Wednesday, April 24, 2024
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गर्मी को देखते हुए पेयजल की व्यवस्थाओं को प्रत्येक दशा में रखे दुरस्तः डीएम

2017.05.05 01 ravijansaamnaपेयजल संबंधी जिलास्तरीय व विकास खंड स्तरीय कन्ट्रोल रूम पूरी तरह से रहें सक्रियः सीडीओ
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने मुख्य विकास अधिकारी केके गुप्त व डीडीओ को निर्देश दिये है कि जनपद में गर्मी को देखते हुए पेयजल की व्यवस्थाओं को प्रत्येक दशा में दुरस्त रखे। उन्होंने समस्त खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिये है कि वे सुनिश्चित कर ले उनके क्षेत्र में जो भी हैंडपंप खराब हो उसको प्रत्येकदशा में दो दिन के भीतर ठीक कर खराब हैंडपंपों की सूचना शून्य की स्थिति में लाये। उन्होंने कहा कि रसूलाबाद, अकबरपुर, अमरौधा, संदलपुर, झींझक, डेरापुर आदि क्षेत्रों में बड़ी संख्याओं में हैंड पंप खराब की सूचना है। संबंधित बीडीओ इस पर विशेष ध्यान देकर हैंडपंप ठीक कराये। उन्होंने सभी अधिशाषी अधिकारी, नगर पालिका व नगर पंचायत को भी निर्देश दिये है किवे अपने अपने क्षेत्रों में देख ले प्रत्येकदशा में पानी व पेयजल स्थिति ठीक रहे। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिये है कि वे भी गर्मी को देखते हुए पेयजल की समस्या कही न उत्पन्न हो ये भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेते रहे। कही कोई हैंडपंप खराब हो उसको तुरन्त दुरस्त करें। दूसरी तरफ मुख्य विकास अधिकारी कृष्ण कुमार गुप्त ने भी जिला विकास अधिकारी आरआर मिश्रा, परियोजना निदेशक विवेक त्रिपाठी, अधिशाषी अभियंता जलनिगम, एसडीएम, सभी बीडीओ को को निर्देश दिये है कि जनपद स्तर पर पेयजल की व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित रखा जाये। किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या हो उसका मौके पर निराकरण किया जाये। सभी इंडियामार्का हैंडपंप ठीक रहे यदि कही कोई खराब हो उसको तत्काल ठीक रखा जाये। समस्याओं को जनपदस्तरीय ग्रामीण पेयजल नियन्त्रण कक्ष व खंड विकास स्तर पर नियंत्रण कक्षों को सक्रिय रखकर समस्याओं का निराकरण मौके पर करा लिया जाये। भीषण गर्मी में जल ही जीवन है अतः पेयजल की आपूर्ति मे किसी भी प्रकार का व्यवधान न हो। गर्मी में भी ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता बनी रहे। जिसके लिए सभी को एकजुटता से प्रयास अभी से प्रयास करना होगा। यदि नल पानी न दे तो वहां सबमर्सिबल पम्प लगवाया जाये, ताकि जनता को पानी की किल्लत न हो। कन्ट्रोल रूम के अधिकारी अधिकारी कर्मचारी यह सुनिश्चित करें कि कोई भी समस्या पेयजल से न हो। मुख्य विकास अधिकारी केके गुप्त ने विकास भवन के पेयजल फ्रीजर में जो खराबी आयी है उसको गर्मी को देखते हुए जिला विकास अधिकारी व नाजिर को निर्देश दिये है कि इसको तत्काल ठीक कराये क्योकि विकास भवन में अधिकारी, कर्मचारी के साथ ही बडी संख्या में किसान व विकास कार्यो के संबंध में आमजन का आवागमन रहता है। इसी प्रकार नाजिर कलेक्ट्रेट को भी पेयजल विकास खंड के बीडीओ को भी विकास खण्ड पेयजल व तहसील के एसडीएम व तहसीलदार पेयजल संबंधी हैंडपंप/ फ्रीजर को पूरी तरह से दुरस्त रखे जाने के भी निर्देश दिये है क्योकि दूर दराज से आने वाले फरियादी व लोग कार्यालय आते है और प्यास लगने पर पानी पीते है और उनको पानी के लिए इधर उधर भटकना न पडे ये संबंधित अधिकारी सुनिश्चित कर ले कि कार्यालय के पानी के श्रोत पूरी तरह से दुरस्त रहे। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि कोई भी समस्या पेयजल से न हो इसके लिए जनपद स्तर पर विकास भवन के कक्ष संख्या 213 में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है। जिसमें प्रभारी के रूप में सहायक अभियंता राजेश कुमार वर्मा 9451179516 तथा सहायक प्रभारी मो. शफी जिला सलाहकार पेयजल एवं स्वच्छता मिशन कार्य कर रहे है। उन्होंने जिलाविकास अधिकारी को निर्देश दिये कि विकास भवन में नियंत्रण कक्ष को पूरी तरह से सक्रिय रखे। नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नंबर 9936822922 को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया गया है। पेयजल समस्या का निवारण हेतु विकास खण्ड स्तर पर भी नियंत्रण कक्षों की स्थापना की जा चुकी है। जिसमें सभी विकास खंडों सहायक विकास अधिकारी (प) प्रभारी अधिकारी नामित कर दिया गया है। विकास खंड अकबरपुर सहायक प्रभारी अधिकारी भगवानदीन 9839712103, सरवनखेड़ प्रमोद सोनकर 9648572585, मैथा सदाशिव मिश्र 8604475150,मलासा आरपी पाठक 8858596321, राजपुर कमलेश गौतम 8896667160 नामित किये गये है। इसी प्रकार अमरौधा विकास खंड हेतु नामित अधिकारी डीके पाल 9839277457, डेरापुर- रामप्रकाश 9005165400, झींझक- मो. राशिद 9634198891, संदलपुर- डीके पाल 9839277457 को नामित किया गया है। रसूलाबाद विकास खंड हेतु सहायक विकास अधिकारी (पं) विष्णु गुप्ता 9415729912 को नामित किया गया है। स्थापित नियंत्रण कक्षों में सह प्रभारी अधिकारी अवर अभियंता स्तर के अधिकारी जल निगम, यूपी एग्रो के है को नामित किये गये है। इन सभी अधिकारियेां को निर्देश दिये है कि ग्रीष्म ऋतु में उत्पन्न पेयजल समस्या को त्वरित एवं प्रभावी तरीके से समाधान करें तथा कार्यो में किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरते।