शिवली/कानपुर देहात। संपूर्ण प्रदेश में 17 मई तक सांकेतिक कर्फ्यू की घोषणा किए जाने के बाद पुलिस और भी मुस्तैदी के साथ लॉक डाउन का पालन कराने के लिए सड़कों पर दिखाई दे रही है जिससे कोरोना महामारी में बढ़ रहे मामलों में कमी साफ तौर पर देखने को मिल रही है प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लगते ही करोना के मामलों में गिरावट आ गई है लगातार कोरोना के केसों में कमी आने के कारण पुनः प्रदेश सरकार ने 8 दिन का संकेत कर्फ्यू लगाया है साथ ही जिला प्रशासन को निर्देशित भी किया है कि इस कर्फ्यू को सख्ती से पालन कराया जाए।
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आगरा के सेना टेक्नीशियन ठीक करेगी सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी की बूस्टर मशीन
आर्मी के ट्रक में आगरा ले जाई गयी है बूस्टर मशीन, एक सप्ताह में ठीक होने की उम्मीद
मशीन सही होने से सैफई में भरे जा सकेंगे ऑक्सीजन सिलेंडर
सैफई/इटावा। सैफई के ऑक्सीजन प्लांट में लगी बूस्टर मशीन को सेना के जवान एक सप्ताह में ठीक करेंगे वह मशीन को ठीक करने के लिए आगरा लेकर गए हैं
509 आर्मी बैस वर्कशॉप आगरा के सेना के टेक्निशियन सैफई के उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट में लगी बूस्टर मशीन एक सप्ताह में सेना के जवान ठीक करेंगे बूस्टर मशीन को ठीक करने के लिए सेना के जवान उसे ट्रक में लादकर आगरा 509 आर्मी वर्कशॉप आगरा लेकर गए हैं
पत्रकार को धमकी देना पड़ा महंगा, सैफई मेडीकल यूनिवर्सिटी कुलपति को
शासन ने खबरों को संज्ञान लेकर मेडीकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ राजकुमार को छुट्टी पर भेजा घर
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष स्वामी शरण श्रीवास्तव ने कुलपति को हटाने की मुख्यमंत्री से की थी मांग
सैफई/इटावा। सैफई के वरिष्ठ पत्रकार व राष्ट्रीय पत्रकार संरक्षण परिषद के राष्ट्रीय प्रभारी व ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के सैफई अध्यक्ष सुघर सिंह से मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉक्टर राजकुमार द्वारा धमकी देना महंगा पड़ा और अंततः शासन ने कुलपति को छुट्टी पर भेज दिया है।
सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ राजकुमार जाते-जाते अपना इज्जत व सम्मान बचाने की जुगत में जुटे हुए हैं सूत्र बताते हैं कि उन्होंने खुद को कोरोना पॉजिटिव बताया है और खुद ही शासन को छुट्टी के लिए पत्र लिखा है इसलिए उन्हें छुट्टी दी गई है लेकिन इस बारे में फिलहाल कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है ना ही कुलपति शासन को भेजा पत्र मीडिया में जारी कर रहे हैं और न ही कोरोना रिपोर्ट दिखा रहे है।
कोरोना महामारी की गांवों में तीव्रता से दस्तक
– संक्रमण फैलने से रोकने महायुद्ध स्तर पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना जरूरी
– भारत गांव प्रधान देश है गांव में कोविड-19 इलाज का सुचारू प्रबंधन, झोलाछाप चिकित्सकों पर सख्त कार्यवाही, टीकाकरण, जनजागरण अभियान जरूरी – एड किशन भावनानी
