मथुरा। भाजपा किसान मोर्चा ने कार्यकर्ताओं के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष मधु शर्मा ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पट पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। जिलाध्यक्ष मधु शर्मा ने किसान मोर्चा के पदाधिकारियों को बताया कि किस प्रकार भाजपा ने तीन सीटों से 303 सीटों तक के लक्ष्य का सफर तय किया है। साथ ही आगामी नगर पंचायत एवं नगर निकाय चुनावों को लेकर कार्यकर्ताओं को एकजुट हो पार्टी के लिए समर्पित होने के लिए प्रेरित किया। द्वितीय सत्र मे बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने चर्चा की। देवेंद्र शर्मा ने नगर निकाय चुनाव, नगर पंचायत चुनावी की तैयारियों एवं बूथ स्तर तक के पदाधिकारियों एव कार्यकर्ताओ को बूथ लेवल तक जाकर एकजुटता के साथ भाजपा के सभी उम्मीदवारों को जिताने के लिए दिशा निर्देश दिए। जिस पर किसान मोर्चा पदाधिकारियों ने भाजपा उम्मीदवारों की लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर जिताने का आश्वासन दिलाया। तृतीय सत्र मे पूर्व सांसद तेजवीर सिंह ने निकाय चुनावों को लेकर भाजपा किसान मोर्चा के पदाधिकारियों को अपने दायित्वों का निर्वहन करने एवं पूर्ण रूप से जिम्मेदारी के साथ कार्य करने को निर्देशित किया।
Read More »जिला कारागार में बंदियों के स्वास्थ्य की जांच की
कानपुर। जिला कारागार में अपराध मुक्त सामाजिक चिकित्सा समिति तथा वेदान्ता मल्टीस्पेशियलिटी हास्पिटल के संयुक्त तत्वावधान में वृहद निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जेल अधीक्षक डॉ0 बी0 डी0 पाण्डेय ने बताया कि कारागार में चिकित्सा शिविर के आयोजन से पूर्व में ही बंदियों की सूची तैयार कर ली गयी थी। वेदान्ता मल्टीस्पेशियलिटी हास्पिटल के निदेशक डॉ0 गोविन्द त्रिवेदी अपने हॉस्पिटल के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम के साथ कारागार पहुंचे। विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम में डॉ0 शिवांश त्रिवेदी-हड्डी रोग विशेषज्ञ, डॉ0 जया त्रिवेदी-स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ, डॉ0 प्रशान्त पाण्डेय जनरल फिजिशियन मेडिसिन, डॉ0 मो0 नदीम-यूरो सर्जन, डॉ0 अनुराग मिश्रा-डेण्टल सर्जन तथा डॉ0 ए0के0 सिंह फिजिशियन उपिस्थत हुये। इलेक्टरोथेरेपी मशीन द्वारा बंदियों की फिजियोथरेपी की गयी। बी0एम0 डी0 मशीन द्वारा बंदियों ने अपनी हड्डियों की जाँच करायी। ई0 सी0 जी0 मशीन द्वारा बंदियों के हृदय सम्बन्धी जांचे की गयी। यूरो फ्लोमीटर द्वारा बंदियों की पेशाब की जाँच की गयी। बंदियों द्वारा रक्तचाप एवं मधुमेह की जाँच भी करायी गयी।
Read More »एसीएस डॉ देवेश चतुर्वेदी ने किया बागपत का भ्रमण
बागपत, जन सामना संवाददाता। बागपत जनपद में आज डॉ0 देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव कृषि एवं नियुक्ति एवं कार्मिक उत्तर प्रदेश शासन द्वारा भ्रमण किया गया। उन्होंने भ्रमण के दौरान अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। सर्वप्रथम उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र खेकड़ा का भ्रमण एवं निरीक्षण किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी डॉ0 संदीप चौधरी ने कृषि विज्ञान केन्द्र पर चल रहे कार्यक्रमों के विषय में विस्तृत जानकारी दी। मृदा परीक्षण प्रयोगशाला का निरीक्षण कराया गया। विभिन्न कृषि यंत्रों एवं डिकम्पोजर, मृदा नमी सूचक यंत्र तथा गो आधारित प्राकृतिक खेती का अवलोकन किया गया।
