पवन कुमार गुप्ता: ऊंचाहार, रायबरेली। क्षेत्र के इटौरा बुजुर्ग गांव के निकट शॉट सर्किट से लगी आग से करीबन दस बीघे गेंहू की खड़ी फसल जलकर खाक हो गई है। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे फायर ब्रिगेड कर्मियों ने किसी तरह आग पर काबू पाया है। घटना की जानकारी मिलने पर हल्का लेखपाल ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का आकलन किया है।
गांव निवासी विनोद दर्जी, कमलेश नाई, लाल पंडित, सोनू आदि किसानों के खेत के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजरी हुई है।
गुरुवार की दोपहर बाद चल रही हवा के कारण तारों में हुई स्पार्किंग से निकली चिंगारी से गेंहू की खड़ी फसल में आग लग गई। आग लगने से मौके पर अफरा तफरी मच गई। जिसके बाद मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन हवा चलने के चलते आग विकराल रूप ले चुकी थी । उसके बाद ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने काफी मसक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। लेकिन तब तक आधा दर्जन किसानों की करीबन दस बीघे फसल जलकर खाक हो चुकी थी।घटना की जानकारी पर हल्का लेखपाल ने मौके पर पहुंचकर किसानों के हुए नुकसान का आकलन किया।
चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी में कनेक्शन की कटौती पर रहम करो सरकार
⇒बकाया बिल छूट के साथ जमा करने का अवसर पुनः प्रदान करें- ग्रामीण उपभोक्ता
पवन कुमार गुप्ता: रायबरेली। अप्रैल महीने की शुरूआत होने के साथ ही गर्मी ने अपना। असर दिखाने शुरू कर दिए है। चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी के साथ ही आम जनमानस को बिजली और पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बिजली के बकायेदारों से शुल्क वसूलने के लिए कड़े रुख अपनाने के लिए निर्देश दे दिए हैं। जिसके तहत बिजली बिल के बड़े बकायेदारों से बिजली के बिल की वसूली के लिए कनेक्शन काटे जाने का अभियान जोरों पर है।
विद्युत विभाग नियमों की अनदेखी कर जिले भर में बिजली कनेक्शन काटने का अभियान चला रही है़। इसके साथ ही जनपद के ऊंचाहार क्षेत्र में यह अभियान जोरों पर है। सूत्रों की मानें तो अब तक ऊंचाहार क्षेत्र में लगभग 40 से 50 उपभोक्ताओं का कनेक्शन काटा जा चुका है़। विद्युत अधिनियम के अनुसार बकाया राशि पर 15 दिन पहले नोटिस देना है़। कनेक्शन काटने के पहले उपभोक्ताओं को सूचित करना है़।
चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी के बिजली विभाग की इस कार्यवाही से ज्यादातर ग्रामीणांचल के उपभोक्ता ही परेशान हो रहे हैं। बिजली बिल के बकाएदारों में अधिकांश उपभोक्ताओं गांव के मजदूर ही हैं। जिनका बकाया के नाम पर बिजली कनेक्शन काटा जा रहा है़ इधर राजस्व बढ़ाने के लिये विद्युत विभाग के अभियंताओं ने बकायेदारों का बिजली कनेक्शन काटो का अभियान तेज कर दिया है़।
शिकायती पत्र के आधार पर डीएम ने सीएमओ को दिए जांच के आदेश
पवन कुमार गुप्ताः ऊंचाहार, रायबरेली। क्षेत्र के पिपरहा समेत अन्य गांव के ग्रामीणों द्वारा करीबन दो सप्ताह पूर्व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक व स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिला अधिकारी से मामले की शिकायत की गई थी। जिला अधिकारी ने मामले में अब जांच के लिए निर्देशित किया है।
गांव के वीरेंद्र यादव, संजय यादव आदि ग्रामीणों ने जिला अधिकारी को दिये शिकायती पत्र में बताया था कि सीएचसी अधीक्षक सीएचसी में रात्रि विश्राम नहीं करते हैं और समय से पहले ही सीएचसी छोड़ देते हैं। उनका सीयूजी नम्बर भी बन्द रहता है।उनके द्वारा झोलाछाप डॉक्टरों को नोटिस भेजकर उनके द्वारा पैसे की मांग की जाती है। जिसमें स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी की पूर्णतया संलिप्तता रहती है।
इससे पूर्व जगतपुर सीएचसी अधीक्षक रहते हुए उन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे थे। उन पर प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें ऊंचाहार का सीएचसी अधीक्षक बनाया गया है।
बी. एल. स्मारक एजुकेशन सेंटर में मनायी गयी अम्बेडकर जयंती
कानपुरः राघवेन्द्र सिंह। आज बी. एल. स्मारक एजुकेशन सेंटर में संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर की 131 वीं जयंती धूमधाम से मनायी गयी। वही विद्यालय में प्रतियोगी परीक्षा और बाबासाहेब आंबेडकर की छायाचित्र बनाने की प्रतियोगिता हुई जिसमें विजेता छात्रों को पुरस्कार दिया गया।
इस मौके पर एन्टी करप्शन एन्ड शोसल डेवलपमेंट काउंसिल के राष्ट्रीय महासचिव प्रशान्त बाजपेयी व संस्थान प्रधानाचार्य डॉ मनोज पाल द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया और अतिथियों स्मृति चिन्ह् देकर सम्मानित किया गया साथ ही बताया गया कि हमारे संविधान को बनाने हो या अच्छी शिक्षा हो या उद्योगों को लगाने का काम बाबा साहेब के द्वारा किया गया।
डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर आदर्शो पर डाला प्रकाश
कानपुरः राघवेन्द्र सिंह। कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड कानपुर नगर ग्रामीण कमेटी के जिलाध्यक्ष सुशील सोनी ने बर्रा-2 सचान चौराहे पर बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर फूल चढ़ाये। इस मौके पर सुशील सोनी ने बताया ‘‘बाबासाहब डॉ भीमराव आंबेडकर जी के प्रयासों से हमारे देश को एक ऐसा संविधान मिला जिसकी प्रस्तावना में ही देश की मजबूती का जंतर था। बाबासाहब ने न्याय, स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व, आत्मसम्मान एवं देश की एकता व अखंडता के विचारों पर आधारित देश निर्माण का खाका दिया। सोनी का यह भी मानना है कि यदि हम आधुनिक विकसित भारत चाहते हैं तो सभी धर्मों को एक होना पड़ेगा।” मुख्य रूप से जिला उपाध्यक्ष गिरीश चंद कमल, राजेश शर्मा, बिहारी लाल निषाद आदि लोग उपस्थित रहे।
Read More »भवन या भूखण्ड के क्रय-बिक्रय में धड़ल्ले से जारी है एक नम्बर दो नम्बर का खेल!
कानपुरः श्याम सिंह पंवार। प्राधिकरण, परिषद् का हो या रियल स्टेट का कारोबार करने वाले प्रॉपर्टी डीलर के भवन अथवा भूखण्ड, सभी के क्रय-बिक्रय में धड़ल्ले से किया जा रहा है एक नम्बर दो नम्बर का खेल! जी हां कानपुर महानगर में एक नम्बर दो नम्बर का खेल बखूबी धड़ल्ले से जारी है और दो नम्बर का लेनदेन दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है।
कानपुर विकास प्राधिकरण अथवा आवास एवं विकास परिषद् से आवंटित होने के बाद मूल आंवटी द्वारा किसी अन्य खरीददार को बिक्रय के दौरान, हाउसिंग सोसाइटियों एवं रियल स्टेट का कारोेबार करने वाले बिल्डरों की बेसकीमती सम्पत्तियों जैसे-भवन, भूखण्ड (आवासीय/व्यापारिक) के क्रय-बिक्रय के दौरान क्रेता एवं बिक्रेता के बीच आपसी लेन-देन होता कुछ और है और रजिस्ट्रार कार्यालय में बैनामा अथवा रजिस्ट्री करते समय लिखा-पढ़ी यानीकि दस्तावेजों में कुछ और दिखाया जाता है।
उदाहरण के तौर पर मान लिया कि सम्पत्ति का मूल्य 80-90 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर अथवा प्रति वर्ग होता है लेकिन इसे दस्तावेजों में 20-30 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर अथवा प्रति वर्ग गज ही दिखाया जाता है। इससे वास्तविक लेनदेन छुप जाता है।
डॉ0 अम्बेडकर जयंती के अवसर पर सरकार की योजनाओं के बारे में बताया
कानपुरः अवनीश सिंह चौहान। उप्र के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर जयंती (सामाजिक समरसता दिवस) के अवसर पर होटल मंदाकिनी में आयोजित कार्यक्रम का डा0 भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित कर एवं दीप प्रज्जवलन कर शुभारम्भ किया।
सामाजिक समरसता दिवस के रूप में मनाये जा रहे डा0 भीमराव अम्बेडकर जयंती के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि आज बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर जयंती, बैशाखी तथा महावीर जयंती का शुभ अवसर है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर भारत में ही नही विश्व के अन्य देशों में भी अपने सिद्धान्तों एवं दलित, वचिंत व गरीब वर्गाे के हितो के लिये किये गये कार्याे के लिये याद किये जाते है। उन्होंने भारतीय संविधान की संरचना में बहुत बडी भूमिका निभायी। बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर ने समाज के सभी वर्गाे में समानता लाने तथा गरीब निर्धन व वचिंतो के जीवन में सुधार व बदलाव लाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि अम्बेडकर जी ने कहा कि कोई छोटा बड़ा नहीं है सभी बराबर रहे। उन्होंने अपना पराया व ऊच-नीच के भेदभाव को भी हटाने का कार्य किया।
आज मौसम बड़ा बेईमान है….
आज मौसम बड़ा बेईमान है, बड़ा बेईमान है आने वाला कोई तूफ़ान है, आज मौसम बड़ा बेईमान है!.. यह गीत सुनकर मन हर्ष उल्लास से भर जाता है खासकर जब मौसम गर्मी का हो एक अजीब सी शांति मिलती है। यूं तो गर्मियां मई- जून से प्रारंभ होती है जो जुलाई-अगस्त में उमस के कारण अपनी चरम पर हो जाती है और कम से कम नवंबर तक रहती हैं। परंतु इस वर्ष ना जाने गर्मियां एकदम से दस्तक दे गई है जो कि काफी आश्चर्यजनक है क्योंकि इसी प्रकार बीते वर्ष 2021 में सर्दियों का प्रारंभ भी अचानक हुआ था। बीच का हल्की हल्की सर्दी गर्म हवा जिसमें आधी बाजू वाला स्वेटर जैकेट पहनने वाला मौसम आया ही नहीं। कोविड-19 की वजह से पता ही नहीं चला 2 साल कब कैसे कट गए, जब महामारी का प्रभाव हल्का हुआ तो भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा, बीच का वह आनंदित फागुन का मौसम कही अदृश्य हो गया हो।
