रायबरेलीः जन सामना संवाददाता। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कलेक्ट्रेट स्थित बचत भवन में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की प्रगति की समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने संबंधित अधिकारियो को निर्देश दिया कि अधिक से अधिक पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारो को इससे जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर इसका अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जाए। कारीगरों और शिल्पकारों को आवेदन करने के लिए प्रेरित किया जाए। साथ ही उनके कौशलों को निखारने के लिए उपयुक्त प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जाएगी। उनकी क्षमता और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल करना सिखाया जाए। उन्होंने ने कहा कि इसमें इच्छुक लाभार्थियों को बिना किसी सिक्युरिटी के ऋण और ब्याज छूट के साथ ऋण प्रदान करने का प्रावधान होगा। इसके अलावा, डिजिटल सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और नए अवसरों के लिए मदद करने हेतु ब्रांड प्रचार और बाजार लिंकेज के लिए एक मंच प्रदान किया जाए। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को उनके काम को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। अतः अधिक से अधिक पात्र लोगों को इससे जोड़ा जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव, अपर जिलाधिकारी प्रशासन के अतिरिक्त अधिकारी गण उपस्थित रहे।