– महिला समिति और शिवप्रसाद पब्लिक स्कूल में संपन्न हुुईं विभिन्न प्रतियोगिताएं
टूंडला, जन सामना संवाददाता शुक्रवार को नगर में महिला समिति और शिवप्रसाद पब्लिक स्कूल द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित कराई गई। जिसमें प्रतिभागियों ने प्रतिभा का प्रदर्शन किया। महिला शक्ति को सशक्त बनाने पर जोर दिया गया।
महिला शक्ति द्वारा कंपनी बाग पार्क में महिलाओं की प्रतियोगिता कराई गई। जिसमें सामान्य ज्ञान, धार्मिक और मनोरंजन से संबंधित प्रतियोगिताएं हुईं। प्रतिभा उपाध्याय ने महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतियोगिताओं को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि मां ही बच्चे को संस्कारवान बनाती है। इसलिए बच्चे को संस्कार देने से पहले मां को शिक्षित और सक्षम होना चाहिए। इस मौके पर रीना, माधुरी, ओमवती, सुुधा, प्रभा, सुुमन, रामवती, शशी, मंजू गौड, मनोरमा तिवारी, चमेली, सरोज, मिथलेश, प्रेमवती, माया, मनोज, निर्मला और ममता आदि मौजूद रहीं।
महिला जगत
प्रकाश एकाडमी में हुई खेलकूद प्रतियोगिताएं
सासनी, जन सामना ब्यूरो। प्रकाश एकाडमी में श्री प्रकाश चंद्र जैन चैरिटेबिल ट्रस्ट के बैनरतले विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयेाजन किया गया। जिमसें बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। विजेता बच्चांे को पुरस्कृतकर उत्साहवद्धन किया गया।
गुरूवार को हुई प्रकाश एकाडमी मंे हुई प्रतियोगिताओं का शुभारंभ करते हुए प्रधानाचार्य सुनील शाक्य ने कहा कि प्रतियोगिातओं से प्रतिभागी विजयी होते हुए अपने माता पिता और गुरूजनों का नाम रोशन करता ही हैं मगर अपने देश और समाज का भी नाम रोशन करता हैं उन्होंने कहा कि जिस प्रकार आज हमारे ही निकट गांव अजरोई में रहने वाला सुमित पहलवान सेना में भर्ती होकर जिस प्रकार अपने देश के लिए जी-जान लगाकर कुश्ती लड रहा हैं उसकी प्रकार सभी छात्र-छात्राओं केा प्रतियोगिाताओं में विजयी होकर अपने देश और समाज के लिए कर गुरजना है।
स्किन को सुंदर और स्वस्थ रखने के उपाय
हर महिला यही चाहती है कि उसकी त्वचा सुंदर व स्वस्थ हो और वह अपनी उम्र से कम दिखे क्योंकि हमारी त्वचा की खूबसूरती ही किसी को हमारे प्रति पहली नजर में आकर्षित करती है। हमारे खानपान और डेली रूटीन का प्रभाव हमारी पूरी बाॅडी पर पड़ता है और यह सबसे पहले हमारी त्वचा यानीकि स्किन पर दिखाई पड़ता है.यहाँ पर स्किन को सुंदर और स्वस्थ रखने के लिए ‘जन सामना’ की ब्यूटी एडवाइजर व सी डब्लू सी ब्यूटी एन मेकअप स्टूडियो की सेलिब्रिटी मेकओवर एक्सपर्ट शालिनी योगेन्द्र गुप्ता बता रही है आपको स्किन को सुंदर और स्वस्थ रखने के उपाय-
