जन सामना ब्यूरो, मथुरा। कोसीकलां में राष्ट्रीय राजमार्ग पर अतिक्रमण हटाने को शनिवार को पुलिस फोर्स न होने के चलते अभियान नहीं चल सका। प्राधिकरण की टीम एवं तहसील प्रशासन के अधिकारी पुलिस टीम का इंतजार कर वापस लौट गए। जिसके बाद प्राधिकरण का अभियान नहीं चल सका। प्राधिकरण अधिकारियों ने हाईवे को अतिक्रमणों कराए जाने की बात दोहराते हुए जल्द अभियान को चलाए जाने की बात कही। कोटवन बॉर्डर से मथुरा के बीच हाईवे किनारे तमाम छोटे एवं बडे अतिक्रमण हो रहे हैं। जिसको लेकर हाईवे प्राधिकरण ने उन्हें हटाने के लिए टीमें लगाई हुई हैं। जो कि कई महीनों से अतिक्रमणों के चिन्हांकन कर नोटिस देने की प्रक्रिया पूरी की थी। शनिवार को प्राधिकरण की टीम ने तहसील प्रशासन की टीम को लेकर अतिक्रमण हटाना था। सुबह से ही टीम लाव-लस्कर के साथ मौजूद रही। उधर प्राधिकरण की टीम ने लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को देखते हुए पुलिस प्रशासन का सहयोग मांगा। टीम के अनुसार थाना द्वारा उन्हें दो बजे पुलिस टीम दिए जाने की बात कही। बताते हैं कि प्राधिकरण की टीम एवं नायब तहसीलदार व उनकी टीम भी पुलिस फोर्स का इंतजार करती रही। हालांकि इस दौरान कुछ अतिक्रमणकारियों को पुनः चेतावनी देते हुए अतिक्रमणों को हटाने की अपील की। घटना प्रबंधक नरेंद्र चौधरी ने बताया कि पुलिस का सहयोग नहीं मिल सका जिसके कारण शनिवार को अभियान टाला जा रहा है। इसके लिए वे लोग पुनः पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क कर वास्तविक स्थिति से अवगत कराएंगे। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। हाईवे की भूमि पर कब्जा नहीं होने दिया जाएगा।
हिंदू इंटर कॉलेज की दीवार का निर्माण रुकवाया
राजमार्ग प्राधिकरण की टीम ने हिंदू इंटर कॉलेज की दीवार का निर्माण रूकवा दिया। टीम ने बताया कि विद्यालय प्रबंधन हाईवे की जमीन पर अतिक्रमण कर दीवार लगा रहा है। इसको लेकर उन्होंने विद्यालय प्रबंधन को समझाया कि अतिक्रमण कर दीवार लगाना उनके लिए दोहरा नुकसान साबित होगा। उन्हें दीवार तोडनी पडेगी। उन्होंने एक दिन का समय देकर दीवार को हटाने को कहा है।
दौताना के कट को किया बंद
हाईवे पर गांव दौताना के पास बने अवैध कट को प्राधिकरण की टीमों ने शनिवार को पूरी तरह से बंद कर दिया। घटना प्रबंधक नरेंद्र चौधरी ने बताया कि गांव पर बने अंडरपास को खोल दिया गया है। पूरी तरह से संचालित है। वहां रास्ते में बनी मजार को प्राधिकरण ने निजी लागत पर सिफ्ट कर दिया गया था। जिसके बाद अंडरपास पूरी तरह से चालू हैं। लोग किसी भी घटना का शिकार न हो। इसको लेकर कट को बंद किया गया है।