Monday, November 18, 2024
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यमुना और बेतवा के बढ़ते जल स्तर से निचले इलाके के लोंगों में दहशत, आस-पास के गांव में रेड अलर्ट जारी

हमीरपुर। मुख्यालय स्थित यमुना और बेतवा नदियों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। बुधवार को चंबल नदी के खतरे के निशान से 13.91 मीटर पार कर जाने से यहां अब सिंचाई विभाग के अधिकारी सकते में आ गए हैं। डीएम और एसपी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ दोनों नदियों के तटबंधों का जायजा लिया। शहर में बाढ़ का पानी घुसने के मद्देनजर नदियों के वॉल्व तत्काल बंद करा दिए गए हैं। यमुना नदी की बाढ़ में मोक्षधाम डूब गया है। वहीं निचले इलाकों में भी पानी भर जाने से लोगों में हड़कंप मच गया है। सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता ने तटवर्ती इलाकों को अलर्ट कर दिया है। यमुना नदी के उफनाने से नवेली थर्म पावर प्लांट तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है, जिससे प्लांट के आसपास के गांवों के लोगों में हड़कंप मच गया है। मौदहा बांध निर्माण खंड हमीरपुर के अधिशाषी अभियंता तरन पाल गंगवार ने जिला प्रशासन को ताजा अपडेट जारी करने के बाद बताया कि बुधवार को चंबल नदी (धौलपुर गेज स्टेशन) खतरे के निशान से 13.91 मीटर पार कर बह रही है जिससे यमुना नदी का जलस्तर यहां हमीरपुर में तीन से चार मीटर तक बढ़ सकता है। उन्होंने बताया कि मातटीला डैम से भी 1.48 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जिससे बेतवा नदी दो से तीन मीटर तक बढ़ेगी। इस समय यमुना नदी का जलस्तर 103.680 मीटर पार कर गया है वहीं बेतवा नदी भी 102.950 मीटर पार हो गई है। उन्होंने बताया कि अभी यमुना और बेतवा नदी पर बने तटबंध सुरक्षित है। इधर दोनों नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ने पर डीएम ज्ञानेश्वर त्रिपाठी, एसपी कमलेश दीक्षित, अपर जिलाधिकारी विनय प्रकाश श्रीवास्तव व अधिशाषी अभियंता के साथ मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।शहर में बड़े देव बाबा मंदिर और कल्पवृक्ष के पास स्थित पम्पहाउस के फ्लैप वॉल्व तत्काल बंद करा दिए गए हैं, क्योंकि इन्हीं स्थानों से वॉल्व के जरिए शहर के अंदर बाढ़ का पानी घुस कर तबाही मचाता है। डीएम ने दोनों स्थानों पर चार-चार पम्प सेट लगवाए हैं। साथ ही अतिरिक्त पम्पसेटों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए राजकीय महाविद्यालय को राहत शिविर में तब्दील कर दिया गया है। दो साल पहले यमुना और बेतवा नदियों की उफान से हमीरपुर जिला मुख्यालय के अंदर बाढ़ का पानी घुस गया था जिससे दर्जनों मकान ढह गए थे। नदियों के तटवर्ती तमाम गांवों में बाढ़ से भारी तबाही हुई थी। एनडीआरएफ की टीम ने आकर यहां मोर्चा संभाला था।

यमुना नदी लाल निशान पार, तटवर्ती दर्जनों गांवों में अलर्ट

केन्द्रीय जलायोग के सहायक अभियंता सरजीत वर्मा ने गुरुवार को बताया कि चंबल नदीं से लगातार पानी का डिस्चार्ज हो रहा है। यह नदी खतरे के निशान से 13.91 मीटर ऊपर बह रही है। इससे हमीरपुर में यमुना नदी खतरे के निशान से अब पचास सेमी ऊपर बह रही है। मौदहा बांध निर्माण खंड के अधिशाषी अभियंता टीपी गंगवार ने बताया कि यमुना के साथ बेतवा नदी का भी जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नदी किनारे हमीरपुर शहर से जुड़े मेरापुर, भिलांवा, जरैली मड़ईयां, केसरिया का डेरा, भोला का डेरा, रमेड़ी डांडा, डिग्गी, ब्रम्हा का डेरा, सिडऱा, पारा ओझी, कारीमाटी एवं टिकरौली सहित अन्य गांव बाढ़ से प्रभावित हो सकते है। इन गांवों के लोगों को एलर्ट कर दिया गया है। इस समय यमुना नदी का जलस्तर 103.680 मीटर तथा बेतवा नदी का जलस्तर 102.950 मीटर पार हो गया है। बता दे कि यमुना नदी का खतरे के निशान 103.632 मीटर है वही बेतवा नदी का खतरे का निशान 104.546 मीटर है।गुरुवार दोपहर 2:00 बजे यमुना नदी मे 103.980 मीटर और बेतवा नदी मे 103.250 मीटर तक जलस्तर पहुंच चुका है।