की सूचना प्राप्त हुयी है। तो बाल संरक्षण समिति को सूचित किया जा सकता है। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जल्द ही चाइल्ड हेल्प लाइन को सक्रिय किया जाये। शासन द्वारा निर्देशित बच्चों को पृथक रूप से क्वारंटीन किये जाने की व्यवस्थाओं की स्थिति व समीक्षा लगातार होती रहे। इस प्रकार से इस समीक्षा में बेसहारा बच्चों और महिलाओं को इस महामारी के दौरान संरक्षण प्रदान करते हुए उनकी समुचित देखभाव व मदद की जाये ताकि उनके साथ किसी प्रकार की कोई जादती न होने पाये। निश्चित रूप से प्रशासन की एक महत्वपूर्ण पहल है जो मानवीय भावनाओं से परिपूर्ण है। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी प्रशासन पंकज वर्मा, जिला प्रोबेशन अधिकारी अभिषेक पाण्डेय आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे।