रायबरेलीः पवन कुमार गुप्ता। जिले के अंदर कांग्रेस के कार्यकाल में दरियापुर में स्थापित (आयुर्विज्ञान संस्थान) ऐम्स को अब आगामी 25 फरवरी को राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा। 2012 में मनमोहन सिंह की सरकार में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (संशोधन) अधिनियम से एम्स की मंजूरी मिली थी और 2013 में स्थापना हुई। आगामी 25 फरवरी को प्रधानमंत्री वर्चुअल तरीके से एम्स रायबरेली को राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिसके लिए केंद्रीय मंत्री ने आज ऐम्स में तैयारियों की समीक्षा की।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो० एसपी सिंह बघेल आज रायबरेली स्थित एम्स पहुँचे। वहां पहुँच कर उन्होंने बताया कि 25 फरवरी के दिन पीएम नरेंद्र मोदी राजकोट से वर्चुअल तरीके से एम्स रायबरेली को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। एम्स के लोकार्पण समर्पण कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के साथ प्रदेश सरकार के मंत्री और विधायक भी शामिल होंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने एम्स रायबरेली के ऑडिटोरियम हाल में पार्टी पदाधिकारियों के साथ कार्यक्रम की रूप रेखा बताई। इसके बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो० बघेल ने बताया कि 2009 में 900 करोड़ से रायबरेली एम्स को सैद्धांतिक मंजूरी मिली थी। इसका ज्यादातर विकास 2014 से 24 के बीच हुआ है। रायबरेली एम्स में एमबीबीएस की 100 सीटें है और कई मेडिकल विभाग चल रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस दिन एम्स में विभिन्न विभागों के जन कल्याणकारी योजनाओं के कैंप भी लगाए जाएंगे। जिनमें पात्र लाभार्थियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। जिसमें वृद्धा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, आयुष्मान कार्ड, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र आदि लाभपरक योजनाओं का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा।
इस मौके पर उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह विधायक सलोन अशोक कोरी, अन्य पूर्व जनप्रतिनिधि, जिलाधिकारी हर्षिता माधुर, मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव, एसपी अभिषेक अग्रवाल, एडीएम प्रशासन, सीएमओ एवम जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
यह भी ज्ञात हो कि कि कांग्रेस के कार्यकाल में 2009 में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत रायबरेली जिले को एम्स की स्थापना के लिए मंजूरी मिली और 2012 में मनमोहन सिंह की सरकार में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (संशोधन) अधिनियम की भी मंजूरी के बाद 2013 में इसकी स्थापना हुई। रायबरेली जिले के दरियापुर में स्थापित आयुर्विज्ञान संस्थान को ओपीडी इसके बाद से यहां की व्यवस्थाओं में धीरे-धीरे विकास हुआ और 2018 में यहां पूर्ण रूप से ओपीडी की सेवाएं शुरू हो गई। गौरतलब यह भी हो कि उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के दरियापुर में स्थित आयुर्विज्ञान संस्थान (ऐम्स) के संचालन से कई जनपदों जैसे अमेठी, सुल्तानपुर, कानपुर, प्रतापगढ़, बाराबंकी, फतेहपुर सहित पूरे प्रदेश के लोगों को सहूलियत मिल रही है। बता दें कि जिले के दरियापुर स्थित एम्स में एक्स-रे अल्ट्रासाउंड सहित कई अन्य जांच के लिए मशीन लगी हुई हैं, दवाएं भी उपलब्ध हैं और योग्य चिकित्सक व अन्य स्टाफ भी मौजूद है। एम्स की सेवाएं संचालित होने से रायबरेली के जिला अस्पताल का भार भी काफी कम हुआ है। यहां मिल रही सेवाओं से मरीज खुश भी हैं परंतु काफी कुछ सेवाओं और व्यवस्थाओं में सुधार अभी बाकी है।
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