वैश्विक रूप से मानव को तीव्रता से संक्रमित कर रही कोरोना महामारी के अब सिम्टम्स पर भी नियंत्रण नहीं रहा।बड़ी तेजी से सिम्टम्स का बदलना, वैश्विक रूप से बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है। 2020 में जिसके कुछ सीमित सिम्टम्स से लेकिन अब 2021 में इस महामारी ने भयंकर तांडव मचाते हुए अपने सिम्टम्स में विशालता लाकर विस्तृत परिक्षेत्र में समायोजित कर मानव को घेर रही है जिसमें मानव उसको पता ही नहीं चल पाता और उसके फेफड़े संक्रमित हो चुके होते हैं।….बात अगर हम भारत की करें तो यह एक गांव प्रधान देश है हमारी करीब 70 प्रतिशत जनसंख्या गांवों में रहती है।
सिकन्दरा एसडीएम ने पकड़ा फर्जी गेंहू खरीद केन्द्र
बरामद हुआ एक ट्रक सहित 152 बोरी गेंहू व गेंहू तौल सम्बन्धी यंत्र
मंगलपुर थाने में मुकदमा भी हुआ दर्ज, जांच में फसे हाट केन्द्र प्रभारी
कानपुर देहात। ग्रामीणों के इस सूचना पर कि ग्राम कसोलर थाना मंगलपुर तहसील सिकन्दरा में गेंहू खरीद का कोई केन्द्र न होने के बावजूद निजीतौर पर कुछ लोग सरकार बोरी मार्का, इलेक्ट्रानिक कांटा आदि माध्यम से अवैध रूप से गेंहू का व्यापार व कालाबाजारी कर रहे है तथा एक ट्रक माल भेजने की तैयारी में है, इस सूचना पर उप जिलाधिकारी आरसी यादव ने थानाध्यक्ष मंगलपुर, तहसीलदार सिकन्दरा, विपणन निरीक्षक मोबिन अहमद को मौके पर भेजकर जांच करवाई और सूचना को सही पायी, ग्राम कसोलर में दिलीप उर्फ लालू, प्रदीप उर्फ पिन्टू पुत्रगण राजेन्द्र प्रसाद, महेन्द्र पुत्र वीरेन्द्र बहादुर व सर्वेश दीक्षित पुत्र श्याम प्रकाश व अवनीश कुमार उर्फ लल्लन दीक्षित पुत्र श्याम प्रकाश ने एक मकान के सहन में गंेहू से भरी हुई 152 बोरी (जूट की नई बोरी) जिसमें R F C K N P झींझक मार्का अंकित है मौके पर पायी गयी।
क्यों हो रही है रेमडेसिविर के लिए इतनी मारामारी? कोरोना की रामबाण दवा नहीं है रेमडेसिविर
कोरोना की दूसरी लहर भारत में इतना भयानक रूप धारण कर चुकी है कि पिछले दिनों दिल्ली हाईकोर्ट को कहने पर विवश होना पड़ा कि यह दूसरी लहर नहीं बल्कि सुनामी है और अगर हालात ऐसे ही चलते रहे तो अनुमान लगाए जा रहे हैं कि अगले कुछ महीनों के भीतर मौतों का कुल आंकड़ा कई लाखों में पहुंच सकता है। इन दिनों कोविड संक्रमण के प्रतिदिन साढ़े चार लाख से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं और हजारों लोगों की रोजाना मौत हो रही हैं। यही कारण है कि कोरोनावायरस के तेजी से बढ़ते मामलों की वजह से देशभर में अस्पतालों में बिस्तर, ऑक्सीजन सिलेंडर तथा कोरोना के इलाज में बड़े स्तर पर इस्तेमाल हो रहे रेमडेसिविर इंजेक्शन सहित कुछ दवाओं की मांग में इतनी जबरदस्त वृद्धि हो गई है कि स्वास्थ्य सेवाएं दम तोड़ने लगी हैं
Read More »शादीशुदा बेटे की विडंबना समझो
शायद इस विषय के बारे में कोई सोच भी नहीं रहा। हर विषय, हर किरदार पर लिखा गया है पर शादीशुदा बेटे कि हालत और मन: स्थिति को शब्दों में ढ़ालना आसान नहीं। ये एक ऐसा किरदार है जिस पर दोगुनी जिम्मेदारी होती है। बेटा खुद को माँ-बाप का कर्ज़दार समझता है क्यूँकि जन्म दिया है। और पत्नी का रखवाला क्यूँकि अग्नि को साक्षी मानकर ताउम्र साथ निभाने का वचन दिया है, तो हुआ न सैंडविच।
अक्सर हम कई घरों में सास बहू को लड़ते झगड़ते देखते है। दोषारोपण और तू तू मैं मैं से शुरू होते परिस्थिति अलग होने की कगार तक आ जाती है। जब बेटे की शादी होती है तो यहाँ पर एक माँ को कुछ बातों के लिए खुद को तैयार करना जरूरी होता है। पहले तो आपका औधा एक पायदान उपर उठता है, यानी कि माँ से आप सासु माँ बनने जा रही है।
