कानपुर, स्वपनिल तिवारी। आशायें शिक्षा सेवा संस्थान सचिव आशीष शर्मा व उप प्रबंधक दीपिका शर्मा ने दीपावली के मौके पर गरीब व कमजोर वर्ग के लिए निःशुल्क शिक्षा योजना का आरम्भ किया, जिसमें महिलाओं व छात्राओं को ब्यूटिशन एवं सिलाई कोर्स व लड़कों के लिए रोजगार कोर्स मोबाइल रिपेरिंग, ऑनलाइन कार्य जैसी जानकारी सम्पूर्ण रूप से दी जायगी और उन्हें उनके रोजगार में सहायता भी दी जयगी। इस योजना में एन जी ओ से अब तक हजारों छात्रों ने शिक्षा ली जिसमें बहुत से सफल छात्र अपना व्यापार कर रहे। मयूरी गुप्ता के अनुसार, महिलाओं को सिलाई का अच्छा ज्ञान व ब्यूटिशियन का कोर्स कराया जायेगा जिससे आप अपने हुनर से अपना रोजगार कर सकते हैं।
Read More »आॅइली स्किनः समस्याएं और बचाव
आॅइली स्किन का मतलब है आपकी स्किन में लिपिड लेवल यानि वसा की मात्रा ज्यादा होना। आपकी स्किन किस टाइप की है, यह तीन फैक्टर पर निर्भर होता है- पानी, लिपिड लेवल और संवेदनशीलता। आॅइली स्किन अकसर हार्मोनल बदलाव की वजह से होती है, इसका सम्बन्ध लाइफस्टाइल से भी है। आॅइली स्किन चमकदार, मोटी और बेजान होती है। इस तरह की स्किन वाले पुरुष और महिलाओं की आंख के नीचे काले धब्बे आने का खतरा रहता है। आॅइली स्किन में पोर्स यानि त्वचा में पाए जाने वाले छिद्र बड़े-बड़े होते हैं और सैबेकियस ग्लैंड ज्यादा सक्रिय होते हैं। नतीजा ऐसी स्किन आॅइली हो जाती है।
क्यों होती है आॅइली स्किन की समस्या
माहवारी के दौरान हार्मोनल बदलाव (Hormonal changes during menstruation) हर महीने मासिक धर्म के दौरान महिलाओं के शरीर में हुए हार्मोनल बदलाव से तैलीय ग्रंथि ज्यादा सक्रिय हो जाती है। इस दौरान निकले एंड्रोजेन हार्मोन की वजह से त्वचा में ज्यादा मात्रा में तेल निकलने लगता है, जिससे त्वचा के छिद्र भी बंद हो जाते हैं।
तनाव से भी बढ़ती है आॅइली स्किन की समस्याः टेंशन ज्यादा लेने से हार्मोनल संतुलन बिगड़ता है। एक शोध के अनुसार तनाव के दौरान शरीर से काॅर्टिसोल हार्मोन का रिसाव होता है जिस वजह से त्वचा तैलीय हो जाती है।
अच्छे दिनों में कैटल क्लास की दीवाली
-एम. अफसर खां सागर
शाम के वक्त चैपाल सज चुकी थी। रावण दहन के बाद मूर्ति विसर्जित कर लोग धीरे-धीरे चैपाल की जानिब मुखातिब हो रहे थे। दशहरा वाली सुबह ही मंगरू चच्चा ने जोखन को पूरे गांव में घूमकर मुनादि का हुक्म दे दिया था कि सभी कैटल क्लास के लोग विसर्जन के बाद दीवाली के बाबत चैपाल में हाजिर रहें। मंगरू चच्चा पेशानी पर हाथ रख कर शून्य में लीन थे कि जोखन ने आत्मघाती हमला बोल दिया… कौने फिकिर में लीन बाड़ा चच्चा? चुप ससुरा का धमा चैकड़ी मचा रखले बाड़े… चच्चा ने जोखन को डांटते हुए कहा। माहौल धीरे-धीरे धमाकों की गूंज में तब्दील हो चुका था। लोगों की कानाफूसी जोर पकड़ चुकी थी ऐसे में जोखन तपाक से बोल पड़ा… हे चच्चा! अबकी दीवाली पर न त चाउर-चूड़ा होई नाहीं त घरीय-गोझिया क कउनो उम्मीद बा फिर तू काहें दीवाली के फिकिर में लीन बाड़ा। जोखन की बात से पूरा चैपाल सहमत था। माहौल में सियापा छा चुका था सभी लोग चच्चा की तरफ ऐसे ध्यान लगाए बैठे थे मानो वो गांव के मुखिया नहीं मुल्क के मुखिया हों।
