Thursday, November 28, 2024
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कराटे प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने दिखाई अपनी प्रतिभा

कानपुरः जन सामना संवाददाता। क्राइस्ट चर्च कॉलेज में इंटर कॉलेज कराते प्रतियोगिता का आयोजन ऑल इंडिया कराटे प्रतियोगिता चयन के लिए किया गया। उद्घाटन एवं पुरस्कार वितरण डॉ0 जोसेफ डेनियल एवं आर पी सिंह द्वारा किया गया। जिसमें क्राइस्ट चर्च कॉलेज के छात्र छात्राओं ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। हिमानी रजत पदक, जेसिका व स्नेहा कास्य पदक, टीम काता में बालिका वर्ग ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। टीम काता हिमांशु जेसिका सुरभि ने पदक हासिल किया। इस अवसर पर कराटे एसोसिएशन के अध्यक्ष ऋषिकेश कुमार, सचिन सुनील कुमार बाबुल एवं शालिनी उपस्थित थे।

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हिमाचल प्रदेश का चुनाव त्रिकोणीय मुकाबले में फंसा

कविता पंतः नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव 12 नवम्बर को होंगे और नतीजे आठ दिसंबर को आयेंगे। हर बार की तरह इस बार चुनाव में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच मुकाबला नहीं होगा। इस बार आम आदमी पार्टी भी इस राज्य से अपनी किस्मत आजमाने जा रही है जिसके कारण त्रिकोणीय मुकाबला होना तय है। अब तक के चुनावी इतिहास को देखें तो मुख्ये मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होता रहा है और यहां के स्थानीय मुद्दे ही चुनावों में हावी रहे हैं।
भाजपा इस समय केन्द्र और हिमाचल प्रदेश में सत्ता में हैं और यहां पर भी उसका नारा डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों को लेकर आगे बढ़ा रहा है। वह दोबारा सत्ता में आने को लेकर आश्वस्त है और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को फिर से मुख्यममंत्री के चेहरे के रूप में पेश कर रही है। वह मानकर चल रही है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर मतदाताओं को रिझाना उसके लिये आसान होगा। लेकिन सर्वेक्षण रिपोर्टों की मानें तो वहां पर सत्ता विरोधी लहर भी है और कांग्रेस उसे भुनाने को लेकर बडे़ दावे कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी पिछले दस दिन में दो बार हिमाचल प्रदेश का दौरा कर चुके हैं और उन्होंने ऊना से दिल्ली के लिये वंदे भारत ट्रेन भी कल रवाना करा दी और कई योजनाओं की सौगात देने के साथ चुनावी बिगुल फूंका। उन्होंने पांच अक्टूबर को बिलासपुर और कुल्लूं का दौरा किया था। बिलासपुर में एम्स सहित अन्य परियोजनाओं की सौगात देने के बाद उन्होंने एक रैली को संबोधित किया। इसके बाद कुल्लू के दशहरे में देव दर्शन किए। भाजपा पहले से ही चुनावी माहौल बनाने में लगी थी और इस क्रम में प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा कई केंद्रीय मंत्री हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों की यात्राएं कर चुके हैं। 15 अक्टूबर को केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह सिरमौर दौरे पर होंगे जहां हाटी समुदाय अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने पर उनका आभार व्यक्त करेगा।

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श्रीराम राज्याभिषेक के साथ सम्पन्न हुई रामलीला

