हमीरपुर। यमुना और बेतवा नदी में लगातार बढ़ रहे जल स्तर एवं संभावित बाढ़ के दृष्टिगत आज जिलाधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी व पुलिस अधीक्षक श्री कमलेश कुमार दीक्षित ने संयुक्त रुप से यमुना एवं बेतवा नदी का जायजा लेने के उद्देश्य से संभावित बाढ़ से प्रभावित होने वाले विभिन्न स्थलों का जायजा लिया। इस दौरान जिलाधिकारी ने बाढ़ से निपटने हेतु सभी संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बाढ़ चौकियों को भी अलर्ट रहने तथा बाढ़ चौकियों पर जरूरत की सभी सामग्री रखने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने भिलावा, मेरापुर , केसरिया डेरा, जौहरिया डेरा, डिग्गी , ईश प्रभु चैतन्य आश्रम का भ्रमण कर बाढ़ एवं जलस्तर का जायजा लिया|लोगों से बातचीत कर उन्हें नदी के कैचमेंट एरिया से दूर रहने ,नदी में कोई गतिविधि / आखेट आदि न करने के बारे में जागरूक किया तथा लोगों को बताया कि वह सतर्क रहें तथा अनावश्यक भयभीत ना हो, प्रशासन द्वारा बाढ़ से निपटने की तैयारी पूर्ण कर ली गई है तथा आवासीय क्षेत्र में पानी आने पर वहां निवासरत लोगों को बाढ़ राहत केंद्र में आश्रय दिलाया जाएगा तथा उन्हें खाने-पीने भोजन पानी आदि की भी किसी भी प्रकार समस्या नही होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के आसपास है हालांकि जनपद में अभी बाढ़ की स्थिति नही है। तथा बेतवा का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है । नदियों का जलस्तर और बढ़ने की आशंका है अतः लोगों द्वारा बाढ़ राहत केंद्रों में चलने हेतु अपनी तैयारियां कर रखे ताकि किसी तरह की आकस्मिक स्थिति में भगदड़ आदि की समस्या ना हो तथा लोगों को सहज ढंग से उचित स्थान पर पहुंचाया जा सके। कहा कि बाढ़ से निपटने हेतु राहत सामग्री की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गयी है। तथा लोगों के लिए राहत शिविरों की व्यवस्था कर वहाँ खाने पीने एवं दैनिक उपयोग की वस्तुओं एवं जरूरी दवाओं के पर्याप्त इंतजाम भी कर लिया गया हैं । ज्ञात हो कि कुछेछा स्थित राजकीय महाविद्यालय में बाढ़ राहत शिविर की व्यवस्था की गई हैं । जिलाधिकारी ने कहा कि यदि किसी को बाढ़ के संबंध में कोई समस्या आ रही है तो वे कंट्रोल रूम नंबर 05282- 222330 पर सम्पर्क कर सकते हैं।इस मौके पर प्रभारी कोतवाली नगर, पुलिस बल तथा अन्य संबंधित अधिकारी/ कर्मचारी मौजूद रहे।