Tuesday, May 21, 2024
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सोशल मीडिया का मंच बिलकुल भी सुरक्षित नहीं है

फेसबुक, इंस्टाग्राम पर कुछ भी पोस्ट करने से पहले सौ बार सोचिए की जो आप पोस्ट करने जा रहे हो ये मुद्दा किसी विवाद को जन्म देने वाला तो नहीं। क्यूँकि इंसान की मानसिकता इतनी हद तक निम्न स्तर की और विकृत होती जा रही है की छोटी-छोटी बात पर गुस्सा, दंगल और खून खराबा मानों सहज सी बात हो गई है। सोशल मीडिया उसका बहुत बड़ा ज़िम्मेदार है। लोगों को लगता है ड़ाल दो कुछ भी, कौन सा फोन से निकलकर कोई हमारा कुछ बिगाड़ने वाला है। खासकर धर्मांधता ने लोगों के दिमाग को सड़ा हुआ बना दिया है। एक दूसरे के धर्म पर किचड़ उछालते पोस्ट पर ही जंग छिड़ जाती है।
ऐसा ही एक किस्सा गुजरात के धंधुका नगर से सामने आया है। 25 जनवरी को यहां धंधुका नगर के मोढवाड़ा इलाके में दो बाइक सवार हमलावरों ने किशन बोलिया की गोली मारकर हत्या कर दी। यह हत्या किशन के इस्लाम के खिलाफ विवादित पोस्ट को लेकर हुई थी। और किशन बोलिया की हत्या के बाद गुजरात में हिंदू-मुस्लिम विवाद गर्मी पकड़ता जा रहा है। जिस पोस्ट को लेकर किशन बोलिया की हत्या की गई उसे अब कई लोग शेयर कर रहे है। साथ ही स्थम्भकार व सामाजिक कार्यकर्ता, युवराज पोखरना ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली। उन्होंने लिखा ‘कितने किशन मारोगे, हर घर से किशन निकलेगा।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हवाला देते हुए युवराज पोखरना ने यह पोस्ट की और अपने फालोवर्स से कहा कि ज्यादा से ज्यादा पोस्ट शेयर करें। कुछ ही देर में इस पोस्ट को हजारों लोगों ने शेयर और लाइक किया। इसके अलावा किशन बोलिया की हत्या को लेकर वह विवादित पोस्ट जमकर वायरल हो रही है।
एक मौलाना के भड़काऊँ भाषण पर कुछ लोगों ने ‘इस्लाम का अपमान बर्दाश्त नहीं ऐसी प्रतिक्रिया देते किशन की हत्या कर ड़ाली..सोचिए पोस्ट ड़ालने जितनी छोटी सी बात कहाँ से कहाँ पहुँच गई।
ऐसे ही गुजरात के राजकोट शहर में भी दो समूहों के लोगों के बीच झड़प हुई। यह झड़प भी सोशल मीडिया की पोस्ट को लेकर हुई। पुलिस ने बाद में मामला दर्ज किया। जोन-एक के पुलिस उपायुक्त प्रवीण मीणा ने कहा, ‘दो समूहों के लोगों ने इंस्टाग्राम स्टोरीज पोस्ट कीं, जो 24 घंटे के बाद अपने आप डिलीट हो जाती है और दावा किया कि उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने एक-दूसरे को पोस्ट को हटाने के लिए कहा और मामले पर चर्चा करने को लेकर एक स्थान पर मिलने के लिए सहमत हुए। लेकिन रात दोनों पक्षों के करीब आधा दर्जन लोग पहुंचे और विवाद बढ़ गया। लड़ना वालों का कुछ नहीं जाता लड़कर मरने वाला पीछे एक बहुत बड़ी कमी छोड़ जाता है। किशन भी अपने पीछे पत्नी और 20 दिन की बेटी छोड़ गए है। सोचिए उनका भविष्य उनका क्या दोष?
ज़िंदगी बहुत अनमोल है, उसे दाँव पर लगाने से पहले अपनों के बारे में सोचिए आपकी एक गलती पूरे परिवार को तहस-नहस कर सकती है। और आपका गुस्सा किसीका घर उज़ाड सकता है। सोशल मीडिया का उपयोग बहुत सोच समझ कर कीजिए, बहस से बचें और गुस्से पर काबू रखें समाज में शांति बनी रहेगी।
भावना ठाकर ‘भावु’ (बेंगलूरु, कर्नाटक)