बात अगर त्यौहारों की हो तो उसमें चीनी का होना वैसे ही लाजमी है जैसे ससुराल में साली का वर्ना सब मजा किरकिरा। काफी देर बाद चच्चा ने चुप्पी तोड़ी… प्यारे कैटल क्लास के भाईयों अबकी दीवाली में चीनी, चावल, चूड़ा, तेल, घी, मोमबत्ती व दीया में सादगी के लिए तैयार हो जाइए। बदलते वक्त के साथ हमें भी नई श्रेणी में रख दिया गया है, जहां हम पहले जनता जर्नादन की श्रेणी में थे मगर अब कैटल क्लास में आ गये हैं। …तो अब हमें चीन, चावल, चूड़ा, गुझिया की जगह घास-भूसा, चारा से काम चलाना होगा ? जोखन ने सवाल दागा। सही समझा… मोदी जी के दौर में हमें नतीजा तो भुगतना ही पड़ेगा न क्योंकि अब हमारे अच्छे दिन जो आ गये? चीनी इस त्यौहारी मौसम में मीठान न घोलकर हमसब के घरों में जहर घोलने पर जो आमादा है। ऐसे में घरीया व गुझिया के कद्रदानों को चीनी की बेवफाई से शुगर का खतरा भी कम हो गया है। तभी तो पास बैठे किसी ने एक मसल छेड़ी-
मिट्टी के दीयों से दीपावली का पर्व मनाएं
कानपुर देहात। गुरूवार को अकबरपुर कानपुर देहात में सोसाइटी फाॅर ग्रीन इण्डिया हाईटेक सिटी परिवार ने क्षेत्र की जनता से आहवाहन किया गया कि वे इस बार मिट्टी के दीयों से दीपावली का पर्व मनाएं। कानपुर देहात सहित पूरे देश को कला चार्ट बनाकर शुभकामनायें दी। साथ ही इस दीपावली में स्वदेशी दीपक जलाकर दीपावली मनाने का संकल्प लिया गया और कई चार्टो के माध्यम से इस वर्ष दीपवली पर्व पर कुम्हारों का सहयोग कर मिट्टी के दीपक जलाने के क्षेत्रीय लोगों से अपील की।
इस अवसर पर राष्ट्रीय युवा पुरस्कार एवं विश्व रिकार्ड विजेता रजत गुप्ता सहित अनुरूद्ध यादव, राघवेन्द्र गुप्ता, आशुतोष, फैजान, राधिका मिश्रा, रूचि पाल, सोनिया, रहमत जहाँ, प्रज्ञा, सविता, कामिनी, पूनम एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।
निर्माण कार्यो की समीक्षा बैठक कर संयुक्त विकास आयुक्त ने दिए निर्देश
कानपुर नगर, जन सामना ब्यूरो। मण्डल में जिन जिलों में किसी कारण से धन निर्माण हेतु अवमुक्त नहीं हो सका है वह अपने-अपने जिलाधिकारियों से शासन को धन की मांग हेतु पत्र लिखवाए और फिर भी धन अवमुक्त न हुआ हो तो वह मण्डलायुक्त की तरफ से धन की मांग हेतु शासन को पत्र लिखवाएं। जो योजनाएं पुरानी हो गयी हैं और धन अभाव के कारण पूर्ण नहीं हो सकती हैं। उन योजनाओं का पुनः स्टीमेट बना कर शासन को भेंजे। जिन निर्माण कार्यो में सीबीआई की जाँच चलने के कारण योजनाए बन्द है उन्हें पुनः चालू कराने के लिए शासन को पत्र भेजा जाये। सैफाई स्थित अविनव स्कूल का रिवाईज स्टीमेट शीघ्र भेजा जाये ताकि उस पर जो कार्य छूट गया है उनको पूरा कराया जा सकें।
उक्त निर्देश मण्डलायुक्त के निर्देश पर शिविर कार्यालय में आयोजित ई मॉनेटरिंग निर्माण कार्यो एवं अन्य निर्माण कार्यो की समीक्षा बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त नरेन्द्र सिंह ने दिये। बैठक में उप्र आवास विकास परिषद, सीएनडी, उप्र जल निगम, उप्र प्रोजेकिट कारपोशेशन, उप्र राजकीय निर्माण निगम, पोक्स फेड, लोनि विभाग, सेतु निगम, यूपीपीसीएल सिचाई विभाग उत्तर प्रदेश पुलिस आवास निगम, विकास प्राधिकरण, उप्र जल निगम, नगर निगम / नगर पालिका द्वारा निर्माण किये जा रहे कार्यो की समीक्षा में पाया कि अभी मण्डल में 104 योजनायें अपूर्ण हैं।
‘व्यक्ति एक, व्यक्तित्व अनेकः राजेश विक्रांत’ का विमोचन
सुरेश डी मिश्र, डां पवन त्रिपाठी, प्रीतम कुमार सिंह त्यागी व राजेश एम मिश्र हुए सम्मानित
प्रेम शुक्ल फाउंडेशन उद्घाटन सम्पन्न