फतेहपुर। किशनपुर कस्बे की चल रही रामलीला में श्रीराम राज्याभिषेक हुआ जिसके बाद से श्री रामलीला कमेटी के द्वारा आयोजित हो रही रामलीला का समापन हो गया। अब इसके बाद रामलीला की सहयोगी श्रीरामगढी और हनुमानगढ़ी के द्वारा नाटक और स्वाग का मंचन कराया जाएगा। इसी कड़ी में श्री रामगढ़ी के द्वारा इच्छाधारी नागिन उर्फ तिलिस्मी खजाना उसके बाद हनुमानगढ़ी के द्वारा अर्जुन वध और फिर रामगढ़ी के द्वारा नदिया के पार और बलिहार की होली का मंचन किया जाएगा।
मंचन में प्रयागराज से महिला कलाकारों को नागिन के मुख्य अभिनय के लिए बुलाया गया है।
श्री रामलीला कमेटी अध्यक्ष उत्तम सिंह ने बताया कि रामलीला कमेटी के द्वारा दोनों कमेटियों का पूर्ण रूप से सहयोग किया जाता है और यह दोनों गढ़ी रामलीला की जान है। इनसे रामलीला को बहुत सहयोग मिलता है चाहे वह जुलूस हो नाटक का मंचन या स्वाग हो पूर्ण रूप से दोनों का सहयोग मिलता है।
श्रीराम राज्याभिषेक राम जानकी मंदिर में हुआ। जहां भगवान के राज्याभिषेक के बाद भंडारे आयोजन और प्रसाद वितरण का भी किया गया। अध्यक्ष ने बताया कि अबकी बार काफी कुछ अच्छा करने का प्रयास था लेकिन प्रभु की इच्छा के आगे किसकी चलती है।

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उद्घोष-2022 का आईआईटी में हुआ आगाज

⇒पूरे देश से दो हजार प्रतिभागी ले रहे हैं हिस्सा
कानपुरः जन सामना संवाददाता। आईआईटी में ‘उदघोष-2022’ का शुक्रवार से आगाज हो गया। 3 दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में खेल की विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। उद्घोष 2022 को लेकर छात्र-छात्राओं में खासा जोश देखने को मिला। आईआईटी इंटर कॉलेजेस स्पोर्ट्स फेस्ट में 16 प्रकार की खेल गतिविधियां होंगी। यह आयोजन देश का अब तक का सबसे बड़ा आयोजन साबित हो रहा है। इसमें देश भर के दो हजार से अधिक प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं।

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हिमाचल में चुनाव का हुआ ऐलान, गुजरात का नहीं

राजीव रंजन नाग: नई दिल्ली। पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के लिए आखिर चुनाव का बिगुल बज गया है। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तारीख का ऐलान कर दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने घोषणा की कि हिमाचल की 68 सीटों के लिए 12 नवंबर को मतदान होगा, जिसे एक ही चरण में पूरा कर लिया जाएगा। 8 दिसंबर को चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार द्वारा सिर्फ हिमाचल की चुनावी तारीखों का ऐलान किए जाने के बाद पत्रकारों ने उन पर सवालों की बौछार कर दी। उनसे पूछा गया कि एक साथ दोनों राज्यों में चुनाव क्यों नहीं कराए जा रहे, इसके पीछे क्या वजह है ?
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया गया है। कुमार ने कहा, ‘दोनों राज्यों की विधानसभाओं की समाप्ति के बीच 40 दिनों का अंतर है। नियमों के अनुसार, यह कम से कम 30 दिन होना चाहिए ताकि एक परिणाम दूसरे को प्रभावित न करे।’ गुजरात विधानसभा का कार्यकाल फरवरी में और हिमाचल प्रदेश का कार्यकाल जनवरी में समाप्त हो रहा है। दोनों राज्यों में बीजेपी सत्ता में है।

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गौशाला का दीपावली तक शुभारम्भ करने का निर्देश

कानपुरः जन सामना डेस्क। जिलाधिकारी विशाख जी0 ने मंगलवार को ब्लॉक भीतरगाँव के बिरहर गाँव स्थित नव निर्मित गौशाला का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान को निर्देशित करते हुए कहा कि 10 दिनों में गौशाला के मार्ग का इंटरलॉकिंग का कार्य युद्ध स्तर पर पूर्ण किया जाये और दीपावली तक गौशाला का शुभारंभ कराया जाये।
उन्होंने ग्राम प्रधान को निर्देशित करते हुए कहा कि भूसा बैंक की स्थापना कर नैपियर ग्रास लगाई जाये। वहीं जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि बृहद गौशाला का क्रियान्वयन सुनिश्चित किए जाने हेतु यथाआवश्यक केयर टेकर तैनात करें।

