बैसवारा,रायबरेली। शहर भर में आवारा जानवरों को लेकर भी प्रशासन के पास केवल नियम ही है। जो कि फाइलों की शोभा बढ़ा रहे हैं।जमीनी तौर पर कोई भी काम नहीं हो रहा है। लोग पालतू जानवरों को अपने उपयोग के बाद खुला छोड़ देते हैं। जिसका अच्छा खासा उदाहरण जनपद के लालगंज बैसवारा में पुलिस चौकी के सामने बने गांधी चौराहा पर के चित्र में देखा जा सकता है कि कैसे जानवर गांधी चौराहे के इर्द.गिर्द बैठे नजर आ रहे हैं। लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि इसी का फायदा उठाकर चौकी पर आए हुए दरोगा वीरेंद्र कुमार तिवारी अपने पुलिस की जीप को चौराहे के चबूतरे के समीप खड़ा करते हैं। जिससे कि लालगंज बैसवारा के चौराहे पर आवागमन प्रभावित होता है और साहब कुर्सी पर बैठकर चौराहे पर लगी भीड़ का नजारा देखते हैं ।वहीं चौराहे से भरी हुई सवारियों के साथ गाडियां निकलती है। जिसमें पीछे का नंबर प्लेट नहीं है और नंबर को काले पेंट से लिखा गया है। इसका एक फायदा यह भी है, यह सभी ई.चालान से आसानी से बच सकते हैं और साहब की नजर से तो शत प्रतिशत बचे हुए हैं। वहीं दरोगा वीरेंद्र कुमार तिवारी अपने तानाशाही रवैया के चलते बाजार में खरीदारी कर रहे चार पहिया वाहन चालकों का चालान करने के लिए फोटो खींचते नजर आ रहे हैं, जबकि वाहन चालक गाड़ी में बैठा हुआ है, लेकिन साहब की नजर में सड़क के ऊपर ठेला दुकानदार नजर नहीं आ रहे। जिनकी वजह से बाजार की गलियों में अक्सर जाम लगता है।