पवन कुमार गुप्ता: रायबरेली । एनटीपीसी ऊंचाहार परियोजना के रायपुर गांव स्थित ऐश पांड को जाने वाली राख की पाइप लाइन अचानक से फट जाने के कारण जिससे राख युक्त पानी ने आसपास के खेतों में जमकर तबाही मचाई, किसानों ने बताया कि कई बीघे खेत में खड़ी फसल राख में डूबकर बर्बाद हो गई है ।
अवगत हो कि एनटीपीसी ऊंचाहार परियोजना संयंत्र क्षेत्र से पानी युक्त राख को पाइप लाइन के माध्यम से अरखा गांव और रायपुर गांव स्थित ऐश पांड में पाइप लाइन द्वारा निकाला जाता है। जहां से राख ट्रक व डंफर द्वारा विभिन्न एजेंसियों और सड़क निर्माण हेतु भेजा जाता है । पाइप लाइन में तेज प्रेशर द्वारा राख का प्रवाह होता है । प्रेशर की गति करीब एक हजार कि०मी० प्रति घंटा से अधिक होती है । इस प्रेशर के कारण बुधवार की देर शाम मनीरामपुर शारदा सहायक नहर पुल के पास इस पाइपलाइन की एक पाइप में रिसाव शुरू हो गया और इसका आकार बढ़ता गया। नतीजा यह हुआ कि तेज धार से कीचड़ राख युक्त पानी पाइप से निकलकर खेतों में भरने लगा । प्रेशर इतना तेज था कि उसे रोकना किसानों के बस के बाहर था । परिणाम स्वरूप किसान बेबस होकर अपनी फसल की बरबादी देखते रहे। जिसके कारण बीकरगढ़ निवासी किसान प्रधान राजेन्द्र, रतीराम, देवनाथ पटेल, राजेश कुमार, जगन्नाथ, माता बदल, हरिश्चंद, अमृतलाल, राजेश कुमार, श्रीमती, ममता समेत पचासों किसानों के खेतों में तैयार गेहूं, सरसों की फासलों में जल भराव हो गया। गुरुवार की सुबह तक आसपास के खेत में पानी ही पानी नजर आ रहा था । किसानों ने इसकी सूचना एनटीपीसी अधिकारियों को दी किंतु कोई मौके पर नहीं पहुंचा है। किसानों का कहना है कि जल भराव के कारण उनकी फसलों में उगड़ा रोग लग जाएगा। जिसकी वजह से पैदावार प्रभावित हो जाएगी। एनटीपीसी परियोजना की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा दोपहर बाद बात हुई तो उन्होंने बताया कि पाइपलाइन फट जाने का मामला सुबह का है, जानकारी हुई थी,जिसके बाद संबंधित कर्मचारी मौके का निरीक्षण करने पहुंचे थे। जल्द ही पाइपलाइन को बंद करा कर मरम्मत कराया गया और आगे बिछी पाइप लाइन का भी निरीक्षण करने हेतु किया गया।
Home » मुख्य समाचार » किसान बेबस होकर देखते रहे अपनी ही फसल की बरबादी, राख युक्त पानी से सराबोर हुए कई बीघे खेत