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भारत माता के लौह लाडले थे जयप्रकाश नारायणः डॉ0 भवानीदीन

हमीरपुरः सत्येन्द्र कुमार। आजादी के अमृत महोत्सव की प्रासंगिकता को देखते हुये वर्णिता संस्था के तत्वावधान मे विमर्श विविधा के अन्तर्गत जिनका देश ऋणी है के तहत लोक आन्दोलन के अग्रेता लोकनायक जय प्रकाश नारायण की जन्मदिन पर आज श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुये कहा कि जे पी सही मायने भारत माता के लौह लाडला थे। ये जीवन भर देश सेवी रहे, इनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। इनके बचपन का नाम बउल था, ये बचपन से ही सरल और संवेदनशील थे,ये मेधावी छात्र रहे, इनकी साहित्य मे भी रुचि रही, ये गांधी जी के असयोग आन्दोलन में 19 वर्ष की उम्र में प्रतिभागी हुये। ये 1922 मे अमरीका पहुंचे। वहां से बी ए और एम ए किया। जे पी ने अमरीका मे अर्थाेपार्जन के लिए कई कामों के साथ साथ बूटपालिश भी की। ये 1929 मे भारत लौट आये। इनकी 1929 में गांधी जी से भेट हुई, ये कई बार जेल गये। जे पी की नेहरू जी से भी मुलाकात हुई। आगे चलकर जे पी ने समाजवादी सोशलिस्ट पार्टी की स्थापना की,1954 मे जे पी विनोबा भावे के सर्वाेदय आन्दोलन से जुड गये, 1960 मे ये पुनः राजनीति से जुड गये।

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मेरे दैनिक जीवन में आयुर्वेद की उपयोगिता विषयक प्रतियोगिता 13 को

कानपुर। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा0 बृजेश सिंह कटियार ने बताया है कि सप्तम आयुर्वेद दिवस के अन्तर्गत हर दिन हर घर आयुर्वेद कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है। इस कार्यक्रम में ‘मेरे दैनिक जीवन में आयुर्वेद की उपयोगिता’ विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन जनपद में 13 अक्टूबर को विकास नगर स्थित जय नारायण विद्या मन्दिर में प्रातः 10 बजे से मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में किया जायेगा।
उन्होंने भाषण प्रतियोगिता से सम्बन्धित नियम, विवरण के बारे जानकारी देते हुये बताया कि इस प्रतियोगिता में कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के छात्र-छात्राएँ पात्र होंगे। प्रत्येक विद्यालय से अधिकतम 3 छात्र (एक कक्षा से अधिकतम एक छात्र) ही अनुमन्य होंगे। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागिता का कोई शुल्क नहीं है, प्रतियोगिता में प्रत्येक प्रतिभागी को भाषण हेतु 3 मिनट का समय दिया जायेगा, निर्णायक मण्डल द्वारा प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त छात्र-छात्राओं को पुरस्कार के रूप में क्रमशः रू0 5100/-, रू0 2100/- एवं रू0 1100/- प्रदान किया जायेगा।

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भारत की मुख्य धारा में जुड़ चुका है अनुपम अपूर्व पूर्वाेत्तर

