Thursday, May 2, 2024
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मानव के सत्कर्मों को अपवर्ग समझता हूं ‘

ऊंचाहार/रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता । बौद्धिक विचार मंच, ऊंचाहार की शाखा युवा प्रकोष्ठ प्रयागराज की ओर से बाबू भोला सिंह विधायक आवास महावीरपुरी में पं.गोपीनाथ मिश्र स्मृति समारोह का आयोजन किया गया। जिसमे साहित्यकारों ने अपनी अपनी रचनाओं से उन्हे याद किया ।समारोह में अतिथि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व डीन प्रो. उमाशंकर राय , समाजसेवी डा.समाज शेखर उन्हे श्रद्धासुमन अर्पित किए । प्राचार्य डा.इन्दु मिश्र जौनपुरी ने ‘मानव के सत्कर्मों को अपवर्ग समझता हूं’ रचना पढ़कर श्रद्धांजलि दी। संस्था सचिव डा.पीयूष मिश्र पीयूष ने “जवाबों में तुम हो सवालों में तुम हो, जिधर देखता हूं उधर तुम ही तुम हो, मेरी ज़िन्दगी के उजालों में तुम हो” काव्य पंक्तियां पढ़कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। बालकवि परिमल द्वारा प्रस्तुत पंक्तियां “तुझसे ही रोशनी ये तुझसे ही जिन्दगानी, माली के खून से है इस बाग में रवानी ” सराही गयी। जनकवि प्रकाश, कपिल तिवारी, विहारी लाल अम्बर ,प्रतिमा दीक्षित,शिवांश मिश्र ने भी काव्यपाठ किया। साहित्यकार संसद के प्रधानमंत्री डा.प्रद्युम्ननाथ त्रिपाठी ‘करूणेश’ ने अध्यक्षीय उदबोधन में कहा कि सादे की बाज़ार गांव की मिट्टी में जन्म लेने वाले पं.गोपीनाथ मिश्र को संगम की भूमि पर याद करना उनके आत्मा की अमर महानता है । इस मौके पर देशराज मिश्र ,डा.सुजीत शर्मा,डा.मयंक मिश्र,डा.करुणेश शुक्ल,रिंकी मिश्रा,उत्पल,अर्जुन मिश्र आदि ने भी श्रद्धांजलि अर्पित किया।