इटावा में शिक्षक दिवस पर बेसिक शिक्षकों के सम्मान में किया गोलमाल, फर्जी तरीके से नाम शामिल कर शिक्षकों को किया गया सम्मानित, खण्ड शिक्षा अधिकारियों की सूची हुई वायरल
खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा भेजी गई सूची को दरकिनार करके शिक्षकों को फर्जी तरीके से किया गया सम्मानित
खण्ड शिक्षा अधिकारियों की सूची से नाम किये गए गायब, बाद में अलग से फर्जी नाम किये गए शामिल
इटावा। इटावा में शिक्षक दिवस के अवसर पर सम्मानित किए गए शिक्षकों को लेकर जिले के कई खंड शिक्षा अधिकारियों ने सवाल खड़ा किया है।
डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों को सम्मानित करने का शासन द्वारा निर्णय लिया गया था इसी के तहत जनपद इटावा में 75 शिक्षकों को विधायक सरिता भदौरिया व सावित्री कठेरिया द्वारा सम्मानित किया गया है बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा घोषित की गई सूची पर खंड शिक्षा अधिकारियों ने सवाल उठाए हैं उन्होंने आरोप लगाया है कि कार्यालय द्वारा शिक्षकों को सम्मानित करने की सूची मांगी गई थी। जिस पर मेरे द्वारा विद्यालयों में अध्यापकों का परीक्षण कर के नामों की सूची तैयार करके भेजी गई थी।
खण्ड शिक्षा अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि मेरे द्वारा दी गई सूची को दरकिनार करके फर्जी तरीके से नाम जोड़ करके शिक्षकों को सम्मानित किया गया है। खंड शिक्षा अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि सम्मानित किए गए कई शिक्षक ऐसे हैं जिनका वेतन रुका है व सम्मानित होने की योग्यता में नहीं आते उसके बाद भी उन्हें सम्मानित किया गया। जिले के कई खंड शिक्षा अधिकारियों ने दबी जुबान से बताया कि कायाकल्प के 19 विन्दु के सापेक्ष 18 बिंदु से संतृप्त, एवं छात्र नामांकन 100 से अधिक संख्या वाले विद्यालयों में कार्यरत कर्तव्यनिष्ठ, अनुशासित, विद्यालयी व्यवस्थाओ में शासन के आदेशो का पालन करने वाले व दीक्षा एप, प्रेरणा एप, क्विज प्रतियोगिता, में अध्यापकों द्वारा प्रतिभाग किया गया है। व नियमित विद्यालय जा रहे हैं ऐसे अध्यापकों की सूची तैयार करके बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को भेजी गई थी। लेकिन बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में खंड शिक्षा अधिकारियों की सूची में नाम काटकर अन्य अध्यापकों के फर्जी नाम जोड़ कर सम्मानित कराया गया जिसकी बजह से योग्य अध्यापक अपने आप को अपमानित महसूस कर रहे है।
सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार सैफई खंड शिक्षा अधिकारी ने नेहा कुलश्रेष्ठ प्राथमिक विद्यालय भिडरुआ, जय प्रताप सिंह प्राथमिक विद्यालय लाड़मपुर, कमलेश कांत उच्च प्राथमिक विद्यालय बौराइन, धर्मेंद्र पाल उच्च प्राथमिक विद्यालय नगला किशोरी, राज्पाल उच्च प्राथमिक विद्यालय महोला, संध्या शर्मा उच्च प्राथमिक विद्यालय नगला सुभान, दीपिका गुप्ता उच्च प्राथमिक विद्यालय कुम्हावर, वसुधा उच्च प्राथमिक विद्यालय उझियानी, श्याम बिहारी प्राथमिक विद्यालय गीजा, योगेंद्र सिंह प्राथमिक विद्यालय रामेत, समेत 10 अध्यापकों की सम्मानित करने के लिए सूची बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय इटावा को भेजी गई थी इसमें सिर्फ तीन अध्यापक, नेहा कुलश्रेष्ठ, राजपाल, योगेंद्र सिंह को सम्मानित किया गया बाकी शिक्षकों के नाम काटकर अलग से जोड़कर उन्हें सम्मानित करा दिया गया। बसरेहर व बढ़पुरा से 11 -11 शिक्षकों की सूची भेजी गई थी जिसमे बसरेहर से 3 व बढ़पुरा से छह शिक्षकों को सूची से शामिल किया गया बाकी के नाम फर्जी जोड़कर सम्मानित कर दिया गया।
क्या कहते है बेसिक शिक्षा अधिकारी इटावा
जब इस बारे में बेसिक शिक्षा अधिकारी इटावा से फोंन पर बात की गई तो पहले तो उन्होंने कहा कि भले ही अलग शिक्षक सम्मानित किए गये हो पर है तो उसी ब्लॉक के। पर जब उनसे पूछा गया कि खण्ड शिक्षा अधिकारियों की सूची को दरकिनार करके अन्य नाम शामिल किए गए यह तो नियम विरुद्ध है तो उन्होंने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी।