चंदौली: जन सामना संवाददाता। अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस के अवसर पर समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित वृद्धाश्रम कमला नगर जीटी रोड चन्दौली में जिलाधिकारी निखिल टी. फुंडे द्वारा वृद्धाश्रम का निरीक्षण कर वृद्धजनों से भेंट कर फल/मिष्ठान व वस्त्र वितरण किया गया।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के क्रम में आवासित लोगों की संख्या एवं प्रति व्यक्ति आवंटित खर्च के बारे में पूछताछ की। समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि यहां पर लगभग 90-100 लोग रहते हैं और प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 114 रुपये खर्च आवंटित है। इस खर्च मे दो बार नाश्ता और दो बार भोजन उपलब्ध कराया जाता है। इस दौरान जिलाधिकारी ने आवास, रसोई, टॉयलेट आदि का निरीक्षण कर समाज कल्याण अधिकारी को लगातार निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा वृद्धाश्रम में निवासरत वृद्धजनों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया गया साथ ही आयुष्मान कार्ड भी बनाया गया।
नसरल्लाह की मौत पर प्रदर्शन तो विरोध में सवाल भी उठे
संजय सक्सेनाः लखनऊ। देश के कई राज्यों की तरह लखनऊ में भी लेबनान में मारे गये आतंकी हसन नसरल्लाह की मौत के बाद शिया समुदाय में आक्रोश है। विरोध में इन्होंने पुराने लखनऊ में राजाजीपुरम में तालकटोरा स्थित कब्रिस्तान और छोटे से लेकर बड़े इमामबाड़े तक प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल रहीं। यह लोग नसरल्लाह को शहीद बता रहे हैं। छोटे इमामबाड़ा से लेकर बड़ा इमामबाड़ा तक हजारों की संख्या में शिया मुसलमानों ने विरोध मार्च निकाला। हाथों में हसन नसरल्लाह की तस्वीर लेकर जिंदाबाद के नारे लगाए। इसी के साथ शिया मुसलमानों ने इजरायल के प्रधानमंत्री का पोस्टर जलाकर विरोध जताया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने हिजबुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरल्लाह की मौत पर अफसोस जताया और इस पूरी घटना का जिम्मेदार इजराइल को बताया गया।
प्रदर्शन में शामिल जैदी ने कहा कि नसरल्लाह की मौत का दिन हमारे लिए ब्लैक डे है। हम सभी लोग नसरल्लाह को श्रद्धांजलि देने और इसराइल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। छोटा इमामबाड़ा से लेकर बड़ा इमाम वाले तक लगभग एक किलोमीटर लम्बा प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने कहा नसरल्लाह हमारे बहुत मजबूत लीडर और शिया कौम के मार्गदर्शक थे। नसरल्लाह ने शिया समाज और मानवता के लिए कई बड़े काम किए हैं, जिनको भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने आईएसआईएस के हमलों के दौरान इमाम अली की बेटी हजरत जैनब के दरगाह की सुरक्षा की थी। हमेशा फिलिस्तीन के पीड़ितों का साथ दिया।
टॉक्सिक वर्क कल्चर
किसी भी व्यवसाय के लिए एक मजबूत और स्थिर कॉरपोरेट कल्चर जरूरी है ताकि कर्मचारी उस कल्चर में खुद को सहज महसूस कर अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सके लेकिन जब यह संस्कृति नकारात्मक हो जाती है तो इसका खामियाजा कंपनी के बजाय कर्मचारियों को भुगतना पड़ता है। कंपनी का मुनाफा तो बढ़ जाता है लेकिन कर्मचारियों पर काम के अतिरिक्त बोझ के कारण उन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बहुत सी कंपनियाँ सकारात्मक कॉरपोरेट संस्कृति के बारे में सोचना नज़रंदाज करती हैं।
पिछले कुछ सालों में कारपोरेट कल्चर में बहुत बदलाव आया है। कंपनियाँ अपना लक्ष्य पूरा करने के लिए कर्मचारियों के ऊपर काम का दबाव बढ़ा रही है, जिसमें कर्मचारियों की सेहत भी दांव पर लग रही है। लोगों के अनुसार मैनेजमेंट अक्सर कर्मचारियों पर दबाव डालता है। जिससे वह कमर तोड़ काम करने पर मजबूर होते हैं और उनकी जीवन जीने की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। हालांकि कुछ लोगों का तर्क है कि यह कार्यप्रणाली सुधार और विकास के रास्ते खोलती है और बहुत से लोग अपने जुनून और महत्वाकांक्षा के चलते अधिक घंटे तक काम करने के विकल्प पर जोर देते हैं।
अभी हाल में एक अकाउंटिंग फर्म में काम करने वाली 26 साल की महिला एना सेबेस्टियन पेराइल की दुखद मौत ने सनसनी फैला दी है। नौकरी के चार महीने बाद ही उनकी तबीयत में बदलाव आने लगा। काम का अत्यधिक दबाव, अनिवार्यता और अनियमितता ने उनकी जिंदगी छीन ली। एना की मृत्यु ने इस तरह की समस्याओं से जूझ रहे अन्य लोगों को भी प्रकाश में लाया है और उन्होंने अपने ऊपर बीत रही परेशानियों को साझा किया है।
मेहर सूरी बेंगलुरु से है जिन्हें ऑफिस में 12 घंटे काम करना ही पड़ता है और छुट्टी लेने पर सैलरी काट ली जाती थी। नौकरी छोड़ने पर उनसे दो महीने की सैलरी मांगी गई। जो व्यक्ति नौकरी छोड़कर बेरोजगार हो जायेगा उससे दो महीने की सैलरी मांगी जा रही है।
सुकून मुंबई एड कंपनी में काम करते थे इनसे अकेले तीन व्यक्तियों का काम करवाया जाता था। ये घर पर भी काम लेकर आते थे नतीजा भूख और अनियमित जीवन शैली के कारण नौकरी छोड़ देनी पड़ी।
प्रिया नोएडा की रहने वाली है जर्नलिज्म के प्रोफेशन में पूरा दिन बाहर का काम करना पड़ता था और शाम को डेस्क वर्क भी करना पड़ता था। काम करने के लिए कोई वक्त तय नहीं था।
गन्ना समिति के चुनाव में लगा धांधली का आरोप
पवन कुमार गुप्ता: रायबरेली। कांग्रेस प्रदेश सचिव अतुल सिंह ने गन्ना समिति रायबरेली में हो रहे ग्राम समिति के चुनाव में धांधली के सम्बन्ध में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गन्ना समिति रायबरेली ग्राम प्रतिनिधि का चुनाव हो रहा है जिसमें बिंदु संख्या-45 के भाग संख्या-18 का पालन नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इसमें आपात लोग डेलीगेट बन रहे हैं, जिससे लोकतंत्र की धज्जियां उड़ रही है।जबकि नियम अनुसार जिस गांव में 10 सदस्य हैं, वहीं पर ग्राम प्रतिनिधि होना चाहिए तथा जिनकी आपूर्ति 3 वर्ष से नहीं है। वह स्वतरू समिति के सदस्य नहीं है। बाइलाज के अनुसार जो समिति का सदस्य नहीं है, किसी भी पद के लिए चुनाव नहीं लड़ सकता है।
अंडर पास में जलभराव के कारण आवागमन बाधित
ऊंचाहार, रायबरेलीः संवाददाता। निर्माणाधीन लखनऊ – प्रयागराज राजमार्ग में गांव के लोगों के आवागमन के लिए बनाए गए अंडर पास में जलभराव के कारण ग्रामीणों का आवागमन बाधित है । गांव के लोग परेशान है, किंतु उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
ज्ञात हो कि इस समय लखनऊ प्रयागराज राजमार्ग का ऊंचाहार में बाईपास बन रहा है। इसमें ग्राम सभा जसौली गांव के पास ग्रामीणों के आवागमन हेतु एनएचएआई ने अंडर पास बनाया है। यह अंडर पास इतना नीचे है कि बरसात के दिनों में घुटनों पर पानी भर जाता है। जल निकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण अंडर पास में अरसे से पानी भरा हुआ है । हालात यह है कि इसमें दो पहिया वाहन और पैदल यात्री बिलकुल नहीं निकल पा रहे है ।
चिकित्सक दम्पत्ति पर जमीन कब्जाने का लगाया आरोप
पवन कुमार गुप्ता: रायबरेली। एनटीपीसी ऊंचाहार के एक चिकित्सक दम्पत्ति की भूमि कब्जा करने की लालसा इस कदर बढ़ गई है कि वह अब सैकड़ों वर्ष पुरानी बस्ती को उजाड़ने पर आमादा हो गया है। लोगों का आरोप है कि एक भूखंड का गलत तथ्यों के आधार पर बैनामा कराकर गांव के दर्जनों परिवारों को बेघर किया जा रहा है । ग्रामीणों ने इस मामले में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है ।
पूरा मामला क्षेत्र के गांव पूरे छीटू सिंह मजरे सवैया हसन का है। यह गांव लखनऊ-प्रयागराज राजमार्ग के किनारे स्थित है। यहां पर एनटीपीसी के चिकित्सक डॉ0 अशोक चौधरी ने अपनी पत्नी डॉ0 सरोज चौधरी के नाम भूमि संख्या 446 ख का बैनामा लिया है । उसके बाद गांव की आबादी की जमीन कर कब्जा किया जा रहा है। गांव के अमित कुमार, राम प्यारे रामराज दशरथ लाल, शारदा प्रसाद, अंकित कुमार, संदीप, महेंद्र कुमार, रोहित कुमार, नीता देवी, शैल कुमारी, गंगा विष्णु, राजेश कुमार आदि का आरोप है कि चिकित्सक भूमाफियागीरी कर रहा है। उसने सवैया हसन, खोजनपुर, प्रतापगढ़ के आलापुर, प्रयागराज, लखनऊ आदि स्थानों पर बड़ी बेनामी संपत्ति बना रखी है।
स्टडी सेंटर में छात्र का लैपटाप चोरी
ऊंचाहार, रायबरेलीः संवाददाता। स्टडी सेंटर से एक छात्र का लैपटॉप चोरी हो गया है। उस समय छात्र आराम करने चला गया था। लैपटॉप चोरी की पूरी घटना सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई है। पीड़ित छात्र ने कोतवाली में मामले की तहरीर दी है।
मामला नगर के गंदा नाला पुल के पास का है। यहां पर एक स्टडी सेंटर चलता है। जहां पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं पढ़ाई करने जाते हैं। कोतवाली क्षेत्र के पट्टी रहस कैथवल निवासी रमेश कुमार भी पढ़ाई करने जाते हैं। सोमवार को वह स्टडी सेंटर में पढ़ाई कर रहे थे, तभी बीच में वह आराम करने चले गए। उनके टेबल पर उनका लैपटॉप रखा हुआ था । जब वह थोड़ी देर बाद वापस आए, तो उसका लैपटॉप गायब था। लैपटॉप चोरी होने की सूचना फैलते ही पूरे स्टडी सेंटर में हड़कंप मच गया। स्टडी सेंटर संचालक ने जब सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो उसमें लैपटॉप चोर कैद हुआ था।
भारत तिब्वत सहयोग मंच द्वारा नवम्बर में आयोजित होगी तवांग तीर्थ यात्रा
कानपुर : जन सामना डेस्क। आज भारत तिब्बत सहयोग मंच की एक बैठक प्रान्त प्रचार मंत्री अजय कुमार के तत्वावधान में अशोक नगर में आयोजित हुई।
प्रान्त अध्यक्ष अतुल निगम ने तेरहवीं तवांग तीर्थ यात्रा के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला और बताया कि 19 नवम्बर 2024 को माँ कामाख्या देवी जी के दर्शन से प्रारंभ हो कर ब्रह्मपुत्र नदी पर शिव मन्दिर, अग्निगढ़ मन्दिर, अरुणांचल में मालूक पौंग, जसवंतगढ़ स्मारक, बोमडिला, तवांग मठ, दलाईलामा पद चिन्ह, नानकलामा, जोगिंदर बाबा जी का मन्दिर, धरती पूजन स्थल, वालिमा बार्डर, सूर्य की पहली किरण की धरती अरुणांचल प्रदेश के साथ प्रकृति का भरपूर आनन्द लेते हुए वापस गौहाटी में समाप्त होगी। इस यात्रा के लिये देशभर से भारत तिब्बत सहयोग मंच के विभिन्न प्रान्तों से अभी तक 400 लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन कर लिया हैं।
यात्रा डॉ इंद्रेश कुमार एवं मंच के राष्ट्रीय महामंत्री पंकज गोयल के नेतृत्व में अनेक राष्ट्रीय एवं प्रांतीय पदाधिकारियो शामिल होते हैं। उन्होंने बताया कि 450 तीर्थ यात्री बारहवीं तवांग तीर्थ यात्रा में गए थे।
फ्रेंड्स ऑफ पब्लिशिंग पुरस्कार से नवाजे गये डॉ0 के0 श्रीनिवासराव
नई दिल्लीः जन सामना डेस्क। द फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स ने आज पुस्तक प्रकाशन में उत्कृष्टता के लिए अपने 44 वें पुरस्कार समारोह में साहित्य अकादेमी के सचिव डॉ0 के0 श्रीनिवासराव को फ्रेंड्स ऑफ पब्लिशिंग पुरस्कार से सम्मानित किया है।
गौरतलब हो कि श्रीनिवासराव को यह पुरस्कार, भारतीय प्रकाशन उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया है। द क्लेरिज होटल में आयोजित एक गरिमामयी समारोह में यह पुरस्कार उन्हें माननीय पूर्व न्यायधीश सुप्रीमकोर्ट हिमा कोहली, पूर्व कैबिनेट मंत्री और राजनीतिज्ञ स्मृति जुबिन ईरानी द्वारा प्रदान किया गया। इस समारोह में साहित्य अकादेमी द्वारा प्रकाशित संस्कृत पत्रिका ‘संस्कृत प्रतिभा’ को प्रथम पुरस्कार तथा अकादेमी द्वारा प्रकाशित हिंदी पत्रिका ‘समकालीन भारतीय साहित्य’ को द्वितीय पुरस्कार और बाल साहित्य प्रकाशन के लिए भी द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया है।
ताशकंद में हमने खोया लाल बहादुर
भाग्य और कर्म के बीच के संघर्ष में कभी कर्म जीतता है तो कभी भाग्य, किन्तु कभी-कभी दोनों के इतर प्रारब्ध बलवान हो जाता है।आध्यात्म और दर्शन के अध्येता प्रारब्ध को सर्वोपरि मानकर नियति के फ़ैसले को अंतिम निर्णय कहते हैं और प्रारब्ध सबकुछ छीनकर भी कभी-कभी उससे कहीं अधिक लौटा देता है। इसी तरह उत्तरप्रदेश के छोटे से नगर मुग़लसराय में रहने वाले लिपिक मुंशी शारदा प्रसाद श्रीवास्तव के घर 2 अक्टूम्बर 1904 में एक बालक का जन्म हुआ। घर के लोग उस बालक को प्यार से नन्हे कहने लगे, जिसका मूल नाम लाल बहादुर श्रीवास्तव हुआ।
गाँव की गलियों में खेलने वाला नन्हे, जिसने महज़ 18 माह की आयु में ही पिता को हमेशा के लिए खो दिया। पिता के देहांत के बाद माँ रामदुलारी नन्हे को लेकर नाना हज़ारीलाल के घर मिर्ज़ापुर आ गई पर दुर्भाग्य से कुछ ही समय बाद नाना भी चल बसे।