Friday, May 17, 2024
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“नेशनल हेराल्ड” के दफ्तर को ईडी ने किया सील

नई दिल्ली, राजीव रंजन नाग। नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित इसके ऑफिस को सील कर दिया है। इसके साथ ही ईडी ने निर्देश दिया है कि एजेंसी की इजाजत के बिना परिसर नहीं खोला जाए। नेशनल हेराल्ड के दफ्तर पर ने ऑफिस को बिना पूर्व इजाजत नहीं खोलने का नोटिस लगाया है। इसके बाद से कांग्रेस मुख्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही 10 जनपथ यानी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। ईडी ने कल मंगलवार को इस ऑफिस में तलाशी ली थी, जिसके बाद इसको सील कर दिया गया है। ईडी की टीम ने यहां दस्तावेजों की तलाशी के क्रम में यहां छापे की कार्रवाई की थी।नेशनल हेराल्ड मामले में दिल्ली, लखनऊ, कोलकाता में 12 ठिकानों पर छापेमारी की थी। नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर नियमों के उल्लंघन का आरोप है। ईडी अधिकारियों के बताया कि पैसे के लेन-देन से जुड़ी अतिरिक्त जानकारी जुटाने के लिए धन शोधन रोकथाम कानून की आपराधिक धाराओं में छापे की कार्रवाई की गई। छापे मुख्य रूप से उन इकाइयों पर मारे गए, जो नेशनल हेराल्ड से जुड़े लेन-देन में शामिल रहे हैं। यह कार्रवाई मामले में हाल में कई लोगों से हुई पूछताछ से सामने आए नए सुबूतों के आधार पर की गई है।
नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से कई राउंड की पूछताछ कर चुकी है। इसे लेकर कांग्रेस ने कड़ा विरोध दर्ज किया था। सोनिया और राहुल से ईडी की पूछताछ को लेकर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने देशभर में विरोध-प्रदर्शन किए थे। सोनिया गांधी से हुई पूछताछ के दौरान राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
क्या है नेशनल हेराल्ड मामला?
नेशनल हेराल्ड अखबार को साल 1938 में पंडित जवाहर लाल नेहरू ने शुरू किया था। इस अखबार को चलाने का जिम्मा एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) नाम की कंपनी के पास था। शुरुआत से इस कंपनी में कांग्रेस और गांधी परिवार के लोग हावी रहे। करीब 70 साल बाद 2008 में घाटे की वजह से इस अखबार को बंद करना पड़ा, तब कांग्रेस ने AJL को पार्टी फंड से बिना ब्याज का 90 करोड़ रुपये का लोन दिया।
फिर सोनिया गांधी और राहुल ने ‘यंग इंडियन’ नाम से नई कंपनी बनाई। यंग इंडियन को एसोसिएटेड जर्नल्स को दिए लोन के बदले में कंपनी की 99 फीसदी हिस्सेदारी मिल गई। यंग इंडियन कंपनी में सोनिया और राहुल गांधी की 38-38 फीसदी की हिस्सेदारी है, वहीं बाकी का शेयर मोतीलाल बोरा और आस्कर फर्नांडिस के पास था।प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने कहा कि कार्यालय को सील कर दिया गया था क्योंकि तलाशी के दौरान परिसर में कोई भी उपलब्ध नहीं था और इसलिए वे तलाशी पूरी नहीं कर पाए।
आदेश में कहा गया है कि एजेंसी से “पूर्व अनुमति के बिना परिसर नहीं खोला जाएगा”। प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को नेशनल हेराल्ड परिसर में छापेमारी के बाद यह कार्रवाई की है, जिसमें कथित तौर पर कांग्रेस पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग जांच की जांच चल रही है।वाई आई एल (यंग इंडिया लिमिटेड) ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण किया, जो नेशनल हेराल्ड चलाता है। एजेंसी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ के कुछ दिनों बाद कल दिल्ली में अखबार के कार्यालयों पर छापा मारा था। छापेमारी के बाद कांग्रेस का जोरदार विरोध हुआ। इस बार पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय की ओर जाने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग लगा दी है।
“हेराल्ड हाउस, बहादुर शाह जफर मार्ग पर छापे भारत के प्रमुख विपक्ष-भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के खिलाफ जारी हमले का एक हिस्सा हैं। हम मोदी सरकार के खिलाफ बोलने वालों के खिलाफ इस प्रतिशोध की राजनीति की कड़ी निंदा करते हैं। आप हमें चुप नहीं करा सकते!” कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने ट्वीट किया।इससे पहले दिन में, सोनिया गांधी, कांग्रेस के अन्य सांसदों ने ईडी की कार्रवाई और मोदी सरकार के विरोध में लोकसभा में सदन के वेल में प्रवेश किया। इस बीच दिल्ली में एआईसीसी मुख्यालय के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया हैविकास पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि “दिल्ली पुलिस ने एआईसीसी मुख्यालय के लिए सड़क को अवरुद्ध करना एक अपवाद के बजाय एक आदर्श बन गया है! उन्होंने अभी ऐसा क्यों किया यह रहस्यमय है …”
कुछ घंटे पहले, जयराम रमेश ने भी ट्वीट किया, “टीएमसी और आप सहित 17 विपक्षी दलों, साथ ही एक निर्दलीय राज्यसभा सांसद ने, पीएमएलए में संशोधन को बरकरार रखते हुए सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के दीर्घकालिक निहितार्थ पर गहरी आशंका व्यक्त करते हुए एक संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किए हैं।