फिरोजाबाद। ठारपूठा जहारवीर मंदिर पर अखिल भारतीय प्रजापति कुंभकार महासभा के बैनर तले ब्रह्मा के मानस पुत्र महाराजा दक्ष प्रजापति की जन्म जयंती मनाई गई। सबसे पहले अतिथियों द्वारा महाराजा दक्ष प्रजापति की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में विश्व हिंदू महासंघ के ब्रजक्षेत्र प्रभारी शरद प्रजापति ने दक्ष प्रजापति के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दक्ष प्रजापति की दो पत्नियां थी।ं पहली प्रसूति और दूसरी बीडनी प्रसूति से 20 कन्याएं और 10 पुत्र थे। जो 16 वीं कन्या थी, वो माता सती थी। जो महादेव की अर्ध्यागिनी थी। दूसरी पत्नी से 60 कन्याएं थी, जिनका ऋषियों से विवाह हुआ। सतीश चंद्र प्रजापति (राजा भईया) ने बताया कि महाराजा दक्ष प्रजापति की जयंती पूरे विश्व मे गुरु पूर्णिमा को ही मनाई जाती हैं, क्योंकि गुरु सबसे बड़ा माना जाता है। इसलिए सबसे पहले कोई भी शुभ कार्य मे पहली आहुति प्रजापति को ही दी जाती हैं। महासभा के पदाधिकारियों ने अध्यक्षता कर रहे राम प्रजापति का माला और शॉल ओढ़कर सम्मानित किया। राम प्रजापति ने ही अपना खेत बेचकर 15 लाख रुपए से मंदिर का निर्माण कराया है। जिससे सनातन संस्कृति को बढ़ावा मिले। इस दौरान महेश पाल, मनीराम प्रजापति, सर्वेश कुमार प्रजापति, देव प्रजापति, मुन्नालाल प्रजापति, डा सुरेश चंद्र दक्ष, हरी सिंह प्रजापति, कैलाश चंद्र प्रजापति, यादराम प्रजापति, एड मुन्नेष कुमार प्रजापति, संजय प्रजापति, सतेन्द्र प्रजापति, कृष्ण मुरारी प्रजापति, सूरज प्रजापति, विवेक प्रजापति, मोनू प्रजापति, संजू प्रजापति, राजकुमार प्रजापति, नेत्रपाल, राजेन्द्र प्रसाद, रामू गोला, धर्मवीर सिंह आदि मौजूद रहे।