रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता|चंदापुर स्टेट के बड़े राजा के अथक प्रयासों से आखिरकार जनई स्थित प्राचीन मंदिर सीतारामन राजा जनमेजय सर्प यज्ञ स्थल के सुंदरीकरण क़ो शासन द्वारा पर्यटन विभाग क़ो प्रथम किस्त जारी कर दी गई है।जिससें मंदिर में निर्माण कार्य का प्रारंभ हो गया।जिले क़ी धरोहर एवं आस्था का केन्द्र स्थल सीतारामन मंदिर में निर्माण कार्य शुरू होने पर क्षेत्रीय लोगो ने बड़े राजा के प्रयास क़ी सराहना क़ी हैं। बताते चलें कि विगत तीन माह पूर्व चंदापुर स्टेट के बड़े राजा कौशलेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा जनई स्थित पूज्य स्थल सीतारामन मंदिर के सौंदर्यीकरण एवं पर्यटन विकास क़ो लेकर मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की गई थी।जिस पर मुख्यमन्त्री के निर्देश पर पर्यटन विभाग द्वारा प्रशासनिक स्वीकृति हेतु शासन क़ो उनसठ लाख चौसठ हजार का स्टीमेट दिया गया।जिस पर शासन द्वारा गुरुवार को मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए उनतीस लाख बयासी हजार रुपए क़ी प्रथम किस्त जारी की गई हैं। जिसके तहत मंदिर,बाउंड्रीवाल,हवन कुंड,झील,परिसर आदि का सौंदर्यीकरण किया जाना हैं।कोरोना काल में स्वास्थ्य-व्यवस्था हेतु निजी खर्चे से जिले भर में मददगार साबित हुए बड़े राजा कौशलेंद्र प्रताप सिंह के इस प्रयास की क्षेत्रीय लोगो द्वारा हर ओर प्रशंसा क़ी जा रही है।मऊ निवासी राजकुमार उर्फ मोगा सिंह ने कहा कि प्राचीन धरोहरों क़ो सुरक्षित करने का यह भागीरथ प्रयास बड़े राजा साहब की बदौलत ही संभव हो सका है।सुरेंद्र शर्मा(जनई निवासी)ने बताया कि बड़े राजा साहब की बदौलत अब प्रदेश में राजा जनमेजय सर्प यज्ञ स्थल भी प्रमुख पर्यटन स्थल के रुप में जाना जाएगा।इस दौरान उपेंद्र सिंह(सोनू राजा),छोटे राजा हर्षेद्र सिंह,बृजेन्द्र सिंह(बन्नू राजा),अर्जुन सिंह,भोलू सिंह,जनमेजय सिंह,दीप नरायन सिंह, शिवनायक सिंह,सुरेश सिंह,अशोक सिंह,रामसागर सिंह, जीतू शुक्ला,उपेंद्र पाल,राजकुमार(प्रधान डोमापुर),उमेश कुमार(ज्योना),मोनू पासवान(दौतरा)सहित क्षेत्रीय लोगो ने बड़े राजा का आभार व्यक्त किया हैं।