फिरोजाबाद। अवैध संबंधों में बाधक बन रहे पति की पत्नी ने ही प्रेमी और उसके दोस्तों के साथ मिलकर हत्या करा दी और उसके शव को खेतों में फिकवा दिया। पुलिस ने आरोपी पत्नी समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि 18 मई शनिवार को शनिदेव मंदिर के पास खेतों में एक युवक का शव पड़ा मिला था। जिसकी पहचान जोनी पुत्र सत्यप्रकाश निवासी सरजीवन नगर थाना रामगढ़ के रूप में हुई थी। मृतक की पत्नी ज्ञानवती देवी ने पति की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। वहीं मृतक के भाई ने हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद आरोपी पत्नी ज्ञानवती, जय सिंह यादव पुत्र लाखन सिंह निवासी जारखी थाना पचोखरा, योगेश पुत्र दयाशंकर और प्रांशु पुत्र राकेश निवासीगण मदावली थाना टूंडला को गिरफ्तार किया है। एसपी सिटी ने बताया कि जांच पड़ताल में सामने आया कि ज्ञानवती का जय सिंह यादव निवासी जारखी से मिलना जुलना था। जब उसके बारे में जानकारी की तो पता चला कि हत्या की घटना के बाद से ही जय सिंह घर नहीं पहुंचा। सोमवार को पुलिस ने जय सिंह और उसके दो दोस्तों को नगला बैंदी आश्रम के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी जय सिंह ने बताया कि वह शादी समारोह, जन्मदिन पार्टी अथवा अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम में डीजे बजाता है। तीन साल पहले उसने बैकुंठी मैरिज होम तहसील टूंडला में आयोजित शादी समारोह में डीजे लगाया था। वहीं पर ज्ञानवती पत्नी जोनी वेलकम में फूल वर्षा रही थी और मेरी मुलाकात पहली बार वहीं हुई थी। फिर मैनें और ज्ञानवती ने एक दूसरे का मोबाइल नंबर ले लिया और हमारी बातचीत शूरू हो गयी। हम दोनों के बीच शारीरिक संबंध स्थापित हो गए। ज्ञानवती ने उसकी दोस्ती अपने पति से करा दी। उसके बाद वह ज्ञानवती के घर आने जाने लगा था।
शादी के लिए आरोपी ने दिए रुपये
आरोपी ने बताया कि एक साल पहले जोनी की बहिन की शादी में हल्दी प्रोग्राम में वह आया था। उसने जोनी और ज्ञानवती को उनके कहने पर रूपये और सामान खर्च करने के लिये दिए थे। उसके बाद उन्होंने जोनी को रास्ते से हटाने की योजना तैयार की। जोनी शराब का आदी था। उसने जोनी को रास्ते से हटाने के लिए अपने दो दोस्तों को भी बुलाया था। उसने बताया कि मैंने योजना के तहत जोनी को फोन कर ककरऊ कोठी पर बुलाया। फिर हम चारों लोग चंद्रवार गेट सोफीपुर वाले घाट पर नहाने के लिए निकल गए। जहां हमने जोनी को शराब पिलाई। उसका गला दबाकर हत्या कर दी। शव को शनिदेव मंदिर के समीप फेंककर उसे छिपा दिया। जोनी को मारने के बाद उन्होंने ज्ञानवती को भी इसकी जानकारी दे दी थी।