जैविक कृषक विजय कुमार से भी जैविक खेती के विषय में विस्तृत जानकारी ली गयी। तत्पश्चात् खेकड़ा कृषक विकास प्रोड्यूसर कम्पनी लि0 नामक एफ.पी.ओ. का उद्घाटन किया गया। उन्होंने इस दौरान एफ.पी.ओ. के सदस्यों तथा मौजूद कृषक गणों को सम्बोधित किया।
बुजुर्ग दंपति ने की पीएम व सीएम से इच्छा मृत्यु की मांग
कानपुरः अखिलेश सिंह। चकेरी थाना क्षेत्र के के आर पुरम निवासी प्रेम शंकर सचान अपनी पत्नी निर्मला सचान व दो बेटे डॉ श्याम सिंह व रावेंद्र सिंह के साथ रहते हैं। उनके बड़े बेटे डॉ श्याम सिंह की शादी शाहजहांपुर गांव थाना सट्टी कानपुर देहात निवासी श्रीराम कटिहार की पुत्री मीनू देवी से 3 मार्च 2013 को हुई थी। बताया कि शादी के कुछ दिन बाद से ही बहू ससुराली जनों के साथ लड़ाई झगड़ा करने लगी। इसके बाद वह अपने मायके चली गई। सामाजिक लोक लज्जा के चलते आपसी समझौते के बाद वो अपनी बहू को वापस अपने घर ले आए जिसके बाद उनके एक बच्चा भी हुआ। बच्चे का लगातार इलाज चल रहा जिसका खर्चा भी प्रेम शंकर ने उठाया है इसके बाद भी उनकी बहू ने उनके ऊपर झूठे मुकदमे लगवा दिए हैं। प्रेम शंकर ने यह आरोप लगाते हुए बताया कि उनके ऊपर लगवाए गए सभी मुकदमे झूठे हैं। पुलिस भी पूरी तरह से बहू का ही साथ दे रही है।
उन्होंने डीजीपी उप्र से जांच करा कर सत्य उजागर करने की मांग की है और डीजीपी सहित जिले के पुलिस अधिकारियों से जांच कराने की गुहार लगाई है।
अधिशासी अधिकारी व चेयरमैन प्रतिनिधि द्वारा कस्बा में कराया गया एंटी लार्वा दवा का छिड़काव
महराजगंज रायबरेली। मच्छरों से बचाव के लिए पूरे कस्बा में दवा छिड़काव कराया गया। बताते चलें कि नगर पंचायत महराजगंज द्वारा समय समय पर नगर के अंदर अधिशासी अधिकारी व चेयरमैन प्रतिनिधि प्रभात साहू के द्वारा कस्बा में एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया गया। मच्छरजनित बीमारी का प्रकोप देखते हुए मलेरिया व डेंगू फैलने का अंदेशा बना हुआ है। जिससे नगर पंचायत महराजगंज द्वारा इससे बचाव के लिए दवा का छिड़काव किया गया। नगर पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि पूरे कस्बा में लगातार दवा का छिड़काव किया जा रहा, जिससे मच्छरों के प्रकोप से बचा जा सके।
Read More »विद्युत मीटर लगाने के विरोध में किसानों ने बिजलीघर पर किया प्रदर्शन
बागपत, जन सामना संवाददाता। नलकूपों पर विद्युत मीटर लगाने के विरोध में आज किसानों ने बड़ौत क्षेत्र के तितरौदा बिजलीघर पर धरना प्रदर्शन किया।
शनिवार को किसान मजदूर संगठन के बैनर तले नलकूपों से विद्युत मीटर हटाने की मांग को लेकर किसानों ने संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनु मलिक के नेतृत्व में बिजलीघर पर धरना प्रदर्शन किया। अनु मलिक ने कहा की लगातार किसानों का शोषण किया जा रहा है और किसानों के निजी नलकूपों पर मीटर लगाने का प्रयास लगातार बिजली विभाग के द्वारा किया जा रहा है, जिसे किसान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा। इस शोषण के खिलाफ लगातार लड़ाई लड़ेगा, इस मौके पर जिला अध्यक्ष कालूराम ने कहा कि जनपद बागपत का किसान अपने नलकूपों पर मीटर नहीं लगने देगा।
KANPUR: यातायात माह को मुंह चिढ़ाते नजारे
