Friday, May 3, 2024
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आत्महत्या मामले में तमिलनाडु सरकार का विद्यार्थी परिषद ने फूंका पुतला

हाथरस। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सासनी गेट चौराहे पर तमिलनाडु सरकार का पुतला फूंक कर जोरदार प्रदर्शन किया और तमिलनाडु सरकार पर गम्भीर आरोप भी लगाये।विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों का आरोप है कि तमिलनाडु के तंजावुर जिले के सैक्रेड हर्ट्स स्कूल में पढ़ने वाली 17 वर्ष की छात्रा लावण्या ने स्कूल प्रशासन द्वारा डाले जा रहे धर्मांतरण के दबाव के कारण आत्महत्या कर ली। लावण्या को न्याय दिलाने की मांग को लेकर 14 फरवरी को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। अभाविप के प्रदर्शन को बर्बरता पूर्वक कुचलते हुए तमिलनाडु पुलिस ने अभाविप के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया व अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी, राष्ट्रीय मंत्री मुथुरामलिंगम सहित अन्य 33 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर मध्यरात्रि में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। जिसके बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जिसके विरोध में आज अभाविप हाथरस नगर इकाई ने प्रदर्शन किया।
अभाविप के प्रान्त सह सोशल मीडिया संयोजक विकास शर्मा ने कहा कि तमिलनाडु सरकार ने बर्बरता की हदों को पार कर दिया है। सरकार लावण्या की आवाज को दबाने का हर संभव प्रयास कर रही है परंतु अभाविप लावण्या की लड़ाई को लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। यह लड़ाई एक छात्रा की न होकर देश भर के सभी छात्र छात्राओं की है जो धर्मांतरण के लिए प्रताड़ना को झेलते हैं। तमिलनाडु सरकार का लावण्या मामले में दुर्व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है। शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज करना तथा उन्हें गलत मुकदमे में फंसाना, तमिलनाडु सरकार की नीयत को दर्शाता है। कार्यकर्ताओं पर लगी अन्य धाराओं में आईपीसी की धारा 353 – लोक सेवक पर हमला, जो गैर जमानती अपराध है का झूठा आरोप लगाया गया है।
अभाविप के जिला विस्तारक राज मिश्रा ने कहा कि तमिलनाडु की डीएमके सरकार छात्रा लावण्या की आत्महत्या को छुपाने की कोशिश करके दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है जो निंदनीय है। जब तक लावण्या को न्याय नहीं मिल जाता और तमिलनाडु पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अभाविप के कार्यकर्ताओं को रिहा नहीं किया जाता, तब तक विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता पूरे देशभर में आंदोलन करते रहेंगे।
पुतला फूकने वालों में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रियंका त्रिपाठी, तहसील संयोजक गौरव रावत, मोहिनी कुशवाहा, नगर मंत्री देव शर्मा, अंजली ठाकुर, मोहिनी, आशा, हर्षवर्धन, सुहाना, मुदित, रोहित आदि कार्यकर्ता शामिल थे।