तापमान में नियमित बढ़त देखी जा रही है। भारत के कई हिस्सों में तापमान निरंतर 38सी-40सी रिकॉर्ड हो रहा है। भारत के उत्तर के प्रदेश जम्मू कश्मीर के जम्मू में 75 साल का रिकॉर्ड टूटा है यहां 28 मार्च को 38सी डिग्री तापमान मापा गया है। वहीं भारत की राजधानी दिल्ली भी पीछे नहीं है यहां पारा 40सी पार कर गया है। अब आलम यह है कि जहां कोविड-19 की पाबंदियां के कारण घर से बाहर निकलना एक मजबूरी थी वही अब घर से बाहर निकालना एक सज़ा से कम नहीं है।
गीत की पंक्तियां कहती है आने वाला कोई तूफ़ान है, तूफ़ान तो आ रहा है परंतु धूल मिट्टी, सूखे पत्ते वह गंदगी भरा जो जगह-जगह ,घर, अगर आप बाहर हैं तो आपके मुंह पर चिपक जाएगा। सबसे ज़्यादा आंखें फेफड़े व त्वचा खराब हो जाती हैं। इस मौसम के साथ रूखेपन की वजह से आंखों की पलकें भी ज़्यादा उपयुक्त होती हैं उनके बाल गिरने लगते हैं। हमारी त्वचा की ऊपरी परत खत्म हो जाती है वहीं इतनी धूप और गर्मी के चलते पिगमेंटेशन व स्किन अल्सर हो जाते है जो कि स्किन कैंसर का रूप ले लेती है।
अग्नि शमन सेवा स्मृति दिवस पर मुख्य सचिव को लगाया गया फ्लैग पिन
लखनऊ। अग्निशमन सेवा स्मृति दिवस पर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र को महानिदेशक फायर सर्विस अविनाश चन्द्र द्वारा फ्लैग पिन लगाया गया। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने कहा कि अग्नि सभी के साथ समान व्यवहार करती है। इसलिये अग्नि से बचाव तथा सावधानी बरतने के प्रति जागरूक रहने की अति आवश्यकता है। अग्नि शमन विभाग को सभी सरकारी विभागों, बहुमंजिला इमारतों, वाणिज्यिक परिसरों एवं शैक्षणिक संस्थानों आदि में अग्नि शमन उपकरणों की नियमित अंतराल पर चेकिंग करनी चाहिये। इसके अतिरिक्त समय-समय पर मॉक ड्रिल अवश्य करानी चाहिये, जिससे कि अग्नि शमन उपकरणों के इस्तेमाल एवं सुरक्षा के उपायों की लोगों को जानकारी रहे।
इस मौके पर निदेशक फायर सर्विस जेके सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।
धूमधाम से मनाई गई डॉ0 भीमराव अम्बेडकर की जयंती
कानपुर देहात। भारत रत्न बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की 131 वीं जयन्ती जनपद में बड़े धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर जयन्ती पर एक भव्य कार्यक्रम का विकास भवन सभागार कक्ष में किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी एवं अपर जिलाधिकारी प्रशासन आदि अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए तथा बधाई दी।
इस मौके पर बोलते हुए जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि भारत रत्न डा0 भीम राव अम्बेडकर का योगदान बहुत सारे है, कमजोर वर्ग को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने जो संवैधानिक व्यवस्था बनाई वह अपने आप में विशिष्ट है उनके द्वारा निर्मित संविधान को यदि गंभीरता से समझना है तो भारतीय संविधान के लागू होने से पहले की व्यवस्थाओं को समझना होगा, संविधान लागू होने से पहले राजशाही व्यवस्था में सम्पूर्ण देश बिखरा हुआ था, अवसर एवं समानता के दरवाजे आम लोगों के बिल्कुल बन्द थे, लेकिन बाबा साहब ने इस संवैधानिक ढ़ाचे द्वारा सभी वर्गाे को यह अवसर उपलब्ध कराया कि वह भी देश के नव निर्माण में और ऊॅचे पदों पर अपनी प्रतिभा द्वारा आगे बढ़ सकते है, भारत के भौगोलिक एकीकरण की शुरूआत संवैधानिक ढ़ाचे के तहत हुई, आज कश्मीर से कन्याकुमारी तक जो भौगोलिक एकता दिखायी पड़ती है, उसका सूत्रधार हमारा संविधान ही है, बाबा साहब द्वारा निर्मित संविधान की परीक्षा पिछले कई वर्षाे से हो रही है, इस परीक्षा में उनके द्वारा निर्मित संविधान पूर्णतयः खरा उतरा है, उसका बेसिक ढ़ांचा वही रहा है उसमें कोई बदलाव नही हुआ है।