हर महिला की स्किन की रंगत और दूसरे लक्षण हर दूसरे व्यक्ति से अलग होते हैं और कुछ लोगों की स्किन को सामान्य से अधिक देखभाल की जरूरत होती है। बाहरी देखभाल के साथ ही अपने शरीर को दूसरे तरीकों से पोषण देना भी स्किन को स्वस्थ और शानदार बनाता है। स्किन के कई लेयर्स होते हैं और हर लेयर की अपनी जरूरतें होती हैं और हर लेयर की देखभाल के लिए विशेष उपाय करने पड़ते हैं।
स्किन की समस्याओं की वजह-
स्किन को प्रभावित करनेवाले कई फैक्टर्स होते हैं। इनमें से कई फैक्टर्स सुंदर स्किन यानीकि हमारी त्वचा को भी स्थाई नुकसान पहुंचा सकते हैं। स्किन को सबसे अधिक नुकसान तेज धूप से पड़ता है। सूरज की अल्ट्रावाॅयलेट किरणें स्किन की ऊपरी ही नहीं बल्कि भीतरी लेयर को भी नुकसान पहुंचाती हैं। कुछ मामलों में इनसे स्किन में गंभीर कांप्लीकेशंस भी हो सकते हैं। स्मोकिंग और ड्रिंकिंग स्किन को हानि पहुंचानेवाले दूसरे अहम फैक्टर्स हैं। निकोटीन और एल्कोहल स्किन के लिए जहर की तरह होते हैं और ये स्किन में मुंहासे खारिश-खुजली और इरिटेशन को बढ़ा सकते हैं। जलवायु और बदलते मौसम की कंडीशंस भी हमारी स्किन को प्रभावित करते हैं।
खुशियों का फैसला
जो भावना मानवता के प्रति अपना फर्ज निभाने से रोकती हो क्या वो धार्मिक भावना हो सकती है?
जो सोच किसी औरत के संसार की बुनियाद ही हिला दे क्या वो किसी मजहब की सोच हो सकती है?
जब निकाह के लिए लड़की का कुबूलनामा जरूरी होता है तो तलाक में उसके कुबूलनामे को अहमियत क्यों नहीं दी जाती?
साहिर लुधियानवी ने क्या खूब कहा है,
‘वो अफसाना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन,उसे एक खूबसूरत मोड़ देकर छोड़ना अच्छा’
यहाँ लड़ाई ‘छोड़ने’ की नहीं है बल्कि ‘खूबसूरती के साथ छोड़ने’ की है। उस अधिकार की है जो एक औरत का पत्नी के रूप में होता तो है लेकिन उसे मिलता नहीं है।
गौर करने लायक बात यह भी है कि जो फैसला इजिप्ट ने 1929 में पाकिस्तान ने 1956 में बांग्लादेश ने 1971 में (पाक से अलग होते ही), ईराक ने 1959 में श्रीलंका ने 1951 में सीरिया ने 1953 में ट्यूनीशिया ने 1956 में और विश्व के 22 मुसलिम देशों ने आज से बहुत पहले ही ले लिया था वो फैसला 21 वीं सदी के आजाद भारत में 22 अगस्त 2017 को आया वो भी 3-2 के बहुमत से।
कजली महोत्सव में संस्कृति सिंह को किया गया सम्मानित
मीरजापुर, जन सामना संवाददाता। संस्कार भारती एवं लायन्स क्लब मीरजापुर के संयुक्त तत्वावधान में लालडिग्गी स्थित लायन्स स्कूल के सभागार में कजली महोत्सव 2017 का भव्य आयोजन किया गया। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार सच्चिदानन्द सिंह की बेटी संस्कृति सिंह को क्लब के सदस्यों द्वारा सम्मानित किया गया।
इस मौके पर संस्कार भारती के अध्यक्ष राजपति ओझा, कजली महोत्सव के संरक्षक विश्वनाथ अग्रवाल, संयोजक गणेश प्रसाद अवस्थी, लायन्स क्लब के अध्यक्ष ला. संगीता अग्रवाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति माजूद रहे।
यूँ दिखे कुछ स्पेशल
