शांतिनाथ भगवान का शांति विधान पूर्ण विधिविधान से हुआ, महाराजश्री ने धर्मसभा को किया संबोधित
फिरोजाबाद। सेठ छदामीलाल श्रीमहावीर जिनालय में चल रहे जैनाचार्य सुरत्न सागर मुनिश्री के ससंघ चातुर्मास में रविवार को शान्तिनाथ भगवान का शांति विधान पूर्ण विधि विधान से संपन्न हुआ। जिसमें काफी संख्या में जिनभक्त मौजूद रहे। वहीं धर्मसभा में महाराजश्री के प्रवचन सुनने को जिन भक्तों का हूजुम उमड़ रहा है।
धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री ने कहा कि आप यदि अपने दुखों को किसी के सामने बताते हो तो वह आपके सामने तो हमदर्दी दिखायेगा, लेकिन आपके पीछे वही व्यक्ति आपकी मजाक भी बनाता है। उन्होंने कहा कि समय का परिवर्तन है, आपको सही हमदर्दी दिखाने वाले बहुत कम लोग मिलेंगे। इसलिए आपके दुखों का निवारण आपके पास ही है। आपको इसे समझने की आवश्यकता है। आपके ग्रंथों में दिए गए मंत्रों में अपार शक्तियां समाहित हैं। कहते है जहां दवा काम नहीं आती है वहां दुआ काम कर जाती है। अतः आप इस विधान में मन्त्रों का उच्चारण करते जो अर्घ चढ़ाते है उससे आपके चारों और का तो वातावरण शुद्ध होता ही है आपके अंदर के मन को शांत करते हुए आपको अनेकों प्रकार की परेशानियों से भी दूर करता है। आज के विधान का सौभाग्य अलवर राजस्थान से पधारे जवाहर जैन, चिराग जैन, संजीव जैन, सरिता जैन, कोटा से पधारे संतोष जैन, सुशील जैन, प्रदीप जैन पी पी, संजय जैन पीआरओ, अंजू जैन, अक्षय देवी जैन, जयंती प्रसाद जैन, मुकेश जैन, बॉबी जैन चंद्रा पेट्रोल पम्प, राजीव जैन,श्री पार्श्वनाथ युवा संगठन, संजीव जैन एवं सपना जैन को मिला। चातुर्मास के आने वाले दिनों के लिए अपने अपने परिवारों के साथ विधान कराने के लिए अनेकों गुरुभक्तो में होड़ लगी रही। विधान में प्रवीण जैन, पवन जैन लाला, जितेंद्र जैन, बबलू जैन, दिनेश जैन, संजय जैन, जोली जैन, प्रशांत जैन, विनीत जैन, ऋतिक जैन आदि का व्यवस्था में सहयोग रहा।