मानव चिंतनशील प्राणी है अतएव अनवरत अज्ञेय को ज्ञेय करना चाहता है। रहस्य को उद्घाटित किए बिना इसे चौन कहाँ! वर्तमान से संतुष्ट होता ही नहीं और भविष्य में सपनों के बुर्ज खड़ा करता रहता है। तभी तो विकास एवं परिवर्तन की प्रक्रिया सुचारु हो पाती है। यह एक श्रृंखलाबद्ध प्रक्रिया है जो निरंतर चलती रहती है। समय-समय पर इसमें ऐसे लोग जुड़ जाते हैं जो नई सोच एवं नये जोश के साथ विकास की गति को तेज करने में सक्षम होते हैं। नए प्रतिमान गढ़ने में समर्थ होते हैं। नई इबारत लिख देते हैं। ऐसे लोग ही उस काल के महानायक, महाविजेता, महापुरुष कहलाते हैं जिनके प्रति आगामी पीढ़ियाँ कृतज्ञ होती हैं। पूर्वाेत्तर के गठन एवं सर्वांगीण विकास में कुछ महान लोगों की भूमिका अति महत्वपूर्ण रही है जिनके हम ऋणी हैं।
पूर्वाेत्तर असम है, मेघों का घर है, नागा, मणि एवं मिजो भूमि है, त्रिपुर देवी एवं अरुणोदय स्थल है। वनाच्छादित एवं प्राकृतिक सौंदर्य का अनूठा उदाहरण है। लिखित एवं मौखिक बहुभाषा एवं बहुबोली का क्षेत्र है। सम्पर्क भाषा के रूप में हिंदी पर आश्रित है। विविध संस्कृतियों एवं जाति/उपजाति एवं प्रजाति का निवास व प्रवास है। अर्थात् कह सकते हैं कि पूर्वाेत्तर क्या नहीं है! खलती रही तो बस एक कमी, शेष भारत से कुछ कटे-कटे रहना। इसमें गलती किसकी थी? इसमें गलती किसकी नहीं थी? इसके लिए हम गलत थे, आप गलत थे, ये भी गलत थे, हम सब गलत थे। शेष भारत ने इन्हें गले से लगाया नहीं। पड़ोसी देशों ने पलक पावड़े बिछाए, अपनत्व दिखाया या यूँ कहें तो जाल फेंककर लुभाया फिर फँसाया। तभी तो पूर्वाेत्तर से दिल्ली की दूरी बढ़ती गई और पड़ोसी देशों की दूरियाँ घटती गई। बाहरी सांस्कृतिक चासनी में डुबो डुबोकर धर्मांतरण कराया गया। परिणाम स्वरूप पूर्वाेत्तर के कुछ भाग अ-भारत जैसे लगने लगे थे।

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अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस: अब हमारा समय है – हमारे अधिकार हमारा भविष्य

आदिअनादि काल से भारतीय संस्कृति में महिलाओं का बहुत सम्मान किया जाता रहा है। उन्हें देवियों का अवतार माना जाता रहा है, परंतु बड़े बुजुर्गों की कहावत सत्य ही है कि, समय कभी एक सा नहीं रहता परंतु उनकी वह भी शिक्षा है कि वह अपनी सकारात्मक सोच सच्चाई नारी सम्मान परमार्थ बुरी नजर से बचना सहित अनेक गुणों को समय के साथ न बदलते हुए स्थाई रखना मानवीय स्वभाव में समाहित करना जरूरी है। परन्तु जैसे-जैसे समय बीतता गया इनकी स्थिति में काफी बदलाव आया, लड़कियों के प्रति लोगों की सोच बदलने लगी, बालविवाह प्रथा, सती प्रथा, दहेज़ प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या इत्यादि रुढ़िवादी प्रथायें काफी प्रचलित हुआ करती थी, इसी कारण लड़कियों को शिक्षा, पोषण, कानूनी अधिकार और चिकित्सा जैसे अधिकारों से वंचित रखा जाने लगा था, लेकिन अब इस आधुनिक युग में लड़कियों को उनके अधिकार देने और उनके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कई प्रयास किये जा रहे हैं। भारतीय सरकार भी इस दिशा में काम कर रही है और कई योजनायें लागू कर रही है। चूंकि 11 अक्टूबर 2022 को हम अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मना रहे हैं जिसकी थी। अब हमारा समय है-हमारे अधिकार हमारा भविष्य, इसलिए आज हम मीडिया के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से दुनिया को बदलने के लिए सही साधनों के साथ बालिकाओं को सुरक्षित शिक्षित सशक्त और स्वस्थ जीवन शैली सुनिश्चित करना समय की मांग है इसपर चर्चा करेंगे।

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