मुम्बई, जन सामना संवाददाता। यह कार्यक्रम कर्मयोगी पत्रकार राजेश विक्रांत को समर्पित है। निरन्तर सत्कर्म और सृजन ही उनकी विशेषता है। यह उदगार प्रोफेसर नन्दलाल पाठक, कार्यकारी अध्यक्ष महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी ने मंगलवार की शाम राष्ट्रीय हिंदी साप्ताहिक ‘विकलांग की पुकार’ के 12 वें वार्षिकोत्सव में ब्रह्म महेश्वर भवन, सन्यास आश्रम, विलेपार्ले पश्चिम में व्यक्त किये। वरिष्ठ पत्रकार, भाजपा नेता तथा विकलांग के पुकार के संरक्षक प्रेम शुक्ल ने कहा कि राजेश विक्रांत हर विषय के जानकार हैं। समन्वय कला में माहिर हैं तथा इनकी व्यंग्य रचनाएँ भी हरिशंकर परसाई और के पी सक्सेना से किसी तरह कम नही हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों अंतरराष्ट्रीय शायर डा त्रिपाठी, डा राधेश्याम तिवारी, एसोसिएट प्रोफेसर, इतिहास, आर आर पी जी काॅलेज, अमेठी तथा अवधेश नारायण पांडेय, ग्रुप प्रेजिडेंट, टापवर्थ ग्रुप आॅफ इंडस्ट्रीज की द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुई। कवि रवि यादव की सरस्वती वंदना के बाद अमन कबीरी ने प्रार्थना प्रस्तुत की।
शिक्षा की लौ सेे समाज को किया रोशन
रायपुर, छत्तीसगढ़। समाज उन्हें हमेशा याद रखता है, जो समाज को कुछ देने का जज्बा रखते हैं। शायद यही वजह है कि तवील अरसा गुजर जाने के बाद भी डिप्टी मोहम्मद सईद खान लोगों के दिलों में आज भी जिन्दा हैं। शिक्षा, समासेवा व राष्ट्र के प्रति किये गये उनके कार्यों को आगे बढ़ाने की जरूरत है। उक्त बातें पुलिस महानिदेशक लोक अभियोजन एवं राज्य न्यायालिक विज्ञान प्रयोगशाला एम0 डब्लू0 अंसारी ने बुधवार को सिविल लाईन स्थित वृंदावन हाल में बेनजीर अंसार आल इण्डिया वेलफेयर सोसाइटी द्वारा डिप्टी मोहम्मद सईद खान मेमोरियल व्याख्यान में व्यक्त किया। व्याख्यान का उद्देश्य मुस्लिम व दलित समाज के युवाओं को शिक्षा एवं रोजगार के क्षेत्र में जागरूक करना था। बताते चलें कि डिप्टी मो0 सईद खान मूलतः उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद के उसिया गांव के रहने वाले थे। श्री अंसारी ने कहा कि डिप्टी मो0 सईद खान का पूरा जीवन समाज में शिक्षा व राष्ट्रप्रेम की भावना को मजबूत करने में गुजर गया। उन्होने समाज में शिक्षा की लौ को रोशन करने के लिए स्कूल की स्थानपा की और घर-घर जाकर अभिावाकों को अपने बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित किया। एक घटना का जिक्र करते हुए श्री अंसारी ने कहा कि आजादी आनदोलन के दौरान बतौर डिप्टी मजिस्ट्रेट मो0 सईद खान ने महात्मा गांधी को जमानत दे दिया, जिसपर ब्रिटिश हुकूमत ने उन्हें पद से हटा दिया।
Read More »शारीरिक शिक्षा अनुदेशकों की भर्ती में कागजों की हो गहनता से जाँच
औरैया, रमाकान्त गुप्ता। प्रदेश में 32022 शारीरिक शिक्षा अनुदेशकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होते ही फर्जी डिग्री धारकों की भर्ती में सम्मलित होने की आशंका को देखते हुए बीपीएड बेरोजगार संघ के बैनर तले मंगलवार को जिला संरक्षक नरेंद्र यादव ने आवश्यक एक बैठक बुलाई ।
बैठक में उपस्थित बीपीएड बेरोजगार साथियां को सम्बोधित करते हुए श्री यादव ने कहा की उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा प्रदेश है जिसमे एक साथ 3202 2 पदों पर बीपीएड डिग्री धारकों की भर्ती हो रही है इसलिए इतने अधिक पदों की संख्या को देखकर बहुत लोग फर्जी डिग्री बनवाकर भर्ती में सम्मलित होने की कोशिश करेंगे इसलिए हम सब भाइयों को ऐसे फर्जी डिग्री धारकों पर नजर रखनी होगी। बैठक को सम्बोधित करते हुए जिला मीडिया प्रभारी शिवेंद्र भदौरिया ने कहाकि ज्यादातर जिले के बीपीएड डिग्रीधारक एकदूसरे से भली भांति परिचित हैं यदि कोई अपरिचित व्यक्ति अपने आप को जिले का निवासी और बीपीएड डिग्री धारक बताये तो उससे गहनता से पूछतांछ करे और संगठन के पदधिकारियों को भी इसकी जानकारी दे।
आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बढ़ा खतरा: राजनाथ
नई दिल्ली/बहरीन, जन सामना ब्यूरो। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि भारत और बहरीन, दोनों देश आतंकवाद का सामना कर रहे हैं। अपनी तीन दिवसीय बहरीन की यात्रा पर गए राजनाथ सिंह ने आज यह बात बहरीन के गृह मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल शेख राशीद बिन अब्दुल्ला अल खलीफा के साथ राजधानी मनामा में हुई मुलाकात के दौरान कही।
आतंकवाद पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से ही आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बढ़ा खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि अच्छा या बुरा आतंकवाद कुछ नहीं होता है। माननीय गृह मंत्री ने कहा कि आतंकवाद से व्यापक ढंग से निपटा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ देश आतंकवाद के प्रति दोहरा रवैया अपना रहें हैं जिस कारण वो इससे मुकाबला करने में सफल नहीं हो सके हैं।
श्री सिंह ने सितंबर में हुए उरी आतंकी हमले तथा इसी साल जनवरी में पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले की निंदा करने के लिए बहरीन की सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि सीमापार जाकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने के भारत के संकल्प में पूरी दुनिया उसके साथ है।
प्रधानमंत्री पहले राष्ट्रीय जनजातीय कार्निवाल का करेंगे उद्घाटन
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी कल नई दिल्ली में पहले राष्ट्रीय जनजातीय कार्निवाल का उद्घाटन करेंगे। केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री अनिल माधव दवे, जनजातीय कार्य राज्य मंत्री जसवंत सिंह सुमनभाई भाभोर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री सुदर्शन भगत, केन्द्रीय गृह राज्य किरण रिजिजू और इस्पात राज्य मंत्री विष्णु देव साई भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।
इस कार्निवाल का मुख्य उद्देश्य आदिवासियों में समग्रता की भावना को बढ़ावा देना है। इस कार्निवाल में आदिवासी संस्कृति के विभिन्न पहलुओं का बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया जाएगा और उन्हें बढ़ावा दिया जाएगा। इसके पीछे मुख्य धारणा जनजातीय जीवन के संस्कृति, परंपरा, रीति-रिवाज और कौशल से संबंधित विभिन्न पहलुओं को संरक्षण और बढ़ावा देने के अलावा जनजातियों के समग्र विकास के लिए संभावनाओं का उपयोग करने के दृष्टिकोण से आम जनता के सामने लाना है। परंपरागत सामाजिक-संस्कृति पहलुओं पर दस्तावेजों का प्रदर्शन, कलाध्कलाकृतियों की प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रदर्शनी, खेल, चित्रकला और परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों जैसे कौशल का प्रदर्शन इस चार दिवसीय आयोजन के मुख्य हिस्से होंगे। पंचायत (अनुसूचित क्षेत्रों के लिए विस्तार) अधिनियम, 1996 (पीईएसए) और इसके कार्यान्वयन, जनजातीय समुदाय को लाभ और इसकी कामियां, वन अधिकार अधिनियम (एफआरए) 2006, इसके निहितार्थ और राजनीति तथा भर्ती में आरक्षण भी इस कार्निवाल के हिस्से होंगे।