फिरोजाबाद: जन सामना संवाददाता। समस्त भारत वर्ष में रविवार को जैन धर्म के दो-दो तीर्थंकरों का जन्म एवं तप कल्याणक महोत्सव बड़े ही हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जिनालयों में अनेकों धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न हुए।
जैन धर्म के आठवें तीर्थंकर भगवान चंद्रप्रभु एवं तेईसवें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का जन्म एवं तप कल्याणक महोत्सव बड़े ही हर्षाेल्लास के साथ पूर्ण धार्मिक वातावरण के जिनालयों में मनाया गया। श्री चंद्रप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर सदर बाजार, श्री शीतल नाथ दिगम्बर जैन मंदिर नसिया जी, श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन गाँधी नगर, श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर विभव नगर के साथ-साथ श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर जैन नगर खेड़ा में भी प्रातः नित्य नियम पूजा के पश्चात् गुरु माँ सुआर्या श्री के सानिध्य में जिन भक्तों द्वारा भगवान पार्श्वनाथ एवं भगवान चंद्रप्रभु का जिनाभिषेक एवं शांतिधारा की गई। ततपश्चात् दोनों तीर्थंकरों का संगीत मय विधान किया गया। जिसमे महिला पुरुष जिन भक्तों ने गुरु माँ के शुद्ध मंत्रोंच्चारण के साथ भगवान के सम्मुख अर्घ्य समर्पित किये। इस अवसर पर नव निर्मित भगवान पार्श्वनाथ की रजत प्रतिमा की बेंड बाजों के साथ पालकी निकाली गई। समारोह में मंदिर कमेटी के अध्यक्ष डेविड जैन, महामंत्री राजेश जैन, रमेश चंद्र जैन भगत, विनोद जैन बोहरे, भानु कुमार जैन, रवि कुमार जैन, मुकेश जैन, गौरव जैन, संजीव जैन, दीपक जैन, यश जैन, नितिन जैन, सौरभ जैन, हैप्पी जैन, रजत जैन, दीपक जैन, मनीष जैन के साथ सेंकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।