हमीरपुर। नर्स मेटिंग प्रोग्राम के तहत मंगलवार को टीबी क्लीनिक सभागार में जनपद के सातों ब्लाक की नर्स मेंटरों की समीक्षा बैठक के साथ ही उन्हें प्रसव कार्य में गुणवत्ता लाने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षित नर्स मेंटर अपने.अपने क्षेत्रों की प्रसव कार्य में लगी नर्सों को प्रशिक्षित करेंगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में डिस्ट्रिक्ट क्वालिटी इम्प्रूवमेंट मेंटर आकांक्षा यादव ने स्टाफ नर्सों को प्रसव के दौरान उत्पन्न होने वाले हालातों के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रसव पूर्व गर्भवतियों की चार जाचें होना आवश्यक हैं। इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। अक्सर महिलाएं जांचें नहीं कराती हैं और जब प्रसव का समय नजदीक आ जाता है। तो कई तरह के खतरे खड़े हो जाते हैं। इससे बचाव का यही तरीका है कि गर्भवतियों की समय.समय पर चारों जांचें कराई जाती रही। उन्होंने जटिल प्रसव वाली गर्भवतियों को केंद्रों में न रोकेंए उन्हें तत्काल रेफर करें। नर्स मेंटर कोमल शुक्ला ने भी स्टाफ नर्सों को जानकारी दी। मातृत्व स्वास्थ्य के परामर्शदाता दीपक यादव ने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्दे्श्य मातृ.शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है। स्टाफ नर्स प्रशिक्षण से मिली जानकारी को अपने.अपने क्षेत्रों की प्रसव कार्य में लगी नर्सों तक पहुंचाएं। ताकि प्रसव कार्य में गुणवत्ता लाई जा सके। आरबीएसके के डीईआईसी मैनेजर गौरीशराज पाल ने जन्मजात दोषों के विषय में विस्तार से जानकारी दी। लांजिस्टिक मैनेजर अजय कुमार ने परिवार नियोजन से जुड़े साधनों के विषय में महिला पुरुषों को जागरूक करने का आवाहन किया। इस प्रशिक्षण में सुमेरपुर की नर्स मेंटर रहनुमा, मौदहा की सिताक्षी कुशवाहाए राठ की सुनीता देवी, कुरारा की सीता देवी, मुस्करा की जयदेवी और सरीला की लक्ष्मी देवी मौजूद रही।