मथुराः संवाददाता। सोमवार को मथुरा बाल संप्रेक्षण गृह में एक बाल अपचारी फांसी के फंदे पर लटका मिला। बाल अपचारी की मौत की सूचना से बच्चा जेल में हडकंप मच गया। तत्काल इसकी सूचना आलाधिकारियों की दी गई। डीएम, एसएसपी के अलावा विधिक सेवा प्राधिकरण के जज सहित एक अन्य जज तथा जिला जेल के जेलर, नगर मजिस्ट्रेट, एसपी सिटी आदि अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर घटना स्थल की छानबीन की। उन्होंने बाल सम्प्रेक्षण गृह पहुंचकर घटना की विस्तृत जानकारी बच्चा जेल में निरूद्ध अन्य बाल अपचारियों से की। पुलिस ने शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है।
जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने मामले में मजिस्ट्रीरियल जांच के आदेश दिये हैं। मौत न्यायिक हिरासत में हुई है इस लिए न्यायिक जांच भी होगी। मृतक किशोर की उम्र करीब 17 वर्ष है। आरोप है कि बलदेव थाना क्षेत्र में कुछ दिनों पूर्व प्रेम प्रसंग के चलते किशोर नाबालिग को भगाकर ले गया था। स्वजन ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। 10 दिन पूर्व पुलिस ने आरोपित किशोर को गिरफ्तार कर संप्रेक्षण गृह भेजा। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी प्रथम दृष्टया मान कर चल रहे हैं कि कोर्ट में प्रेमिका ने किशोर के खिलाफ बयान दे दिया। इससे दुखी होकर किशोर ने सुसाइट नोट लिखकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि मृतक ने एक सुसाइड नोट भी छोडा है। पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया है। वहीं मृतक बालक के परिजनों ने भी कई तरह के आरोप लगाये हैं, पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है।
‘‘आज सुबह बाल संप्रेक्षण ग्रह से एक सूचना प्राप्त हुई कि एक बाल अपचारी जिसकी उम्र लगभग 17 साल थी। थाना बल्देव से एक मामले में किशोर बाल संपेक्षणगृह में था उसने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। सूचना प्राप्त होने के बाद जिलाधिकारी के साथ घटना स्थल का निरीक्षण किया गया है। इस संबंध में विधिक तरीके से पंचायतनामा पोस्टमार्टम करा कर आगे की विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। ज्यूडिशियली कस्टडी में बालक था, नियमानुशार ज्यूडिशियली इनक्वारी भी नियमानुसार संपन्न कराई जाएगी।’’
-शैलेश कुमार पांडेय, एसएसपी मथुरा।