कानपुरः जन सामना संवाददाता। यातायात माह चल रहा है और आम हो या खास हर किसी को यातायात के नियमों को पालन करने हेतु जागरूक किया जा रहा है ताकि सड़क हादसों को रोका जा सके। वहीं शहर के प्रमुख चौराहों पर लाउडस्पीकरों के माध्यम से भी यातायात के नियमों की जानकारी दी जा रही है।
यातायात के नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के चालान करते यातायात के जवान भी देखे जा सकते हैं जो अपने अपने मोबाइलों से फोटो खींचते देखे जा सकते हैं किन्तु तरह शहर की प्रमुख सड़कों पर ऐसे भी नजारे देखे जा सकते हैं जो यातायात के नियमों को मुंह चिढ़ाते हैं। जी हां, शहर के प्रमुख मार्गों पर फर्राटा भरते अधिकतर आटो, टेम्पो के नम्बर किसी ना किसी तरह से छिपाये गये हैं। उनकी नम्बर प्लेट पर कोई ना कोई कपड़ा, टेप आदि लगा देखा जा सकता है। ये नजारे ना तो यातायात पुलिस के जवानों को दिखते हैं और ना ही क्षेत्रीय पुलिस के जवानों को।
जीवन के अनजाने रास्ते
न जाने कैसी धुंध में हम आज घिर गए
जाना था घर अपने कही और निकल गए।
क्या हुआ जीवन में क्या आंधी निकल गयी
उड़ गया सब कुछ, पूँजी शेष नही बची
माना कि पैर में न कोई बेड़िया थी डली
पर दूर तक जाने से ये बेबस क्यों हुई।
आज शक्ति बाजुओं की कमजोर हो रही
खर्चा मेरे तन का बड़ी बोझ सी लग रही।
रोटी को भटकते दर-दर की ठोकरे खाई है
कपड़ा जो तन पर है चिथड़े से काम चलाई है।
जिंदगी की उड़ान
अब थक गई हूँ चलते-चलते,
अब आप थोड़ा आराम चाहती हूँ।
ऐ जिंदगी अब थोड़ी ठहर जा,
मैं खुद को जानना चाहती हूँ।
और से तो सुन लिया है बहुत,
अब अपनी मन की सुनना चाहती हूँ।
जीवन तो दिया है अपनों ने मगर,
अपनी जिंदगी खुद जीना चाहती हूँ।
जल संकटः समझनी होगी बेशकीमती पानी की महत्ता
पिछले सप्ताह देश में जल सप्ताह का आयोजन किया गया, जिसमें जल संरक्षण, जल के उपयोग एवं जल स्रोतों को संरक्षित करने के विषय पर चर्चा के लिए विभिन्न देशों के दो हजार से भी ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हुए। जल सप्ताह के दौरान जल शोधन तथा जल को बचाने के लिए गंभीरता से चर्चा हुई। ग्रेटर नोएडा में जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग, जल शक्ति मंत्रालय द्वारा आयोजित भारत जल सप्ताह का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का कहना था कि आने वाली पीढ़ियों को बेहतर और सुरक्षित कल देने में सक्षम होने का एकमात्र तरीका जल संरक्षण ही है। हालांकि ऐसा नहीं है कि पानी की कमी को लेकर व्याप्त संकट अकेले भारत की ही समस्या है बल्कि जल संकट अब दुनिया के लगभग सभी देशों की विकट समस्या बन चुका है। राष्ट्रपति का भी कहना था कि पानी का मुद्दा केवल भारत के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रासंगिक है। इस अवसर पर केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का कहना था कि देश में जनसंख्या और जल की उपलब्धता में विषमता पर गंभीरता से विचार होना चाहिए। देश में आज कई इलाके ऐसे हैं, जो जल संकट की भयावह स्थिति से गुजर रहे हैं। इसके अलावा कुछ राज्यों के बीच बरसों से पनप रहे जल विवाद भी समस्या को विकराल बनाते रहे हैं। इसीलिए उपराष्ट्रपति ने भारत जल सप्ताह के समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्यों के बीच जल विवाद से कोई लाभ नहीं होगा और उन्हें जल विवादों से बचना चाहिए तथा इनका हल निकालना चाहिए। देश में जल संकट को लेकर अब जिस प्रकार की स्थितियां निर्मित होने लगी हैं, ऐसे में देश में हर साल जल सप्ताह मनाने की नहीं बल्कि पूरे साल ‘जल वर्ष’ मनाने की सख्त दरकार है।
Read More »