रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। जनपद रायबरेली में 02 से 30 अप्रैल तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह मनाया जायेगा। इसकी तैयारियों को लेकर बचत भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी प्रभास कुमार की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की बैठक हुई। बैठक में माइक्रोप्लान के अनुसार अभियान के सफल आयोजन एवं सभी विभागों से इस अभियान में सहयोग की अपील की गयी। सभी विभागों को निर्देशित किया गया कि वह अपने-अपने विभाग का माइक्रोप्लान 28 मार्च तक मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को भेज दें। अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ता लोगों को मच्छर जनित परिस्थितियाँ उत्पन्न न होने देने के बारे में जागरूक करेंगे। संचारी रोग जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, दिमागी बुखार जैसी बीमारियों के प्रसार को रोकना है, जिसके लिए जरूरी है कि सही समय पर बुखार की जांच और उसका इलाज कराया जाए । इसके लिए आवश्यक है कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर पहुँचें।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि जिला स्तर पर प्रशिक्षण हो गया है, ब्लॉक स्तर पर अन्तर्विभागीय समन्वय बैठक हो चुकी है एवं तहसील स्तर पर भी जल्द ही पूरी कर ली जाएंगी। ब्लॉक स्तरीय मास्टर ट्रेनर ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण कार्य जल्द ही पूरा कराएं।
प्रभारी जिला मलेरिया अधिकारी डी. एस. अस्थाना ने बताया कि संचारी रोगों का मूल कारण प्रदूषित जल एवं उनमें पनपने वाले मच्छर हैं। यदि हम अपने आस-पास जलभराव न होने दें और साफ-सफाई रखें तो मच्छर जनित बीमारियों से छुटकारा मिल जाएगा। शासन की मंशा के अनुसार सभी सहयोगी विभाग कार्य करें, जिससे जनपद में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, दिमागी बुखार और कई अन्य बीमारियों से छुटकारा मिल जाएगा।
प्रभारी जिला मलेरिया अधिकारी अस्थाना ने बताया कि 15 से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। पहले के दस्तक अभियान की भांति इस वर्ष भी दस्तक अभियान में आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बुखार के रोगियों, इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस के रोगियों, क्षय रोग के लक्षणयुक्त व्यक्तियों एवं कुपोषित बच्चों की सूची बनाएंगी। इसके साथ ही क्षेत्रवार ऐसे मकानों की सूची भी बनायेंगी, जहां घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन पाया गया है।आशा कार्यकर्ता उन घरों के प्रमुख स्थानों पर स्टीकर लगायेंगी जिन घरों में 15 वर्ष से कम आयु के बच्चे हैं या क्षय रोग के लक्षण युक्त व्यक्ति हैं। इसके साथ ही संचारी रोगों से बचाव के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा स्कूलों, ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस (वीएचएनडी) , मातृ समिति की बैठक में लोगों को जागरूक किया जाएगा। आशा कार्यकर्ता लोगों को इस बात के लिए जागरूक करें एवं यह जरूर सुनिश्चित करें कि बुखार होने पर स्वयं कोई इलाज न करें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर बुखार की जांच कराएं।
इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग नोडल विभाग है। इसके अलावा बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, शिक्षा, पंचायती राज, ग्रामीण विकास, दिव्य जन कल्याण, पशुपालन, कृषि, नगर विकास, चिकित्सा शिक्षा एवं सूचना विभाग भी सहयोग करेंगे। सभी विभागों के परस्पर सक्रिय सहयोग से ही अभियान की सफलता निश्चित है।