बेस्ट ब्यूटीशियन चुनें- खासदिन की तैयारी के लिए बेस्ट ब्यूटीशियन चुनें। लगभग तीन महीने पहले से स्किन ट्रीटमेंट लेना शुरू कर दें साथ ही बालों के लिए स्पा और पैक वगैरह लगाना शुरू करें। ब्यूटीशियन से इस बारे में बात करें और अपनी स्किन टोन और स्किन टेक्सचर के हिसाब से उसे ट्रीट करें।
प्री- ब्राइडल भी बेहद जरूरी- शादी के दिन से लगभग 3 या 4 दिन पहले प्री ब्राइडल लें, क्योंकि फेशियल का ग्लो आने में तीन दिन लगते हैं साथ ही आई ब्रो बनने के बाद लगभग इतने दिन में ही अपने ठीक शेप में लगती है। ब्यूटी ट्रीटमेंट के दौरान अगर कोई जगह लाल या कहीं चकत्ते हो गए हैं तो वह भी इतने दिन में ठीक हो जाते हैं। कई लड़कियां एक दिन पहले प्री ब्राइडल लेती हैं जो गलत है।
सही मेकअप ब्रश से आयेगा निखार
मेकअप करना एक कला है पर इस आर्ट को हमेशा परफेक्ट दिखाने के लिए जरूरी है कि फेस के कैनवास पर सही तरीके से सही ब्रश चलाया जाये। ब्रश बहुत तरीके के होते है इसलिए आपको हर ब्रश का सही इस्तेमाल का तरीका पता होना चाहिए। आइये जानते है जन सामना की ब्यूटी एडवाइजर व सी डब्लू सी ब्यूटी एन मेकअप स्टूडियो की सेलिब्रिटी मेकओवर एक्सपर्ट शालिनी योगेन्द्र गुप्ता से तरह तरह के मेेकअप ब्रश ईस्तेमाल करने का तरीका-
फाउंडेशन ब्रशः कोई – कोई फाउंडेशन ब्रश से लगाता है तो कोई स्पंज के टुकड़े से लगाता है। जबकि फाउंडेशन ब्रश से ही ठीक तरीके से लगता है। ब्रश से फाउंडेशन पूरे चेहरे पर बराबर तरीके से लगता है। साथ ही ब्रश से फाउंडेशन लगाने में चेहरे पर नैचुरल लुक आता है। फाउंडेशन ब्रश भी कई तरह के आते हैं। अधिकतर लोग फ्लैट टाॅप फाउंडेशन ब्रश, स्टिपलिंग ब्रश और राउंड टाॅप ब्रश का उपयोग करते हैं। अगर आप इन ब्रश में कंफ्यूज हो रही हैं तो मार्केट में जाएं और सारे ब्रश एक साथ देखें। ब्रश के प्रकार को देखते ही आपको पता चल जाएगा कि कौन से ब्रश का इस्तेमाल आपको करना है।
कंसीलर ब्रशः फाउंडेशन के बाद कंसीलर लगाइए। इससे आंखों के नीचे के काले घेरे या चेहरे के दाग छुपाए जाते हैं। इससे चेहरे के ब्लैमिशिंग और काले घेरों को छुपाया जाता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए ब्रश को सही ढंग से पकड़ कर इस्तेमाल करें।
स्वदेशी संदेशः बालिकाओं ने अपने हांथों से बनाईं राखियां
कानपुर, स्वप्निल तिवारी। आशा ज्योति केंद्र में विजय कराटे क्लासेस द्वारा निःशुल्क आत्मरक्षा का प्रशिक्षण पा रही छात्राओं के बीच राखी मेकिंग संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन श्रुति शुक्ला व विजय कुमार ने किया। इस मौके पर बालिकाओं ने भाग लिया तथा रंग बिरंगी राखियों के साथ भाई बहन के प्यार को विभिन्न तरीकों से दर्शाया। उन्होंने प्रेम के इस बंधन को जीवन भर निभाने का संदेश दिया। इस प्रतियोगिता में बनने वाली सभी राखियों को बाल सुधार गृह यतीमखाना में अगले शनिवार प्रातः 10 बजे से आशा ज्योति केंद्र की सभी लड़कियां 181 ग्रुप के साथ लेकर जाएंगी।
