पवन कुमार गुप्ताः ऊंचाहार,रायबरेली। ग्राम पंचायत बभनपुर बिकई में एनटीपीसी द्वारा घर घर टोंटी तो लगाया गया,परंतु उसमें पानी 6 माह से नहीं आ रहा है। मुश्किल से 1 या 2 सप्ताह ही पानी आया होगा कि उसके बाद से गांव वाले सिर्फ़ टोंटी ही देख रहे हैं पानी के लिए जनता परेशान है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि पानी का मोटर एनटीपीसी अधिकारी नहीं सही करा सकते तो उसे उखाड़कर लेते जाएं गांव वालों को झूठी दिलासा देना बंद करें।
बतातें चलें कि एनटीपीसी की परियोजना के प्रदूषण जैसा घातक जहर उगलने से जहां आम जन जीवन प्रभावित है वहीं एनटीपीसी से सटे गांवों में पानी की समस्या से दिन विकराल रूप धारण कर रही है। प्रधान प्रतिनिधि एवम ग्रामीणों का कहना है कि परियोजना के सीएसआर से संबंधित अधिकारी उनकी समस्या को गंभीरता से नहीं लेते हैं।
एनटीपीसी द्वारा बिकई, बभनपुर गांव में लगाई गई पानी की टंकियां केवल शोपीस बनी हुई हैं।जगह-२ लगी पानी की टोंटियां भी मात्र दिखावा है उसमें लगभग छः महीने से पानी नहीं मिल पा रहा है।इस प्रकार से परियोजना के द्वारा ग्रामीणों को सुविधाएं देने के नाम पर अधिकारियों की कार्यशैली शून्य है सिर्फ कागजों पर योजनाओं का दिखावा और पानी की टंकियों के सामने खड़े होकर फोटो खिंचाने मात्र के लिए ही है सारी ग्रामीण योजना।जानवरों से बात करने पर यह अंदेशा लगा है कि एनटीपीसी सीएसआर के अधिकारियों से संतोष जनक जवाब ना मिल पाने से गांव की जनता आक्रोशित है पानी की मोटर सही न कराये जाने पर एवम ग्राम पंचायत बभनपुर के सभी गाँव में टोटी न लग पाने की स्थित में ग्रामीण धरना देने को विवश होंगे। वहीं ग्राम प्रधान ने बताया कि पूर्व में कई बार एनटीपीसी प्रबंधन को लिखे गए पत्र में एनटीपीसी द्वारा गांव में लगाई गई पानी की मोटर को ठीक कराने के लिए ध्यान आकर्षित किया गया लेकिन हर बार अधिकारियों द्वारा आजकल का बहाना करके महीनों बिता दिए गए और ग्रामीण पेयजल की समस्या से निरंतर जूझ रहे हैं।
इस बाबत जब एनटीपीसी के जनसंपर्क अधिकारी आशुतोष से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उपरोक्त विषय में पानी की मोटर ठीक कराए जाने के लिए ठेकेदार से बात चल रही है जल्द ही समस्या का समाधान करा दिया जाएगा। गौरतलब यह है कि ठीक ऐसे ही जवाब पूर्व ग्रामीणों और प्रधानों को भी दिए गए लेकिन समस्या हल नहीं हुई।