हाथरस, नीरज चक्रपाणि। जब से रामवीर सिंह परमार भाजपा के जिलाध्यक्ष बने हैं तब से उन्हें हटवाने का षड्यंत्र सुनियोजित रूप से चल रहा है। इसमें अब तक जिले के बड़े पद पर आसीन एक भाजपा जनप्रतिनिधि का नाम आता रहा है किन्तु अब इसमें कुछ और नाम जुड़ गए हैं। सूत्रों की मानें तो नवनिर्वाचित भाजपा के एक सदरान जनप्रतिनिधि के अलावा एक पूर्व जिला महामंत्री का नाम भी सामने आ रहा है, मजेदार बात यह है कि जिलाध्यक्ष को हटाने की मुहिम में जुड़े ये दोनों नेता दलबदलू हैं और जिस महिला नेत्री ने जिलाध्यक्ष पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है वह इनके बहुत करीबी मानी जाती हैं।
Read More »एल0एम0आर0सी0 ने आज आटोमेटिक ट्रेन वाशिंग प्लाण्ट को चालू किया
लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन ने आज ट्रान्सपोर्ट नगर मेट्रो डिपो में बनाये गये आटोमेटिक ट्रेन वाशिंग प्लाण्ट को सफलतापूर्वक चालू किया। इस सुविधा के माध्यम से डिपो से अन्दर आने एवं बाहर जाने वाली मेट्रो ट्रेनों को डिपों के अन्दर स्थित आपरेशन कण्ट्रोल सेण्टर से रिमोट कण्ट्रोल का उपयोग करते हुये रैम्प पर आटोमेटिकली साफ किया जा सकता है। वाशिंग प्लाण्ट में ट्रेन की साईड वाल को साफ करनें के लिये एक घूमती हुई प्लास्टिक ब्रुश लगी है। पहले ट्रेनों को रिसाईकिल्ड पानी से भिगोया जाता है फिर आटोमेटिकली घूमने वाले ब्रुशों से साबुन के पानी के साथ रगड़ा जाता है तथा इसके बाद खाली पानी से साफ किया जाता है तथा अन्त में आर0ओ0 वाटर से साफ किया जाता है।
Read More »कुटीर उद्योग के लिए ग्रामोद्योग द्वारा रोजगार हेतु प्राप्त करे ऋण
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। उप्र खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, द्वारा मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार संचालन के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्र में कुटीर उद्योग जैसे आटा चक्की, स्पेलर, मिनि राइस मिल, दाल उद्योग लोहे लकडी का सामान, दुग्ध उत्पाद, मोबाइल रिक्शा उद्योग, बड़ी पापड़, इन्वर्टर बैटरी, खिलौना, इन्टर लाकिंग ब्रिक, भैस पालन, ढाबा, अगरबत्ती, बेकरी, आइस कैन्डी, कापी रजिस्टर, चर्म उद्योग आदि कोई भी कुटीर उद्योग जो गांव में स्थापित हो सके तथा अधिक से अधिक रोजगार प्राप्त हो सके इन्हे बैंक के माध्यम से वित्तपोषित कराया जाता है।
Read More »ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्र हेतु संचालित
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। उप्र खादी तथा ग्रामोउद्योग बोर्ड द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम पी.एम.इ.जी.पी. ग्रामीण क्षेत्र हेतु संचालित की जा रही है। इसके अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्र में कुटीर उद्योग जैसे आटा चक्की, स्पेलर, मिनि, राइस मिल, दाल उद्योग लोहे लकडी का सामान, दुग्ध उत्पाद, मोबाइल साइकिल रिक्शा उद्योग बड़ी पापड़, इन्वर्टर बैटरी, खिलौना, इन्टर लाकिग ब्रिक, ढाबा, अगरबत्ती, मोमबत्ती, बेकरी, आइस कैन्डी, कापी रजिस्टर, चर्म उद्योग आदि तथा अधिक से अधिक रोजगार प्राप्त हो इसके लिए इन बैंक के माध्यम से वित्तपोषित कराया जाता है।
Read More »चिकित्सालय में रेडियोलाजिस्ट को अल्ट्रासाउंड नियमित रूप से किये जाने का दिया निर्देश
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अनीता सिंह ने संयुक्त जिला चिकित्सालय पुरूष में अल्ट्रासाउंड एवं एक्स-रे व्यवस्था को दुरस्त रखने के निर्देश दिये है। उन्होंने बताया कि प्रायः दूरभाष से अल्ट्रासाउड हेतु आये हुए लाभार्थी द्वारा बताया जाता है कि अल्ट्रासाउंड नही किया जा रहा है ये स्थिति किसी भी दशा में ठीक नही है। सीएमओ ने संयुक्त जिला चिकित्सालय पुरूष डा. डीके सिंह रेडियोलाजिस्ट सहित संबंधित को सचेत किया है कि वे स्पष्ट रूप से आख्या देते हुए अल्ट्रासाउंड नियमित रूप से करवाना सुनिश्चत करें।
Read More »पं0 दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष मनाये जाने हेतु कार्ययोजना तैयार करें: डीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने शासन के निर्देशों के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी केके गुप्त, एडीएम प्रशासन शिवशंकर गुप्ता, डीडीओ आरआर मिश्रा, परियोजना निदेशक विवेक त्रिपाठी, सीएमओ डा. अनीता सिंह आदि को निर्देश दिये है कि वे जनपद में पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष आयोजन के अवसर पर जनपदस्तर व विकास खं डमें विभिन्न कार्यक्रम किये जाने है।
Read More »30 अप्रैल को होने वाली परीक्षा 9 मई को तथा 3 मई को होने वाली परीक्षा 10 मई को होगी आयोजित
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। उप्र मदरसा शिक्षा परिषद लखनऊ द्वारा संचालित मुंशी/मौलवी/आलिम, कामिल एवं फाजिल परीक्षा 2017 जो की 30 अप्रैल को होने वाली परीक्षायें 9 मई को तथा 3 मई को होने वाली परीक्षायें 10 मई को आयोजित की जायेगी। उक्त से संबंधित परीक्षा कार्यक्रम विभागीय वेबसाइट www.upbme.edu.in पर उपलब्ध है।
Read More »पृथ्वी का बदलता स्वरूप
भारत देश ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व, पृथ्वी और उसके पर्यावरण की सुरक्षा हेतु विचाररत है, इसी लिए संकल्पबद्ध होकर पिछले 47 सालों से निरन्तर 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाता चला आ रहा है। यह स्मरण रहे कि वर्ष 1970 में पहली बार पूरी दुनिया ने पृथ्वी दिवस का शुभारम्भ एक अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन के पर्यावरण संरक्षण के लिये किये गए प्रयासों को समर्थन देने के उद्देश्य से किया था। तब से जैसे यह एक विश्व परम्परा बन गई है और पृथ्वी दिवस ने हर देश के एक वार्षिक आयोजन का रूप ले लिया है। पर्यावरण की रक्षा के लिये भारत सहित कई देशों में कानून भी बनाए गए हैं, जिससे विभिन्न पर्यावरणीय असन्तुलनों पर काबू पाया जा सके। लेकिन पर्यावरण में प्रदूषण की स्थिति किसी से छुपी नहीं है। क्योंकि पृथ्वी दिवस के सफल आयोजनों के बावजूद भी विश्व के औसत तामपान में हुई 1.5 डिग्री की वृद्धि, औद्योगिक उत्पादन के बढ़ने और अन्धाधुन्ध विकास कार्यों और पेट्रोल, डीजल तथा गैसों के अधिक इस्तेमाल के कारण काॅर्बन उत्सर्जन की बढ़ोत्तरी, ग्लेशियरों के पिघलाव और असन्तुलित भयंकर बाढ़ों और प्राकृतिक आपदाओं की बढ़ती घटनाओं ने पृथ्वी का स्वरूप ही बदल दिया है। इससे लगता है कि पर्यावरण का सन्तुलन बिगड़ रहा है और यह विकराल रूप ले सकता है।
Read More »सपा नेता के अवैध कब्जे का विरोध
कानपुर, जन सामना संवाददाता। कारवालो नगर में केडीए अर्जित भूमि पर अवैध कब्जे के साथ निर्माण को लेकर मलिन बस्ती महापंचायत ने विरोध प्रदर्शन किया। भूसंख्या 84/113 केडीए अर्जित भू सम्पत्ति है। आरोप है कि सपा नेता रतन गुप्ता ने 1000 वर्ग गज पर अवैध कब्जा कर बिना नक्शा के गैर कानूनी निर्माण किया गया है और उससे किराएदारी कर कमाई की जा रही है। मलिन बस्ती महापंचायत ने केडीए उपाध्यक्ष को ज्ञापन दे अवैध कब्जा हटाने की मांग की है। इस दौरान प्रदीप यादव, रामाशंकर, मंजू चतुर्वेदी, गया प्रसाद वर्मा, राजकुमार गुप्ता, कल्लू प्रसाद अम्बेडकर, राजू यादव, रानी कठेरिया, मोहममद अली, रामविलास, तारा शर्मा आदि मौजूद रहीं।
Read More »चुनाव आयोग जनता पर जबरदस्ती थोप रहा ईवीएम
ईवीएम की जांच से किनारा कर रहा चुनाव आयोग, जनता पूॅंछ रही क्या है फायदा?
दिल्ली एमसीडी चुनावों में भी खूब हुआ पोलिंग बूथ पर ईवीएम का विरोध
कानपुर, पंकज कुमार सिंह। देशभर में ईवीएम (इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन) के विरोध में लाखों लोग लामबन्द है लेकिन लोकतांत्रिक व्यवस्था से मुँह चुराता चुनाव आयोग ईवीएम के पक्ष में तरह तरह के कसींदे पढ़ रहा हैं। कई राज्यों के चुनावों में ईवीएम से गड़बड़ी के आरोप तो लग ही रहे हैं साथ ही ऐसे में चुनाव आयोग की कार्य प्रणाली भी संदेह के घेरे में आ रही है। लेकिन चुनाव आयोग अपनी ढपली-अपना राग अलापते हुए ईवीएम पर छिड़ी बहस से किनारा करता नजर आ रहा है यह किस वजह से ?