Read More »इस सीजन ऐसे होंगे ब्राइड के नए लुक
इन: ग्लिटर्स ब्राइड मेकअप-आने वाले सीजन में मेकओवर से लेकर ड्रेस सेन्स तक में कलर्स का बोलबाला रहेगा। पर्पल, आॅरेंज, रस्ट, पैरट ग्रीन, ब्लू जैसे कलर्स मेकअप किट का पार्ट बनेंगे। मेकअप के सारे प्राॅडक्ट्स नेचर से इंस्पायर्ड होंगे। आने वाले समय में ब्राइट कलर्स छाए रहेंगे। फ्लोरल कलर्स, जैसे पिंक, रोज और ट्यूलिक इन होंगे। आंखों के लाइनर से लेकर आई शैडो तक में एमरल्ड ग्रीन खूब देखने को मिलेगा।
अमूमन लेडीज रेड और आॅरेंज लिपस्टिक का यूज करने से डरती हैं, लेकिन आने वाले समय में ये कलर्स लिप्स की खूबसूरती बढ़ाएंगे।
आउट: हैवी मेकअप- हैवी मेकअप ट्रेंड से बाहर होगा।
इन: सिंपल और शोवर हेयर स्टाइल-आने वाले समय में सिंपल और शोवर हेयर स्टाइल्स की डिमांड बढ़ेंगी। ऐसे स्टाइल डिमांड में रहेंगे जो बिना किसी मेहनत के आराम से बन जाएं। बालों को कलर करवाने पर जोर रहेगा। बालों में एक्सेसरीज के तौर पर ओरिजिनल फ्लावर्स आर्किड, रोज, लिली यूज किए जाएंगे। ज्यादातर हेयर स्टाइल्स विक्टोरियन लुक और सेंटर पार्टिंग लुक से इंस्पायर्ड होंगे। हेड गियर का खूब यूज किया जाएगा, तो विंटेज लुक पर भी जोर रहेगा।
आउटः रेट्रो स्टाइल लुक- 60-80 के हेयर स्टाइल आने वाले समय में ज्यादा पसंद नहीं किए जाएंगे। फंकी लुक भी काफी हद तक बाहर होजाएगा। फ्रेंच स्टाइल की चोटी और ऊंचे जूड़े भी आने वाले समय में खास डिमांड मे नहीं रहेंगे।
स्नेहा ने रोशन किया शहर का नाम
कानपुर, जन सामना संवाददाता। भरपूर सुख-सुविधाओं और समुचित संशाधनों के माध्यम से तो कामयाबी पाने के उदाहरण तो अनेकों देखे जा सकते हैं लेकिन सीमित संशाधनों की बदौलत कामयाबी की पायदान हासिल करने वालों की संख्या कम ही दिखती है। जी हां, हम बात कर रहे हैं बर्रा-8 निवासी एक होनहार बेटी की जिसने सीमित संशाधनों व तमाम झंझावतों को झेलते हुए शहर का नाम रोशन करने का काम किया है।
बर्रा-8 के एफ ब्लाॅक निवासी आशुतोष सिंह की एक सामान्य गृहस्थी है और उनके दो बेटियां हैं- निहारिका व स्नेहा उर्फ डाॅली।
श्री सिंह की पत्नी आशा सिंह घर पर ही टेलरिंग का काम करके घर गृहस्थी में पूरा सहयोग करती हैं, उनकी बड़ी बेटी निहारिका इलाहाबाद में रहकर बीएड की शिक्षा प्राप्त कर रही है जबकि उनकी छोटी बेटी स्नेहा को खेलकूद से बेहद लगाव है। स्नेहा का साथ उनके माता-पिता भी दे रहे हैं और स्नेहा के हौंसलों को पंख लगाने का काम कर रहे हैं। इसी का परिणाम कहा जा सकता है कि स्नेहा ने तमिलनाडु के त्रिचनापल्ली में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की ‘‘सीनियर नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता’’ में प्रतिभाग कर शहर का नाम रोशन किया है।