मथुरा। जिला मुख्य चिकित्साधिकारी मथुरा के कार्यालय में अंगदान के महत्व पर एक शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मथुरा की सचिव नीरू शर्मा रहीं। शिविर में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजय कुमार वर्मा, डिप्टी सीएमओ डॉ. रोहिताश सिंह, डॉ. चित्रेश निर्मल, डॉ. भूदेव, एएनएम की प्रिंसिपल ज्योति सहित नर्सिंग छात्राएं उपस्थित रहीं। शिविर का संचालन डिप्टी सीएमओ डॉ. रोहिताश द्वारा किया गया। शिविर में डिप्टी सीएमओ डॉ. रोहिताश ने बताया कि अंगदान एक नोबल क्रिया है। जिसमें व्यक्ति अपने शरीर के अंगों को अन्य व्यक्तियों के लिए दान करता है। यह एक मानवीय सेवा है जो न केवल जीवन बचाने में मदद करती है, बल्कि उन व्यक्तियों को भी एक नई जिंदगी का अद्भुत अवसर प्रदान करती है जिन्हें इसकी आवश्यकता होती है।
सीएमओ डॉ. अजय कुमार वर्मा ने कहाकि अंगदान दिवस हर वर्ष 13 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन हम सभी को याद दिलाता है कि जीवन एक अनमोल उपहार है और हमारे शरीर के अंगों को दूसरों के लिए दान करके हम उन्हें एक नई जिंदगी का मौका दे सकते हैं। अंगदान एक मानवीय कार्य है जो न सिर्फ एक व्यक्ति को, बल्कि पूरे समाज को उन व्यक्तियों के साथ जोड़ने का माध्यम बना सकता है। शिविर के समापन पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नीरू शर्मा ने अंगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आधुनिक युग में जीवन भर रहता है अंधकार, लेकिन जब हम किसी के जीवन में प्रकाश डालते हैं, तो हम उसे एक नया दृष्टिकोण प्रदान करते हैं। यह एक महत्वपूर्ण निर्णय है जो एक व्यक्ति और उनके परिवार को अपने समय में करता है, लेकिन इसका प्रभाव उसकी मौत के बाद भी दुनिया में बना रहता है।अंगदान के माध्यम से, व्यक्ति न सिर्फ अपने जीवन में बल्कि अन्य के जीवन में भी बड़ा परिवर्तन ला सकता है। इसका मतलब यह नहीं है कि व्यक्ति को अपने जीवन को अनधिकृत रूप से समाप्त करना है, बल्कि उसका जीवन दूसरों के लिए सहारा बन सकता है।