Sunday, May 19, 2024
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जब वो जीत जाएंगे जाने कहां जाएंगे लेकिन….

रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। चुनाव का दौर चल रहा है सभी पार्टियां अपना दमखम दिखाने में पूरा जोर लगा रही हैं लेकिन जनपद रायबरेली के अंदर एक ऐसी भी विधानसभा सीट हैं जहां पर प्रत्याशी के चयन के लिए राष्ट्रीय पार्टी भाजपा को भी काफी गुणा भाग करना पड़ा था। इसका परिणाम यह निकला कि भारतीय जनता पार्टी को फिल्मी स्टाइल में या फिर यूं कहें कि पैराशूट प्रत्याशी को उतारा गया ।
बताते चलें कि जनपद की ऊंचाहार विधानसभा 183 की सीट कांग्रेस सपा भाजपा और बसपा सभी के लिए इतनी खास है कि यहां चुनाव के दरमियान प्रत्याशी और कार्यकर्ताओं का इजाफा हो जाता है और चुनाव के दरमियान कार्यकर्ताओं की इतनी मौज होती है कि सूत्रों की मानें तो यहां पैसा बरसता है और कार्यकर्ता सभी पार्टियों से अपनी अपनी जेब भरते हैं। जनता के बीच पहुंचते ही यही कार्यकर्ता जनता को आश्वासन देते हैं और फिर गायब हो जाते हैं।

दावेदारों की लंबी कतार होने के बावजूद पार्टियों ने इन्हें बनाया अपना उम्मीदवार

ऊंचाहार की विधानसभा सीट से कांग्रेस ने भाजपा के बागी विधायक अतुल सिंह को टिकट दिया है जो कि क्षेत्र में भाजपा नेता के रूप में भी काफी लोकप्रिय थे आप वर्तमान में कांग्रेस से टिकट मिलने पर भी जनता का उन्हेल भरपूर समर्थन मिलता दिखाई दे रहा है। वहीं बहुजन समाजवादी पार्टी ने क्षेत्र की युवा महिला अंजली मौर्य को यहां से टिकट दिया और यहीं पर समाजवादी पार्टी के लिए प्रत्याशी का चयन करना पार्टी के हाईकमान को संशय में डाल दिया था क्योंकि एक तरफ दो बार इसी विधानसभा से विधायक रह चुके मनोज पांडे भी उम्मीदवार थे। जो कि 2017 के विधानसभा चुनाव में मोदी लहर होते हुए भी भारी मतों से विजई हुए थे और दूसरी तरफ प्रदेश और भाजपा के कद्दावर नेता स्वामी प्रसाद मौर्य भी भाजपा से और अपने मंत्री पद से त्यागपत्र देते हुए सपा में शामिल हुए थे और यह भी कयास लगाए जा रहे थे कि उनके बेटे उत्कृष्ट मौर्य को ऊंचाहार विधानसभा की सीट से सपा का उम्मीदवार बनाया जाएगा। वही काफी दिन तक क्षेत्र में राजनीतिक लोग जातिगत समीकरण के आधार पर राजनीति कर रहे थे कि अब आगे क्या होगा लेकिन लगातार तीसरी बार समाजवादी पार्टी में मनोज पांडे को ही टिकट देकर क्षेत्र के सियासी गलियारों में हलचल मचा दी थी जिसका असर ऊंचाहार विधानसभा में यह भी हो रहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य और उनके बेटे सपा में रहते हुए भी यहां की सीट से उतारे गए भाजपा प्रत्याशी को अंदर ही अंदर अपना समर्थन देंगे। इसलिए सपा में रहते हुए प्रदेश स्तर पर भले ही पार्टी को स्वामी प्रसाद मौर्य के रहने से फायदा हो लेकिन ऊंचाहार की विधानसभा सीट पर सपा प्रत्याशी को स्वामी समर्थकों का भी वोट मिलना मुश्किल होगा।

क्षेत्र की जनता के मन को कब टटोलेंगे भाजपा प्रत्याशी

अब हम बात करते हैं उस पार्टी की जिसकी सत्ता आज भी केंद्र में है और वहां से बैठकर प्रदेश की राजनीति कर रही है। अपने अलावा अन्य पार्टियों के नेताओं पर सरकारी और प्रशासनिक दबाव अंदर ही अंदर बनाकर पार्टियों के माहौल को कमजोर कर रही हैं। बता दें कि भाजपा द्वारा यहां की सीट पर अपने पुराने कार्यकर्ताओं से जिन्होंने यहां पर जमीनी स्तर से मेहनत करके भाजपा को मजबूत किया था उनके साथ भी सौतेला व्यवहार किया गया और दूसरे जनपद से जाति के आधार पर समीकरण बनाते हुए संगठन के प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य को ऊंचाहार विधानसभा 183 पर प्रत्याशी बनाकर उतार दिया। जिनका परिचय तो छोड़िए चेहरा भी आज तक कई गांवों के ग्रामीणों ने नहीं देखा है हालांकि जनसंपर्क के दौरान कुछ गांवों का दौरा भी उन्होंने किया है वहां के लोग उनसे अब परिचित हो गए होंगे। इस बीच स्थानीय पत्रकारों को भी भाजपा प्रत्याशी ने नकार दिया हैं और उन्हें यह लगता है कि मीडिया के साथ बैठक करना समय की बेफिजूल खर्ची होगी।
खैर, भाजपा प्रत्याशी के लिए आम जनता के मन में कई सवाल उठ रहे हैं जिनका जवाब पत्रकारों के माध्यम से ही जनता को मिलना था लेकिन उसके लिए भाजपा प्रत्याशी अभी तक तैयार नहीं हुए हैं। आम जनता भाजपा प्रत्याशी के साथ मंच पर पूर्व प्रत्याशियों और पुराने नेताओं को देखकर भ्रमित हो रही है। उनके मन में यह शंका उत्पन्न है कि जिन पुराने नेताओं को और जिन पूर्व प्रत्याशियों को ऊंचाहार की जनता पहले के चुनावों में नकार चुकी है उन्हीं लोगों को कहीं जनता के बीच अपना प्रतिनिधि बनाकर भाजपा प्रत्याशी अमरपाल मौर्य बाहर तो नहीं चले जाएंगे। क्योंकि भाजपा प्रत्याशी अमरपाल गैर जनपद के रहने वाले हैं और यदि वह यहां से जीतते हैं तो कहीं मंच पर खड़े इन्हीं पूर्व नेता और पूर्व प्रत्याशियों को अपना प्रतिनिधि बनाकर जनता के बीच खड़ा तो नहीं करेंगे फिर आखिर विकास कैसे होगा। जब उन्ही पुराने नेताओं से जनता को काम कराना होगा तो फिर पिछले चुनावों का भेदभाव आगामी कार्यकाल में वह पूरा करेंगे।आम जनता महंगाई से परेशान है उसे कुछ सूझता नहीं और प्रत्याशी हैं कि जनता के दुखों को साझा करने के बजाए गुंडाराज पर भाषण दे रहे हैं। यहां पर राजनीति करने वालों को जनता भी भांप रही है और इस बार क्षेत्र की खुशहाली और तरक्की के लिए आम जनता मतदान करेंगी।