Monday, November 18, 2024
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कांग्रेसियों ने बाबू जगजीवन राम की मनाई 35वीं पुण्यतिथि

कानपुर। कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड कानपुर नगर ग्रामीण कमेटी द्वारा पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवनराम की 35वीं पुण्यतिथि पर आज जरौली फेस.2 गांधी पार्क मैं कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिलाध्यक्ष हमीरपुर प्रभारी सुशील सोनी ने उप प्रधानमंत्री को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी । सुशील सोनी जी ने बताया की बाबू जगजीवन राम जी भारत में संसदीय लोकतंत्र के विकास में उनका अमूल्य योगदान रहा है। 28 साल की उम्र में ही 1936 में उन्हें बिहार विधान परिषद् का सदस्य नामांकित कर दिया गया था। जब गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 के तहत 1937 में चुनाव हुए, तो बाबूजी डिप्रेस्ड क्लास लीग के उम्मीदवार के रूप में निर्विरोध एमएलए चुने गए। अंग्रेज़ बिहार में अपनी पिट्ठू सरकार बनाने के प्रयास में थे। उनकी कोशिश थी कि जगजीवन राम को लालच देकर अपने साथ मिला लिया जाए। उन्हे मत्री पद और पैसे का लालच दिया गया। लेकिन जगजीवन राम ने अंग्रेज़ों का साथ देने से साफ इनकार कर दिया। उसके बाद ही बिहार में काग्रेस की सरकार बनी। जिसमें वह मत्री बने। साल भर के अंदर ही अंग्रेज़ों के गैरजिम्मेदार रुख के कारण महात्मा गांधी की सलाह पर काग्रेस सरकारों ने इस्तीफा दे दिया। बाबूजी इस काम में सबसे आगे थे। पद का लालच उन्हें छू तक नहीं गया था। बाद में वह महात्मा गांधी के सविनय अवज्ञा आन्दोलन में जेल गए। जब मुंबई में 9 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की तो जगजीवन राम वहीं थे। तय योजना के अनुसार उन्हें बिहार में आंदोलन को तेज करना थाए लेकिन दस दिन बाद ही उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया।
वे प्रथम दलित उपप्रधानमंत्री भी रहे। उनकी जीवनशैली ने सभी लोगो को प्रभावित किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष हमीरपुर प्रभारी सुशील सोनी, पिछड़ा वर्ग प्रदेश महासचिव अनुराग पाल, जिला सचिव मान सिंह यादव, जिलाध्यक्ष मोहम्मद जावेद, जिला महासचिव राजेश शर्मा, बिहारी लाल निषाद, विकास पांडे, इस्तकार हुसैन, संतोष श्रीवास्तव, प्रेम नारायण प्रजापति, आदि लोग उपस्थित रहे।