रेडियो वक्त की आवाज़ 91.2 FM ने कोरोना जागरूकता कार्यक्रम ’कोरोना किट’ का संचालन किया
शिवली/कानपुर देहात। कानपुर देहात के एक मात्र सामुदायिक रेडियो वक्त की आवाज़ 91.2 एफएम ने कोरोना जागरूकता से सम्बंधित कार्यक्रम ’कोरोना किट’ का संचालन किया है। जिसमे श्रोताओं को कोरोना महामारी से बचने के लिए विशेषज्ञों से सीधा संवाद कराया जाएगा। जिससे ग्रामीण क्षेत्रो में तेजी से बढ़ रही महामारी के प्रति लोगों को जागरूक किया जा सके। कोरोना किट प्रोग्राम में किस तरह से हम जाने की कोरोना के लक्षण क्या होते है, उनकी पहचान हम खुद कैसे करे, होम आइसोलेशन क्या है और इसमें क्या क्या सावधानी करनी होती है। साथ ही कोरोना से बचने के लिए घर पर ही क्या इलाज किया जाए जिससे कोरोना महामारी से हमारा शरीर अपनी इम्युनिटी बढ़ा सकें और कोरोना महामारी से बचाव कर सके।
Read More »उ0प्र0 पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन कोविड हेल्प डेस्क लगातार जरुरतमंद लोगों की हेल्प कर रहा
लखनऊ। आज राजधानी लखनऊ की 2 जरुरतमंद महिलाओ ने घर में राशन खत्म बहुत परेशानी में है कह कर एसोसिएशन कोविद हेल्प डेस्क से मदत मांगी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने उनके घर 30 मिनट में पहुंचकर 10 -10 किलो राशन का पैकेट जिसमे आटा चावल दाल तेल नामक और सब्जी मसाला व मास्क उपलब्ध कराया और आगे भी मदत का भरोशा दिया।
एसोसिएशन कोविद हेल्प डेस्क 22 दिन से लगातार जहा कोविद संकर्मित बिजली कार्मिको, अभियंताओ, श्रमिकों, उपभोक्ताओ का बढ़ा रहा मनोबल और कर रहा मदत वही प्रवासी मजदूरों रिक्शा चलको को भी बाँट रहा खाद्य सामग्री व राशन चाहे वह बिजली कार्मिको अभियंताओ श्रमिकों उपभोक्ताओ का मामला हो चाहे वह प्रवासी मजदूरों की मदत का मामला हो चाहे लाकडाउन के चलते जीविका पर संकट के चलते रिक्शा चालकों को आटा दाल चावल बिस्कुट चिप्स मास्क सेनिटाइजर बाटने का मामला हो आज 22 वे दिन भी उ0प्र0 पावर आफीसर्स एसोशिएसन कोविद हेल्प डेस्क लगातार लोगो की हेल्प पूरे प्रदेश में करता चला आ रहा है।
कोविड-19 – कोरोना वैक्सीन पेटेंट संरक्षण अस्थाई रूप से सस्पेंड कर मानव प्राण बचाना जरूरी
विश्व व्यापार संगठन ने सभी देशों की सहमति बनाकर शीघ्र निर्णय लेना जरूरी
कोरोना वैक्सीन बौद्धिक संपदा अधिकार स्थगित करना जरूरी – वैक्सीन उत्पादन बढ़ेगा, मानवता का भला होगा – एड किशन भावनानी
विश्व के मानवों को कोरोना महामारी अपने फंदे में जकड़ तीव्रता से निकल रही है और हम मानव अभी तक वैश्विक रूप से आपस में ही उलझ कर रह गए हैं। हालांकि हर देश एक दूसरे की मेडिकल संसाधनों से मदद कर रहे हैं विश्व स्वास्थ्य संगठन, संयुक्त राष्ट्रसंघ भी हरकत में आए हैं परंतु वर्तमान समय में जरूरत है विश्व व्यापार संगठन को अत्यंत तात्कालिक रूप से सभी सदस्य 160 सदस्य देशों की सम्मिट आयोजित कर कोरोना वैक्सीन से जुड़े बौद्धिक संपदा अधिकार को अस्थाई अवधि के लिए तात्कालिक सस्पेंड करने का प्रस्ताव पास करने की ओर ठोस कदम बढ़ाने की जरूरत है ताकि लाखों लोगों की जो विश्व स्तर पर सांसे अटकी हुई है, उन्हें जीवन दान देनेमें यह ठोस प्रस्ताव पारित कर सफलतापूर्वक अंजाम दिया जा सकता है।