जन सामना संवाददाताः मथुरा। बाल श्रम विभाग ने बच्चों से श्रम कराने वाले 35 प्रतिष्ठानों पर कार्यवाही की है। इस दौरान श्रम में लगे 45 बच्चों को मुक्त कराया गया है। बाल श्रम को लेकर लगातार कार्यवाही कर रहे सहायक श्रम आयुक्त एमएम पाल ने बताया कि बाल श्रम के क्षेत्र में जिला प्रशासन के सहयोग से लगातार कार्यवाही की जा रही है। बाल श्रम मुक्त व्यवस्था बनाने का अभियान चला रहे हैं। जिसके तहत अब तक हमने 35 प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्यवाही की है जिसमें 45 बच्चों को अब तक हमने बाल श्रम से मुक्त कराया है। किसी प्रतिष्ठान पर कोई कर्मचारी कार्य के दौरान दुर्घटना के चलते दिवंगत हो जाता है उस स्थिति में अगर हमें जानकारी होती है तो कर्मचारी प्रतिकर अधिनियम के तहत नोटिस देते हैं और वर्कर को इसका भुगतान करते हैं। पैप्सिको इंडिया में एक कर्मचारी की काम करने के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में 31 अक्टूबर को 14 लाख 47 हजार रुपये मंगलवार को भुगतान कराया है। इसी तरह एक सेटवैल इंडिया लिमिटेड है उनके वर्कर की काम के दौरान मृत्यु हो जाने पर उन्हें भी नोटिस भेज कर 17 लाख रुपये का उनके परिजन को भुगतान कराया गया।
सहायक श्रम आयुक्त ने बताया कि सैस का इस साल 35 करोड़ रुपये का टारगेट मिला था। अभी तक 15 करोड रूपये जमा करा दिया गया है। विगत वर्ष यह टारगेट 22 करोड रूपये था जिसमें से 17 करोड रूपये जमा कराया जा सका था। विनिर्माण कार्य में लगे मजदूरों की लिए चलाई जाने वाली योजनाओं के लिए इस धनाराशि का उपयोग किया जाता है।