श्याम बिहारी भार्गव : मथुरा। ब्रज के ग्वाल बालों की सेहत का अब तो कान्हा ही रखवाला है। घी दूध से लेकर पानी, मक्खन, मावा, खीरमोहन तक मिलावटी हो गये हैं। खुद खाद्य विभाग की लगातार हो रही कार्यवाही इस बात की पुष्टि कर रही है। हालत यह हो गई है कि दूध से सस्ता दही मिल रहा है, पूजा के नाम पर 200 से 250 रुपये किलो घी मिल रहा है, तो जितने में गुड़ नहीं आ रहा उतने में पनीर बिक रहा है। लोग अब बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। शहरी क्षेत्रों में कई अभिभावक अपने बच्चों को दूध पिलाने से परहेज कर रहे हैं लेकिन उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वह करें क्या। जिलाधिकारी के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा मिलावट खोरी के विरुद्ध अभियान चलाए जा रहा है। अभियान की शुरुआत में ही संकेत डरावने हैं। अभियान के तहत खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त डॉ0 गौरी शंकर के निर्देशन में जुगसना क्षेत्र में प्रेमचंद अग्रवाल मिल्क सेंटर डेयरी प्लांट पर छापा मारा गया। संबंधित डेयरी मालिक मौके पर लाइसेंस प्रस्तुत नहीं कर सका। डेयरी प्लांट का सघन निरीक्षण करने के उपरांत मिलावटी घी दूध क्रीम तथा मिल्क पाउडर का एक नमूना जांच के लिए संग्रहित किया गया। साथ ही लगभग 1000 किलोग्राम मिलावटी घी तथा 1000 लीटर मिलावटी दूध जो खराब हो चुका था को मौके पर नष्ट कराया गया। डेयरी प्लांट को अनियमितता बरतने के कारण सील कर दिया गया है। टीम द्वारा अग्रवाल भोजनालय मथुरा से निरीक्षण उपरांत एक पनीर का नमूना, कोसी क्षेत्र के हुसैनी गांव में संचालित बृजवासी डेयरी से एक पनीर का नमूना, पैगाम से पनीर प्लांट से एक पनीर का नमूना संग्रहित किया गया। सभी नमूनों को जांच हेतु प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। कार्यवाही के दौरान टीम में एसएस निरंजन, देवराज सिंह, गजराज सिंह खाद्य सुरक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।
डीएम की सख्ती के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग की टूटी नींद
खाद्य पदार्थों में मिलावट खोरी पर जिलाधिकारी ने सख्त तेवर दिखाये हैं। डीएम खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी और अभियान चला कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में कर करेत्तर एवं राजस्व प्रशासन, राजस्व कार्यों, राजस्व वादों, आईजीआरएस, लोकसभा सामान्य निर्वाचन की तैयारियों तथा, खाद्य सुरक्षा, खाद्य एवं रसद विभाग विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक ली। अभियान चलाकर खाद्य पदार्थों के नमूने लिए जाएं और जांच कराई जाये। जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों सहित सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि त्योहारों को दृष्टिगत रखते हुए खाद्य तेलों, मसालों, दूध पनीर, घी, मिठाई आदि के नमूने अभियान चलाकर लिए जाएं। जांच में दोषी पाए जाने वालों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाए। जिलाधिकारी ने निर्धारित लक्ष्य से कम वसूली करने वाले अधिकारियों को चेतावनी दी है कि भविष्य में लक्ष्य के अनुसार शत प्रतिशत वसूली सुनिश्चित की जाए, अन्यथा उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
‘‘सभी डेयरी संचालकों को निर्देशित किया जाता है कि स्वच्छ वातावरण में ही दूध का संग्रह एवं दुग्ध पदार्थों का निर्माण करें, कोई भी मिलावटी खाद्य एवं अखाद्य पदार्थ परिसर में न रखें।’’
-डॉ0 गौरी शंकर, सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन मथुरा