फिरोजाबाद। महावीर जिनालय छदामीलाल जैन मंदिर में चातुर्मास कर रहे आचार्य वसुनंदी महाराज ससंघ के सानिध्य में नित्य प्रतिदिन धर्म की वर्षा हो रही है। जिसमे सैकड़ों भक्त धर्म लाभ ले रहे है।
मंगलवार को प्रातः महावीर जिनालय में नित्य नियम अभिषेक, शांतिधारा एवं पूजन किया। आचार्य श्री के मुखरविंदु से जब शांतिधारा का उच्चारण किया गया, तो पूरा मंदिर प्रांगण मंत्रो से गुंजायमान हो उठा तथा उपस्थित सभी श्रद्धालुगण भाव विभोर हो उठे। इसके बाद मंदिर प्रांगण में भक्तांबर का पाठ प्रारंभ हुआं। जिसमे सैकड़ों श्रद्धालुओं ने धर्मलाभ लिया। आचार्य श्री ने वैराग्यमणिमाला ग्रंथ का वाचन करते हुए कहा कि हमें अपनी वस्तुओं का सदुपयोग करना चाहिए। जिसके पास वस्तु का सदुपयोग करने का ज्ञान है, किसी वस्तु के सदुपयोग करने की कला है और जो व्यक्ति अपने समय का सदुपयोग करते है ऐसे व्यक्ति को जीवन में कोई पराजित और परास्त नहीं कर सकता। जहा एक तरफ व्यक्ति मिट्टी का भी सदुपयोग करके उससे भी पैसे कमा सकता है और धनी बन सकता है। वही इसके विपरित वस्तुओ का दुरुपयोग करने वाला व्यक्ति यदि रत्नों का व्यापार भी करता है और अपने समय का सदुपयोग नही करता तो उसमे भी उसे घाटा सहन करना पड़ता है। आचार्य श्री ने कहा की समय का सदुपयोग करने वाला व्यक्ति आज का शहंशाह है और कल का परमात्मा होता है। क्योंकि समय ही जीवन है। समय का सदुपयोग जीवन का सदुपयोग है और समय का दुरुपयोग जीवन का दुरुपयोग है। वर्षायोग समिति के मीडिया प्रभारी राज जैन एवं अजय जैन ने बताया कि शाय कालीन धर्मसभा में आचार्य श्री के सानिध्य में गुरु भक्ति एवं आनंद यात्रा का आयोजन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ किया गया। जिसमे सैकड़ो श्रद्धालुओ ने स्वयं को धन्य बनाया।
Home » मुख्य समाचार » समय का सदुपयोग करने वाला व्यक्ति आज का शहंशाह और कल का परमात्मा है: वसुनंदी महाराज